बहरागोड़ा संवाददाता:-देबाशीष नायक
बहरागोड़ा क्षेत्र के मधुआबेड़ा गांव में आयोजित हरिनाम संकीर्तन का बुधवार को दधि महोत्सव के साथ ही हरिनाम संकीर्तन का समापन हुआ है, जिसमें हम सभी ग्रामवासी मिलकर एक अद्वितीय और रोमांचक अनुभव करने का सौभाग्य प्राप्त किए। हरिनाम संकीर्तन न ही सिर्फ एक धार्मिक गतिविधि है, बल्कि यह हमारे अंतरंग भावनाओं का भी एक स्त्रोत है, जिससे हमारी आध्यात्मिकता का समृद्धांत होता है। इस समापन के मौके पर हम सभी ग्रामवासी ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर भाईचारा और एकता के प्रतीक के रूप में यह शुभ अवसर मनाया।
हरिनाम संकीर्तन के माध्यम से हमने न केवल अपने मन को शांति प्राप्त की, बल्कि हमने समाज में भाईचारा और सामर्थ्य का संदेश भी दिया। इसके बाद दधि हंडी को मंडप के चारों ओर पांच बार परिक्रमा कर कीर्तन का समापन किया गया। रात को पश्चिम बंगाल के हरिश्चंद्र माला रानी के द्वारा लीला कीर्तन प्रस्तुत किया गया।इस कीर्तन को सफल बनाने के लिए कमिटी के सदस्य प्रबीर मण्डल,शरत चंद्र मुण्डा, अशोक कुमार जाना, अरिजीत जाना,दीपक जाना, देवदत्त बेरा,राशेश्वर जाना,दुर्गा पद मुण्डा,नंददुलाल सीट, गौरंग बेरा,देबाशीष जाना,बिजन षण्ड,सब्यसाची नायक, शुभजीत धाड़ा,समीर मुण्डा,गणेश मुण्डा, नरेंद्र मुण्डा, देवदत्त विशाल,जगन्नाथ जाना,गोबिंद दास जाना,दिलीप मुण्डा,बापि विशाल ,दयाल बेरा,रिंकू विशाल,विश्वजीत नायक आदि ने अहम भूमिका निभाई।