मारगोमुंडा में लोगों को जागरूक करने का निर्देश
जमशेदपुर मारगोमुंडा. प्रखंड कार्यालय सभागार में मंगलवार को पर्यवेक्षिका कुमारी शोभा व लता कुमारी के नेतृत्व में आंगनबाड़ी सेविकाओं को बाल विवाह रोकथाम को लेकर शपथ दिलायी. इस दौरान पर्यवेक्षिका ने कहा कि बाल विवाह कानूनन अपराध है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी कम उम्र में ही बच्चियों की शादी कर देते हैं, जिसका नतीजा छोटी बच्चियों को भुगतना पड़ता है. इसे रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. कहा कि अपने पोषक क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया. लोगों को यह बताना है कि बाल विवाह करने से उनके परिजनों को जेल भी हो सकती है. बाल विवाह के रोकथाम के लिए कई संस्थाएं भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जागरूक कर रही है. मौके पर दीपा देवी, जयप्रकाश मंडल, नजमा खातून, जीवलाल टुडू, उषा कुमारी मंडल, मीरा देवी, निखत परवीन, उर्मिला देवी, लाजबुन निशा, कनक लता, रुकसाना परवीन, खुशबू हांसदा आदि मौजूद थे.
In a significant step towards preventing child marriage, anganwadi workers in Margomunda, Jharkhand, took an oath to raise awareness about the issue. The event was led by supervisors Kumari Shobha and Lata Kumari at the block office auditorium.During the event, the supervisors emphasized that child marriage is a criminal offense. They noted that despite being illegal, child marriages still take place in rural areas, resulting in severe consequences for young girls. To prevent this, it is essential to educate people about the issue.
The supervisors instructed the anganwadi workers to raise awareness about the consequences of child marriage, including the possibility of imprisonment for family members involved. Several organizations are also working to educate people in rural areas about the issue.
Those present at the event included Dipa Devi, Jayaprakash Mandal, Nazma Khatun, Jeevanlal Tudu, Usha Kumari Mandal, Meera Devi, Nikhat Parveen, Urmila Devi, Lajbun Nisha, Kanak Lata, Rukhsana Parveen, and Khushboo Hansda.