राजनगर प्रखंड के डुमरडीहा पंचायत के पुराने शिव मंदिर को तोड़कर एक नया भव्य मंदिर बनाया गया। आज मंगलवार को शिव मंदिर के गुंबद की भराई की गई।
इस दौरान आसपास के गांवों और दूरदराज के श्रद्धालुओं ने मंदिर के गुंबद में सोना, चांदी, तांबा, पीतल, कांसा समेत धान आदि की भराई की। इस अवसर पर पंडितों ने विधिपूर्वक वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा-अर्चना की।
इस अवसर पर पूर्ण चंद्र साहू ने कहा कि हमारे यहां करीब तीन सौ वर्षों से डुमरडीहा शिव मंदिर में विधि-विधान पूर्वक पूजा हो रही है। पहले मंदिर छोटा था, लेकिन अब ग्रामीणों के सहयोग से उड़ीसा राज्य के कलाकारों द्वारा एक भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है, जिसमें एक साल लगा।
इस धार्मिक कार्यक्रम में हजारों की संख्या में महिलाएं और पुरुष शिव भक्त उपस्थित थे। कमिटी की ओर से सभी को प्रसाद, चाय, नाश्ता, और खिचड़ी दी गई।
इस अवसर पर मंदिर के पुजारी श्री राजेश दुबे, डुमरडीहा के ग्राम प्रधान छुटू राम महतो, विक्रमपुर के ग्राम प्रधान राम प्रसाद महतो, बुरूडीह के ग्राम प्रधान महादेव पति, सागर महतो, राधा कृष्ण कैरवत, पूर्ण चंद्र साहू, सुबोध महतो, सूर्यकांत कैरवत, मुक्त साहू, सत्य पति, सुशांत पति, सुरेश महतो, दुबराज महतो, शरद चंद्र साहू, धीरेंद्र महतो, संतोष महतो, प्रभास महतो, सुनील कुमार दुबे, नरेश कैरवत, नुनु राम महतो, सुसेन महतो, अजित कैरवत और ग्रामवासी उपस्थित थे।
The Dome of Dumardih Shiv Temple in Rajnagar Block was Filled with Gold, Silver, and Rice Today
The old Shiv temple in Dumardih Panchayat of Rajnagar Block was demolished and a new grand temple was constructed. Today, on Tuesday, the dome of the Shiv temple was filled. During this event, devotees from nearby and distant villages filled the dome with gold, silver, copper, brass, bronze, rice, and other items. Priests conducted the rituals and worship with Vedic chants.
On this occasion, Purna Chandra Sahu said that rituals have been performed in Dumardih Shiv Temple for about three hundred years. The old temple was small, but with the cooperation of the villagers, a grand new temple was built by artists from Odisha, which took a year to complete.
Thousands of male and female Shiv devotees attended the religious program. The committee provided everyone with prasad, tea, snacks, and khichdi.
Present at the event were Rajesh Dubey, the temple priest; Chutu Ram Mahato, the village head of Dumardih; Ram Prasad Mahato, the village head of Vikrampur; Mahadev Pati, the village head of Burudih; Sagar Mahato, Radha Krishna Kairvat, Purna Chandra Sahu, Subodh Mahato, Suryakant Kairvat, Mukta Sahu, Satya Pati, Sushant Pati, Suresh Mahato, Dubaraj Mahato, Sharad Chandra Sahu, Dhirendra Mahato, Santosh Mahato, Prabhas Mahato, Sunil Kumar Dubey, Naresh Kairvat, Nunu Ram Mahato, Sushen Mahato, Ajit Kairvat, and other villagers.