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Saturday, October 26, 2024

कुचाई पुलिस ने छापामारी कर विदेशी शराब के तीन तस्कर को किया गिरफ्तार,दो मोबाइल और एक सेंट्रो कार जब्त ।

कुचाई पुलिस ने छापामारी कर विदेशी शराब के तीन तस्कर को किया गिरफ्तार,दो मोबाइल और एक सेंट्रो कार जब्त । 

खरसावां (पंकज महतो):- कुचाई पुलिस ने छापामारी कर विदेशी शराब के तीन तस्कर को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
 बता दे कि विगत दिनों कुचाई के लोपटा गांव के जंगल क्षेत्र के एक कच्चे मकान से छापामारी कर पांच व्यक्तियों को अवैध अंग्रेजी शराब की बोतल एवं कार्टून में पैक करते हुए गिरफ्तार किया गया था। वही अन्य कुछ लोग फरार चल रहे थे.उक्त छापामारी में अवैध अंग्रेजी शराब करीब 4 हजार लीटर एवं 800 लीटर स्प्रीट व अन्य सामान बरामद किया गया था।
 इस संदर्भ में कुचाई थाना कांड सं0- 34/2024 दिनांक-18.10.2024 धारा- 336/338/340/341 बीएनएस एवं 47(ए) उत्पाद अधिनियम, कॉपी राईट एक्ट अधिनियम की धारा- 63 के अतंर्गत 10 व्यक्तियों के विरूद्ध कांड दर्ज किया गया था। वही इस कांड के फरार अभियुक्त सह खुदीपीढ़ निवासी मधुसूदन प्रधान,पदमपुर निवासी अजय मंडल,दलाईकेला गांव निवासी श्याम सुंदर मंडल को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
 शेष फरार अभियुक्तों के विरुद्ध छापामारी जारी है। गिरफ्तार अभियुक्तों के इतिहास रहा है। इनके खिलाफ विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से एक हुंडई के सेंट्रो कर और दो मोबाइल जप्त किया गया है। इस छापामारी अभियान में मुख्य रूप से कुचाई थाना प्रभारी नरसिंह मुंडा, खरसवां थाना प्रभारी गौरव कुमार,आमदा ओपी प्रभारी अविनाश कुमार,दलभंगा ओपी प्रभारी रविन्द्र सिंह मुंडा,डील्सन बिरूवा आदि उपस्थित थे। 
Kuchai Police Raid: Three Foreign Liquor Smugglers Arrested, Two Mobile Phones and a Santro Car Seized. 

Kharasawan (Pankaj Mahto): In a recent raid, Kuchai police arrested three smugglers of foreign liquor and sent them to judicial custody. 
Days earlier, the police had raided a mud house in the forest area of Lopta village, Kuchai, and arrested five individuals packing illegal foreign liquor bottles and cartons. Several others managed to escape during the raid, in which approximately 4,000 liters of illegal foreign liquor, 800 liters of spirit, and other items were seized.
A case was registered regarding this incident under Kuchai Police Case No. 34/2024, dated 18.10.2024, sections 336/338/340/341 of BNS, section 47(A) of the Excise Act, and section 63 of the Copyright Act against ten individuals. In this recent operation, three absconding accused – Madhusudan Pradhan from Khudipih, Ajay Mandal from Padampur, and Shyam Sundar Mandal from Dalaikela village – were apprehended and sent to judicial custody. The search for other absconding accused continues. The arrested individuals have a history of criminal cases registered against them in multiple police stations.
During this raid, the police seized a Hyundai Santro car and two mobile phones from the suspects. The raid team included Kuchai Police Station Officer-in-Charge Narsingh Munda, Kharasawan Police Station Officer-in-Charge Gaurav Kumar, Amda OP Officer-in-Charge Avinash Kumar, Dalbhangha OP Officer-in-Charge Ravindra Singh Munda, and Dilson Birua.


लेडी जस्टिस की प्रतिमा में बदलाव पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने जताई नाराजगी

मंगलवार को जारी प्रस्ताव में, वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने सुप्रीम कोर्ट के प्रतीक और नई प्रतिमा में किए गए बदलावों का विरोध किया है।
दिल्ली—सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने कोर्ट में लेडी जस्टिस की प्रतिमा में एकतरफा परिवर्तन पर नाराजगी जताते हुए इस मुद्दे पर प्रस्ताव पारित किया है।

प्रस्ताव में कहा गया है कि हम न्याय प्रशासन में समान हितधारक हैं, लेकिन जब ये बदलाव प्रस्तावित किए गए, तो हमें इसकी जानकारी नहीं दी गई। हमें इन बदलावों के पीछे के तर्क के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है।
नई प्रतिमा में बदलाव का विरोध
पिछले मंगलवार को जारी प्रस्ताव में, वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल की अध्यक्षता वाली SCBA ने सुप्रीम कोर्ट के प्रतीक और नई प्रतिमा में बदलावों का विरोध किया है।

बताया गया है कि इसमें आंखों पर पट्टी बंधी लेडी जस्टिस को खुली आंखों के साथ दिखाया गया है और एक हाथ में तलवार की जगह भारत का संविधान थमाया गया है।

बदलावों को रेडिकल बताते हुए प्रस्ताव में कहा गया कि ऐसे बदलावों पर बार से सलाह ली जानी चाहिए थी। पिछले साल नई प्रतिमा का अनावरण करते हुए भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) धनंजय वाई चंद्रचूड़ ने कहा था कि कानून सभी को समान मानता है।

In a proposal issued on Tuesday, the Supreme Court Bar Association (SCBA), chaired by senior advocate Kapil Sibal, opposed the changes made to the Supreme Court’s emblem and the new statue.

Delhi — The Supreme Court Bar Association expressed displeasure over unilateral changes made to the Lady Justice statue in the court and passed a resolution regarding the matter.
The proposal states that “we are equal stakeholders in the administration of justice, yet when these changes were proposed, we were never informed about them. We have no information regarding the rationale behind these changes.”

Opposition to the changes in the new statue
In the proposal issued last Tuesday, the SCBA, chaired by senior advocate Kapil Sibal, opposed the changes made to the Supreme Court’s emblem and the new statue.
It is noted that the new statue depicts Lady Justice without the traditional blindfold and holding the Indian Constitution in one hand instead of a sword.

Calling these changes radical, the proposal states that the Bar should have been consulted on such changes. Last year, while unveiling the new statue, India’s Chief Justice (CJI) D.Y. Chandrachud had stated that the law sees everyone as equal.