कौन हैं मुनिया देवी? BJP ने क्यों उतारा मैदान में, क्या वह भेद पायेंगी कल्पना का किला ,जानें पूरा सियासी समीकरण।
गिरिडीह : झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 66 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। इस लिस्ट में 12 महिलाओं को भी चुनाव मैदान में उतारा गया है। गांडेय विधानसभा सीट से बीजेपी ने मुनिया देवी को चुनाव मैदान में उतारा है। मुनिया देवी गांडेय में जेएमएम की कल्पना सोरेन को चुनौती देंगी।
गिरिडीह जिप की अध्यक्ष मुनिया देवी एक साल पहले बीजेपी में हुईं शामिल :-
भाजपा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और जेएमएम की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन के खिलाफ किसी हाई प्रोफाइल चेहरे को उतारने की जगह एक जमीनी नेता पर भरोसा जताया है। कुशवाहा समाज से संबंध रखने वाली मुनिया देवी अभी गिरिडीह की जिला परिषद अध्यक्ष हैं।
मुनिया देवी एक साल पहले ही भाजपा में शामिल हुईं थी। पिछले साल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक जनसभा के दौरान पार्टी की सदस्यता दिलाई थी।
2010-11 के पंचायत से सक्रिय राजनीति में आईं मुनिया देवी :-
मुनिया देवी 2010 के पहले विशुद्ध रूप से गृहणी थीं। 2010-11 में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जमुआ पूर्वी भाग से जिला परिषद सदस्य निर्वाचित हुईं। इसके बाद जिला परिषद की अध्यक्ष बनीं। इसके बाद इनकी राजनीति में भागीदारी बढ़ती गई। 2022 में दोबारा जिला परिषद सदस्य निर्वाचित हुई और फिर से जिला परिषद अध्यक्ष बनीं।
मुनिया देवी का जमुआ में ससुराल और गांडेय क्षेत्र में मायके :-
विधानसभा चुनाव में पहली बार किस्मत आजमाने के लिए चुनावी मैदान में उतरने वाली मुनिया देवी के पति कौलेश्वर वर्मा व्यवसायी है। इनका ससुराल जमुआ विधानसभा क्षेत्र में हैं, जबकि मुनिया देवी का मायके गांडेय विधानसभा क्षेत्र में आता है। बीजेपी की ओर से गांडेय से प्रत्याशी बनाए जाने पर मुनिया देवी ने पार्टी नेताओं के प्रति आभार जताया है और जनसमर्थन की उम्मीद जताई है।
जेपी वर्मा के पार्टी छोड़ने के बाद बीजेपी को मजबूत नेता की थी तलाश :-
दरअसल, प्रो. जयप्रकाश वर्मा के बीजेपी छोड़ने के बाद गांडेय क्षेत्र में बीजेपी को एक मजबूत कुशवाहा नेता की तलाश थी। इस दौरान जून 2023 में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की जनसभा में मुनिया देवी पार्टी में शामिल हुई थीं। जिला परिषद की अध्यक्ष मुनिया देवी का कहना है कि गांडेय उनका मायका है और यहां के हरेक गांव-घर से वो वाकिफ हैं। यहां के लोग भी उनसे स्नेह करते हैं।
गांडेय की गिनती अब बेहद हॉट सीट में :-
गांडेय विधानसभा सीट अब बेहद हॉट सीट मानी जा रही है। यहां से वर्ष 2019 के चुनाव में जेएमएम के सरफराज अहमद विधायक बने थे, पिछले दिसंबर महीने में उन्होंने इस्तीफा दे दिया और राज्यसभा सांसद बने। वहीं उपचुनाव में हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन विधायक बनीं। अब इस सीट पर जिला परिषद की अध्यक्ष मुनिया देवी ताल ठोकेंगी। मुनिया देवी पहले जेएमएम में भी रही हैं।
Who is Munia Devi? Why has BJP fielded her, and can she breach Kalpana's stronghold? Know the full political equation.
Giridih: Ahead of the 2024 Jharkhand Assembly elections, the Bharatiya Janata Party (BJP) has released its first list of 66 candidates, which includes 12 women. Munia Devi has been fielded by the BJP from the Gandey Assembly constituency. She will challenge Kalpana Soren of JMM in Gandey.
Munia Devi joined BJP a year ago, currently the President of Giridih Zila Parishad :-
Instead of fielding a high-profile face against Kalpana Soren, who is the wife of Chief Minister Hemant Soren and a star campaigner of JMM, the BJP has placed its trust in a grassroots leader. Munia Devi, who belongs to the Kushwaha community, is currently the President of Giridih Zila Parishad. She joined BJP just a year ago when she was inducted into the party by BJP's national president JP Nadda during a public meeting.
Active in politics since the 2010-11 Panchayat elections :-
Before 2010, Munia Devi was a homemaker. She was elected as a member of the Zila Parishad from Jamua's eastern block in the 2010-11 Panchayat elections. Later, she became the President of the Zila Parishad, and her involvement in politics grew steadily. In 2022, she was re-elected as a Zila Parishad member and once again became its President.
Munia Devi's marital home is in Jamua, and her parental home is in Gandey :-
For the first time, Munia Devi will contest an Assembly election. Her husband, Kauleshwar Verma, is a businessman, and her marital home is in the Jamua Assembly constituency, while her parental home is in the Gandey Assembly constituency. After being nominated by BJP from Gandey, she expressed gratitude towards the party leaders and hopes for public support.
After JP Verma left the party, BJP needed a strong leader :-
After Professor Jayaprakash Verma left the BJP, the party was in search of a strong Kushwaha leader in the Gandey region. In June 2023, during a public meeting held by BJP’s national president JP Nadda, Munia Devi joined the party. She believes that Gandey is her parental home, and she is familiar with every village and household there. She also feels that the people of the region hold her in affection.
Gandey is now considered a highly contested seat :-
The Gandey Assembly seat is now considered a hotly contested seat. In the 2019 elections, Sarfaraz Ahmed of JMM became the MLA, but he resigned in December to become a Rajya Sabha member. In the by-election, Hemant Soren’s wife, Kalpana Soren, won the seat. Now, Munia Devi, President of the Zila Parishad, will contest against her. Interestingly, Munia Devi was once a member of JMM herself.