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Tuesday, October 29, 2024

बेटा, बहू के बाद अब शिबू सोरेन की पोती भी चुनाव लड़ने का कर दिया ऐलान…*

रांची : दिशोम गुरु और हेमंत सोरेन के बाद उनके परिवार की तीसरी पीढ़ी चुनावी ताल ठोकने को तैयार है. जामा के पूर्व विधायक स्व दुर्गा सोरेन और वर्तमान में जामताड़ा से बीजेपी की प्रत्याशी सीता सोरेन की बेटी जयश्री सोरेन ने नाजीर रसीद कटवाकर और नॉमिनेशन पेपर खरीदकर सक्रिय राजनीति में दस्तक देने का ऐलान कर दिया है.
मां, पिता और दादा ने भी जामा से दर्ज की थी जीत
जामा विधानसभा सीट से जयश्री सोरेन की मां सीता सोरेन 2009, 2014 एवं 2019 में निर्वाचित होकर तीन टर्म की विधायक रही हैं, जबकि पिता स्व दुर्गा सोरेन 1995 व 2000 में दो टर्म तथा एक बार दादा शिबू सोरेन 1985 में विधायक रह चुके हैं. इस बार लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सीता साेरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा को छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था, तब वे भी सक्रिय रूप से बीजेपी में साथ-साथ रही.
जामा से टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का बनाया मन
जयश्री सोरेन अपने माता-पिता की परंपरागत सीट जामा से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही थी और लोकसभा चुनाव के बाद से ही विशेष तौर पर इस विधानसभा क्षेत्र का लगातार दौरा कर रही थीं. ऐसे में जब पार्टी ने यहां अपने पुराने उम्मीदवार सुरेश मुर्मू को ही उम्मीदवार बना दिया, तो वे निर्दलीय ही चुनाव मैदान में उतरने का मन बनाकर नॉमिनेशन पेपर खरीद चुकी हैं. मंगलवार को नॉमिनेशन का आखिरी दिन है. ऐसे में वे मंगलवार को नॉमिनेशन करेंगी, ऐसी प्रबल संभावना है. उन्होंने अपना पता जयश्री सोरेन, पिता स्व दुर्गा सोरेन, पता रेड क्रॉस के पास मोराबादी मैदान, थाना लालपुर, मोराबादी रांची लिखवाया है.
जामा में सोरेन परिवार का रहा है वर्चस्व
शिबू सोरेन विधायक चुने गये-1985
दुर्गा सोरेन विधायक चुने गये-1995 व 2000
सीता सोरेन विधायक चुनी गयीं-2009, 2014 एवं 2019
*After son and daughter-in-law, now Shibu Soren's granddaughter has also announced to contest elections…*

Ranchi: After Dishom Guru and Hemant Soren, the third generation of his family is ready to contest elections. Jayshree Soren, daughter of former Jama MLA late Durga Soren and currently BJP candidate from Jamtara, Sita Soren, has announced to enter active politics by getting the Nazir receipt and buying nomination papers.
Mother, father and grandfather also registered victory from Jama
Jayshree Soren's mother Sita Soren has been an MLA for three terms from Jama assembly seat after being elected in 2009, 2014 and 2019, while father late Durga Soren has been an MLA for two terms in 1995 and 2000 and grandfather Shibu Soren has been an MLA once in 1985. This time, just before the Lok Sabha elections, Sita Soren left the Jharkhand Mukti Morcha and joined the BJP, and she was actively involved in the BJP.
After not getting a ticket from Jama, she decided to contest as an independent.
Jayshree Soren was constantly trying to contest the elections from Jama, the traditional seat of her parents, on a BJP ticket and was especially visiting this assembly constituency since the Lok Sabha elections. In such a situation, when the party made its old candidate Suresh Murmu the candidate here, she decided to contest the elections as an independent and bought the nomination papers. 
Tuesday is the last day for nominations. In such a situation, there is a strong possibility that she will file her nomination on Tuesday. She has written her address as Jayshree Soren, father late Durga Soren, address Morabadi ground near Red Cross, Police Station Lalpur, Morabadi Ranchi.
 Soren family has dominated Jama
Shibu Soren was elected MLA- 1985
Durga Soren was elected MLA- 1995 and 2000
Sita Soren was elected MLA- 2009, 2014 and 2019

हेमंत सोरेन पर बरसे हिमंता बिस्वा सरमा, बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर सरकार को घेरा*

