संवाददाता:-देवाशीष नायक
बाहरागोड़ा प्रखंड के बेहेड़ा गांव में बीते दिनों हुई
ओलावृष्टि में कई किसानों के फसल नष्ट हो गए हैं. इस संबंध में बेहेड़ा ग्राम के
किसान राजकुमार डे ने बताया कि अचानक हुए ओलावृष्टि से उनके खेतों में लगे पत्ता
गोबी , करेला व कद्दू के अलावा केले की फसल क्षतिग्रस्त हो गई है. जिससे उनको लगभग
एक लाख रुपए की क्षति पहुंची है. पीड़ित किसान ने बताया कि करेले की खेती प्रचुर
मात्रा में की थी.किसान भावेश महतो, गौरांग महतो, किशन हांसदा, तापस महतो आदि ने
बताया कि क्षेत्र के किसान सालाना करेले से अच्छा मुनाफ़ा कमाते हैं. ओलावृष्टि से
करेले की खेती बर्बाद हो गयी.क्षेत्र के किसान नगदी फसल के तौर पर करेले की खेती
करते हैं. प्रतिवर्ष करेले से अच्छा मुनाफा कमाते हैं. इस वर्ष की आंधी और
ओलावृष्टि ने किसानों को तबाह कर दिया है.जिससे काफी क्षति उठानी पड़ी है.गांव के
अन्य किसान सौरभ डे, समीर डे, रमजान डे आदि के खेतों में लगे सब्जी की फसल व्यापक
मात्रा में नष्ट हो गए हैं.उन्होंने बताया कि गरमा फसल लगाने समय दस हजार रुपये की
बीज एवं दवा मे पूंजी लगाकर लाया गया था। जिसमें सभी फसल तैयार हो चुके थे।अब प्रति
सप्ताह बाजार में 4-5 हजार रुपये की टमाटर मिर्च करेला का बिक्री कर लेते थे, परंतु
इस ओलावृष्टि पड़ने से काफी नुकसान हुआ है ।सभी किसानों ने बाहरागोड़ा अंचल प्रशासन
से इस प्राकृतिक आपदा में हुए फसल क्षति का मुआवजा शीघ्र भुगतान करने की मांग की
है.