Advertisement

Advertisement

This is default featured slide 1 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.

This is default featured slide 2 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.

This is default featured slide 3 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.

This is default featured slide 4 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.

This is default featured slide 5 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.

Sunday, August 18, 2024

IMA ने PM को लिखा पत्र, कर डाली ये डिमांड…


IMA (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) ने PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर डॉक्टरों की मांगों पर हस्तक्षेप की मांग की है। IMA ने अपने पत्र में लिखा कि बीते 9 अगस्त को कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ड्यूटी में मौजूद एक युवा पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टर के साथ रेप कर उसकी क्रूरतापूर्वक हत्या कर दी गई। इस वारदात ने पूरे देश खासकर चिकित्सा जगत को झकझोर कर रख दिया है। बीते 15 अगस्त को अस्पताल में तोड़फोड़ की गई। अस्पताल के विभिन्न हिस्सों को नष्ट कर दिया गया। अस्पतालों के अंदर डॉक्टरों की सुरक्षा प्रदान करना अधिकारियों का काम है। पत्र में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि आज देश भर में डॉक्टरों ने गैर-आवश्यक सेवाएं वापस ले ली हैं, वहीं केवल आपातकालीन और आकस्मिक सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।



IMA ने लेटर में आगे लिखा है कि सुरक्षा मिलने पर महिला डॉक्टरों को कार्यस्थल पर आत्मविश्वास मिलेगा, क्योंकि देशभर में 60% भारतीय डॉक्टर महिलाएं हैं। दंत चिकित्सा पेशे में यह प्रतिशत 68%, फिजियोथेरेपी में 75% और नर्सिंग में 85% तक है। सभी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर कार्यस्थल पर शांतिपूर्ण माहौल, सुरक्षा और संरक्षा के पात्र हैं। हम हमारी मांगों को पूरा करने के लिए उचित उपाय सुनिश्चित करने के लिए आपके सौम्य हस्तक्षेप की अपील कर रहे हैं।


IMD ने रखी ये डिमांड
सभी अस्पतालों का सुरक्षा प्रोटोकॉल किसी एयरपोर्ट से कम नहीं होना चाहिये।
अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र बनाया जाये।
अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा कर्मियों की तैनाती और प्रोटोकॉल का पालन किया जाये।
अपराध की समय-सीमा में सूक्ष्म एवं पेशेवर जांच कर न्याय दिलाया जाये।
रेजिडेंट डॉक्टरों के काम करने और रहने की स्थिति में बदलाव किया जाये।
शोक संतप्त परिवार को क्रूरता के अनुरूप उचित और सम्मानजनक मुआवजा मिले।

इन जगहों पर CCTV लगाना हुआ मस्ट, आदेश जारी…

*इन जगहों पर CCTV लगाना हुआ मस्ट, आदेश जारी…*
राजधानी रांची के सभी बैंक, ATM, जेवर दुकान, पेट्रोल पम्प, होटल-रेस्टोरेंट, शराब की दुकान, मल्टीस्टोरी फ्लैट, ऑटो एवं बस स्टैंड, पेड पार्किग, सभी प्राइवेट संचालित हॉस्टल, सभी मॉल, मार्केटिंग कॉम्पलेक्स, दवा दुकान, अपार्टमेंट एवं व्यवसायिक संस्थानों में CCTV कैमरा लगाने के आदेश जारी किये गये हैं। CCTV कैमरा अंदर और बाहर दोनों जगह लगाने को कहा गया है। इन कैमरों में रिकॉडिंग सिस्टम और कैमरे के लाइव फीड को क्लाउड पर भेजने की व्यवस्था जरूरी है। ताकि पब्लिक एरिया को कैद किया जा सके। वहीं, इस बात का पूरा ख्याल रखने को कहा गया है कि किसी की निजता भंग न हो। खासकर जिस एरिया में महिलाएं और बच्चे रहते हो, उस क्षेत्र में कैमरे लगाने से बचने को कहा गया है। CCTV कैमरा खराब हालत में न हो। कैमरा या क्लाउड के लाइव फीड रिकॉडिंग को कम से कम 15 दिनों तक सुरक्षित रखने को कहा गया है। संबंधित थाने द्वारा रिकॉर्डिंग मांगे जाने पर उन्हें तुरंत CCTV फुटेज उपलब्ध कराये जाये। यह आदेश रांची के SDO उत्कर्ष कुमार ने SSP द्वारा निकाले गये एक पत्र के आलोक में दिया है। SDO ने आज रात 8 बजे से अगले 60 दिनों तक शहरी क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।