जिला सरायकेला खरसावां हिंदू राष्ट्रवादी संस्थापक देवाशीष नायक ने आज अपने जन्म दिन के शुभ अवसर पर Jamshedpur old age home सरायकेला में स्थित बुद्ध आश्रम में उपस्थित होकर बुद्ध माताएं एवं बुद्ध व्यक्तियों के साथ जन्मदिन मना कर एक मिसाल पेश किया। हिंदुस्तान के लिए अच्छी संदेश दिया। इस अवसर पर देवाशीष नायक ने अपने धन पत्नी के साथ आश्रम पहुंचकर सभी बुद्ध माताएं एवं बुद्ध व्यक्तियों के के बीच जन्मदिन मनाया।
सभी को खाना खिलाया उपहार दिया एवं सभी से आशीर्वाद लिया। देवाशीष नायक ने कहा आज की शुभ अवसर पर मेरा जन्मदिन इसलिए भी खास है क्योंकि आज हमारे लड्डू गोपाल श्री कृष्ण जी का भी जन्मदिन उत्सव है। और दुख दे यह है कि जन्माष्टमी के दिन ही मेरे पिताजी एवं माता जी का देहांत हो गया था। आज उनका वार्षिक श्राद्ध भी है इतने सारे संयोग एक साथ बना इसीलिए मैंने सोचा आज के दिन क्यों ना वैसे लोगों के बीच साथ मिलकर अपना जन्मदिन मनाया जाए।
नायक ने कहा कि जिनका कोई नहीं है या फिर होकर भी नहीं है इस दुनिया में आज यहां आकर बहुत ही अच्छा लगा और मां और पिताजी नहीं होने का पता ही नहीं चला क्योंकि यहां रहने वाली माताएं पुत्र की तरह मुझे जन्मदिन पर प्यार किए और पिताश्री समान बुद्ध ने भी प्यार किया उन्होंने कहा कि हम लोग आपके हैं आज से कभी चिंता मत कीजिएगा जब भी आपको मां , पिताजी को याद आए यहां आ जाएगा इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद सदस्य जीवन जी ने देवाशीष नायक को शुभकामनाएं और बधाई देकर उपहार स्वरूप समान भेंट किया।
विहिप के पदाधिकारी अविनाश जी ने भी शुभकामनाएं दिया, सनातन दल के सदस्य कन्हैया जी, कार्तिक जी, शुभम दास, जितेंद्र जी, शुभम जी, सुरेश, बलराम, विशाल जी के साथ सभी ने उपस्थित होकर देवाशीष नायक की जन्मदिन के शुभ अवसर पर सभी ने खुशी मनाया एवं बधाई दिया।
Kharsawan Hindu nationalist founder Devashish Nayak celebrates his birthday at Jamshedpur old age home
District Seraikela Kharsawan Hindu Nationalist founder Devashish Nayak, on the auspicious occasion of his birthday today, presented an example by attending the Buddha Ashram located in Jamshedpur old age home, Seraikela, and celebrating his birthday with Buddha Mothers and Buddha persons. He gave a good message for India. On this occasion, Devashish Nayak, along with his wife, reached the Ashram and celebrated his birthday in the midst of all the Buddha Mothers and Buddha persons.
He fed everyone, gave gifts and took blessings from all. Devashish Nayak said, on this auspicious occasion, my birthday is also special because today is the birthday of our Laddu Gopal Shri Krishna ji as well. And the sad thing is that my father and mother died on the day of Janmashtami. Today is also their annual Shraddha; so many coincidences happened together, that's why I thought why not celebrate my birthday today among such people. Nayak said that those who do not have anyone or even if they have someone, they do not feel that their mother and father are not there in this world, felt very good coming here today and did not even realise that their mother and father were not there because the mothers living here loved me like a son on my birthday and Buddha also loved me like a father.
He said that we are yours, from today onwards, do not worry, whenever you remember your mother or father, I will come here. On this occasion, Vishwa Hindu Parishad member Jeevan ji gave best wishes and congratulated Devashish Nayak and presented him goods as a gift. VHP official Avinash ji also gave best wishes, Sanatan Dal members Kanhaiya ji, Kartik ji, Shubham Das, Jitendra ji, Shubham ji, Suresh, Balram, Vishal ji along with everyone were present and celebrated and congratulated Devashish Nayak on the auspicious occasion of his birthday.