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Friday, October 25, 2024

खरसावां विधानसभा सीट पर भाजपा की मजबूत दावेदारी, सोनाराम बोदरा ने किया नामांकन


खरसावां विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सोनाराम बोदरा ने झारखंड पूर्व मुख्यमंत्री सह पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के उपस्थिति में सरायकेला खरसावां जिला कार्यालय में शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
नामांकन के पहले श्री बोदरा ने पूजा अर्चना कर घर से निकले। साथ ही अपने समर्थकों के साथ सरायकेला सीनी चौक पर के भगवान बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर नमन करते हुए जुलूस के रूप में कार्यकर्ताओं के जयकारों के बीच सरायकेला जिला मुख्यालय पहुंचे और नामांकन किया। मौके पर श्री मुंडा ने कहा कि खरसावां की जनता निश्चित रूप से भारतीय जनता पार्टी को भारी मतों से विजय बनाएगी। 
साथ ही सोनाराम बोदरा जीत दर्ज करेंगे। वर्तमान समय खरसावां की जिस तरह से दुर्दशा है। उसे दुर्दशा से निकलने के लिए भाजपा का नेतृत्व खरसावां को चाहिए। श्री बोदरा ने जिला परिषद के अध्यक्ष के रूप में क्षेत्र का सेवा किया है। उनके कार्य की प्रशंसा हुई है। हमेशा क्षेत्र में सक्रिय रहे। और एक यह योग उमीरवार है। उन्होंने कहा कि इस राज्य को नीतिगत रूप से ऐसे विषयों पर निर्णय लेने की आवश्यकता है। 
जो पॉलिसी पैरालिसिस के रूप में यह राज्य पिछले 5 वर्षों में बहुत ही राज्य के नागरिकों का नुकसान हुआ है। क्योंकि इतनी असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है। एक गति जो राज्य के विकास के लिए होना चाहिए ठप पड़ गया है। श्री मुंडा ने कहा कि भ्रष्टाचार का बोलबाला है। और खयसावां टेंडर घोटाले सर्वविधिक है। जो किस तरीके से लोग उसमें जुड़े हुए हैं और उसमें शामिल है। और करोड़ों करोड़ों रुपए की वंडर बाट कर रहे हैं। वहीं खरसावां की भाजपा प्रत्याशी सोनाराम बोदरा ने कहा कि भाजपा ने जो जिम्मेदारी खरसावां विधानसभा क्षेत्र के लिए दी है।
उसे जिम्मेदारी को निभाऊंगा। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा उस क्षेत्र से नेतृत्व करते आ रहे हैं। उनके अधूरे कार्यों को आगे बढ़ने का काम करेंगे। खरसावां विधानसभा क्षेत्र भाजपा का परंपरागत सीट रही है। वर्तमान में जो खरसावां विधानसभा क्षेत्र से विधायक के उनके कार्यकाल से जानता नाखुश है। जनता जानती है कि 2019 में जिन वादों को लेकर झामुमो सरकार बनाया था। वह हर मोर्चे पर विफल हैं। इसलिए पूरे झारखंड में ही कमल खिलेगा। साथ ही साथ खरसावां खरसावां में कमल खिलेगा। नामांकन किसके दौरान मुख्य रूप से पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय, मंगल कांडाईबुरू, सुजीत प्रधान आदि उपस्थित थे।
Kharsawan Assembly Seat: Sonaram Badora Files Nomination, Vows to End Corruption
In the presence of former Chief Minister and former Union Minister Arjun Munda, Bharatiya Janata Party (BJP) candidate Sonaram Badora filed his nomination for the Kharsawan Vidhan Sabha seat in Seraikela-Kharsawan district on Friday.
Before filing his nomination, Badora performed puja and then proceeded to the district headquarters with his supporters, where he paid homage to Birsa Munda's statue.Arjun Munda expressed confidence that the people of Kharsawan would overwhelmingly elect the BJP and Badora would emerge victorious.
Munda criticized the current state of Kharsawan, saying it required BJP's leadership to overcome its poor condition.
He praised Badora's past work as the chairman of the district council and his continuous engagement with the community.
Munda emphasized the need for policy decisions to address the state's stagnation and criticized the rampant corruption and tender scams in Kharsawan.Badora assured that he would fulfill the responsibility entrusted to him by the BJP and build upon  unfinished work.
He noted that the Kharsawan Vidhan Sabha seat has traditionally been a BJP stronghold and expressed confidence that the party would win.Prominent leaders present during the nomination filing included former Union Minister Arjun Munda, former MLAs Mangal Singh Soy and Mangal Kandaiaburu, and Sujit Pradhan, among others.

Thursday, October 24, 2024

मधु कोड़ा की चुनाव लड़ने की अनुमति संबंधी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में 25 अक्टूबर को होगी सुनवाई

दिल्ली हाई कोर्ट ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने चुनाव लड़ने की अनुमति मांगी थी। अब वह हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। उनकी याचिका पर सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस संजय कुमार, और जस्टिस आर महादेवन की बेंच में 24 अक्टूबर को होनी थी, जिसे अब 25 अक्टूबर के लिए स्थगित कर दिया गया है।
दिल्ली हाई कोर्ट का फैसला:
दिल्ली हाई कोर्ट की एकल पीठ ने मधु कोड़ा की याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी थी कि याचिकाकर्ता केवल इस आधार पर फैसले पर रोक चाहता है कि वह चुनाव लड़ सके, जो उचित नहीं है।
प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि वह मामले में दोषी हैं, इसलिए निचली अदालत के फैसले पर रोक लगाने का कोई ठोस कारण नहीं है।
गौरतलब है कि निचली अदालत ने मधु कोड़ा, पूर्व कोयला सचिव, राज्य के पूर्व मुख्य सचिव ए.के. बसु और उनके सहयोगियों को कोयला घोटाले (Coal Scam) में दोषी ठहराया था। सभी को तीन साल की सजा सुनाई गई थी।

The Delhi High Court had dismissed the petition of former Jharkhand Chief Minister Madhu Koda, in which he sought permission to contest elections. Now, he has approached the Supreme Court against the High Court's decision. His petition was to be heard by a bench of Supreme Court Justices Sanjiv Khanna, Sanjay Kumar, and R. Mahadevan on October 24, but it has now been postponed to October 25.
Delhi High Court's decision:
The single bench of the Delhi High Court had dismissed Madhu Koda's petition, stating that the petitioner only seeks a stay on the decision so that he can contest the election, which is not justified.
At first glance, it appears that he is guilty in the matter, and thus, there is no solid reason to stay the lower court's decision.

It is noteworthy that the lower court had convicted Madhu Koda, former Coal Secretary, former state Chief Secretary A.K. Basu, and his associates in the coal scam. All were sentenced to three years in prison.