सरायकेला छऊ आर्टिस्ट एसोसिएशन के संरक्षक सह सरायकेला नगर पंचायत के पूर्वोत्तर अध्यक्ष मनोज चौधरी ने प्रसिद्ध कलाकार सुनील दुबे के निधन को अपुरणीय छति बताया उन्होंने कहा कि श्री सुनील दुबे और उनके परिवार से मेरा काफी मधुर और आत्मीय संबंध है. छऊ कलाकारों की बेहतरी के लिए लम्बे समय से जुड़े हमारे छऊ आर्टिस्ट एसोसिएशन के संघर्ष को मुखरता के साथ रखने वाले हमारे साथी रहे वे काफी दिनों से बीमार चल रहे थे आज उनका इस तरह हम सबको छोड़कर चले गए काफी दुखद.
श्री दुबे सरायकेला की धरोहर थे वे एक बहुप्रतिभा के धनी उम्दा कलाकार थे मैं भी उनकी प्रतिभा का कायल था सरायकेला छऊ हो चाहे संगीत हर क्षेत्र में परचम लहराया उन्हें ऑल इंडिया रेडियो द्वारा ए ग्रेड की उपाधि भी मिली थी और भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय द्वारा उन्हें सीनियर फैलोशिप का भी सम्मान प्राप्त हुआ था और साथ ही साथ शास्त्रीय संगीत में उन्होंने महारत हासिल की थी और सरायकेला छऊ संगीत के लिए और नृत्य के लिए उनका असमय निधन से हुआ रिक्त स्थान अपुरणीय छति है।
उन्होंने श्री जगन्नाथ से प्रार्थना की कि उनकी पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं शोक संतृप्त परिवार को इस भारी पीड़ा को सहने की शक्ति दे।
सरायकेला छऊ आर्टिस्ट एसोसिएशन उन्हें नमन करता है।
Wave of mourning in Kalanagari, multi-talented famous artist Sunil Dubey's death is an irreparable loss - Manoj Chaudhary
Manoj Chaudhary, patron of Saraikela Chhau Artist Association and North-Eastern President of Saraikela Nagar Panchayat, described the death of famous artist Sunil Dubey as an irreparable loss. He said that I have a very sweet and intimate relationship with Shri Sunil Dubey and his family. He was our friend who was associated with our Chhau Artist Association for a long time for the betterment of Chhau artists and who vocally raised the struggle, he was ill for a long time, today he left us all like this, it is very sad.
Shri Dubey was the heritage of Saraikela. He was a multi-talented and excellent artist. I was also a fan of his talent. He made his mark in every field, be it Saraikela Chhau or music. He was awarded A grade by All India Radio and was also awarded Senior Fellowship by the Ministry of Culture, Government of India. He also mastered classical music and the void created by his untimely death is an irreparable loss for Saraikela Chhau music and dance.
He prayed to Shri Jagannath to grant his pious soul a place in his lotus feet and give strength to the grief-stricken family to bear this great pain.
Seraikela Chhau Artist Association salutes him.