सरायकेला : जिले के आदित्यपुर आशियाना मोड़ के मैदान में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी विजयदशमी के उपलक्ष्य पर रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में रावण दहन करने आदित्यपुर थाना प्रभारी राजीव सिंह लोक जनशक्ति पार्टी के नेता मनोज पासवान पहुंचे।
रावण दहन कार्यक्रममें थाना प्रभारी ने कहा अत्याचारी रावण को जलाकर असत्य पर सत्य की जीत हुई। विजयदशमी का पर्व प्रतीक है बुराई पर अच्छाई का। प्रतिवर्ष हम रावण को जलाते हैं। ठीक उसी प्रकार समाज में अत्याचार - दुराचार फैलाने वाले लोगों को रावण की तरह जला देना है। अच्छाई का यह प्रतीक हमें संदेश देता है कि समाज में मिलजुल कर रहना है। आपसी भाईचारे को बढ़ाना अच्छाई के प्रतीक को समाज में फैला रहा है जो काबिले तारीफ है। असत्य के मार्ग पर चलने वालों को समाज कभी अपना नहीं सकता।
घंटो जमी रही भीड़
आशियाना मैदान में भव्य आतिशबाजी का कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसे देखने दूर दराज क्षेत्र से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। घंटो रावण दहन को देखने मैदान में जमें रहे लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था।"Ravana Dahan in Adityapur: A Symbolic Victory Over Evil"
Seraikela: Like every year, this year also Ravana Dahan program was organized on the occasion of Vijayadashmi in the ground of Adityapur Aashiyana turn of the district. Adityapur police station in-charge Rajiv Singh and Lok Janshakti Party leader Manoj Paswan reached as the chief guest to burn Ravana. In the Ravana Dahan program, the police station in-charge said that truth won over falsehood by burning the oppressor Ravana.
The festival of Vijayadashmi is a symbol of good over evil. Every year we burn Ravana. In the same way, people who spread atrocities and misdeeds in the society have to be burnt like Ravana. This symbol of goodness gives us the message that we have to live together in the society. Increasing mutual brotherhood is spreading the symbol of goodness in the society, which is commendable. Society can never accept those who follow the path of untruth.
Crowd gathered for hours
A grand fireworks program was organized in Ashiana ground. Thousands of people from far flung areas reached to see it. The enthusiasm of the people who remained gathered in the ground for hours to watch the burning of Ravana was worth seeing.