दुमका की नामांकन सह आशीर्वाद सभा में हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार वोट बैंक के लिए मुस्लिम तुष्टिकरण एवं बांग्लादेशी घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है. हेमंत सोरेन अब आदिवासियों के नेता नहीं बल्कि घुसपैठियों के सरदार बन गए हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड में बंटी एवं बबली की सरकार चल रही है.
दुमका, मणिचयन मिश्र-दुमका जिले की चारों विधानसभा सीटों के लिए भाजपा प्रत्याशियों ने सोमवार को नामांकन दाखिल किया. नामांकन के बाद दुमका के यज्ञ मैदान में भारतीय जनता पार्टी की नामांकन सह आशीर्वाद सभा का आयोजन किया गया. नामांकन सह आशीर्वाद सभा में उपस्थित भाजपा कार्यकर्ता एवं मतदाताओं को संबोधित करते हुए असम के मुख्यमंत्री और झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा गठबंधन सरकार और इसके मुखिया हेमंत सोरेन पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव सामान्य चुनाव नहीं है. यह चुनाव संताल परगना को बांग्लादेशी घुसपैठियों से मुक्त कराने और संताल परगना की डेमोग्राफी के बदलाव को रोकने के लिए चुनाव है.

असम की तरह संताल परगना की बदल रही डेमोग्राफी
कामरूप कामाख्या भगवती, बाबा बैद्यनाथ एवं बासुकीनाथ को नमन करने के बाद भारत माता की जय के साथ हिमंता बिस्वा सरमा ने अपना संबोधन प्रारंभ किया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण असम की डेमोग्राफी बदल गयी है. आज वहां 40% मुस्लिम आबादी हो गयी है. असम के सामान्य लोगों ने बांग्लादेशी घुसपैठ की समस्या की गंभीरता को नहीं समझा. भाजपा से पहले की सरकारों ने अपने वोट बैंक के लिए बांग्लादेशी घुसपैठ पर रोक लगाने की बजाय उसे बढ़ावा दिया. इसके कारण असम की डेमोग्राफी पूरी तरह से बदल गयी. असम की तर्ज पर बांग्लादेशी घुसपैठ से संताल परगना की डेमोग्राफी बदल रही है. यहां के जनजाति समाज की आबादी लगातार घट रही है और मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है.
संताल में मुसलमान की आबादी 20 फीसदी से अधिक
आज संताल परगना में मुसलमान की आबादी 20% से अधिक हो गयी है. इसका बहुत बड़ा कारण बांग्लादेशी घुसपैठ है. हेमंत सोरेन की सरकार घुसपैठ पर रोक लगाने की बजाय इसे बढ़ावा दे रही है. यह घुसपैठिए यहां की जमीन एवं संपदा पर कब्जा करने के साथ-साथ यहां की संस्कृति को भी नष्ट कर रहे हैं. संताल समाज की लड़कियों को बहला फुसलाकर कर उनसे शादी करते हैं और उनकी संपत्तियों पर कब्जा करने के साथ-साथ अनुसूचित जनजाति को मिलने वाली सुविधाओं का लाभ भी उठा रहे हैं. जिन संताल लड़कियों से वह शादी करते हैं, उनका धर्म परिवर्तन कराते हैं और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटों पर चुनाव लड़ा कर राजनीतिक पावर भी हासिल करते हैं. यहां की जनजातीय महिलाओं के साथ-साथ अन्य समाज की बालिकाओं पर भी लगातार अत्याचार हो रहा है, लेकिन हेमंत सोरेन और उनकी पार्टी इसे रोकने की बजाय घुसपैठियों को बढ़ावा दे रही है.
'Saheb caused division in the family...', Ajit lashes out at Sharad Pawar in Baramati

After filing his nomination from Baramati seat for Maharashtra Assembly elections, Deputy Chief Minister and Nationalist Congress Party (NCP) leader Ajit Pawar became emotional during a rally. During this, without naming NCP founder Sharad Pawar, he alleged that 'Saheb' created division in the family and fielded a candidate against him.
Ajit Pawar said, 'I had earlier accepted my mistakes. But now it seems that others are also making mistakes. My family and I had decided that we would first file nomination from Baramati. But it did not happen
. My mother had supported me a lot and advised him (Sharad Pawar) that no one should file nomination against me. But I have been told that Saheb (Sharad Pawar) instructed someone to file nomination against me. Saheb has created division in the family. All I want to say is that politics should not be brought to this level, because it takes generations for a family to unite and not even a moment to break it.' 
Development has happened in Baramati, people have the right to raise questions'
He said that a lot of development has happened in Baramati. People have the right to raise questions on this. But some people raise questions on the development work done in Baramati. It is wrong to say that building roads and schools does not lead to development. I want to understand what is the real development, which should be done, seeing which we can say that this is development. I think you have the right to speak.