सरायकेला खरसावां संवाददात:-सुशील कुमार
पूर्व क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र कोलकाता, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सौजन्य से खरसावां राज महल में स्वच्छता ही सेवा विषय पर एक नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया।
सरायकेला खरसावां जिला स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित इस नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कलाकारों ने स्वच्छता के महत्व को जन -जन तक पहुंचाने का सफल प्रयास किया।
आज खरसावां राजमहल में इस कार्यक्रम का उद्घाटन खरसावां राज घराने की राजमाता विजया देवी, राजा गोपाल नारायण सिंहदेव, रानी अपराजिता सिंहदेव, खरसावां के अंचल अधिकारी कैप्टन सिंकू एवं संगीत नाटक अकादमी अवॉर्डी गुरु तपन कुमार पटनायक ने मिलकर किया।
नाटक के अवलोकन के पश्चात अतिथियों ने संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार को खरसावां राज महल जैसे ऐतिहासिक स्थल में स्वच्छता पर आधारित एक नाटक के सफल मंचन के लिए धन्यवाद दिया।
नाटक की शुरुआत तमाशेवाले और उसके जमूरे के हास्य परिहास से होती है। हास्य के माध्यम से वे यह बताने का प्रयास करते हैं कि मानव जीवन में स्वच्छता और शौचालय का क्या महत्व है।
नाटक के दूसरे चरण में सपने में बापू का प्रवेश होता है। स्वर्ग लोक में भी बापू साफ सफाई के अभाव से पर्यावरण और मानव जीवन पर पड़ने वाले कुप्रभाव से व्यथित नजर आते हैं। उनका मानना है कि आज कोरोना सहित विभिन्न तरह की बीमारियों से त्रस्त संसार के कष्ट का मूल वजह स्वच्छता ही है। लोग अपनी लापरवाही और स्वार्थ के कारण विभिन्न तरह की गंदगी और प्रदूषण फैला रहे हैं और कष्ट भोग रहे हैं। अपनी जय- जयकार के बीच वे संसार को यह संदेश देना चाहते हैं कि उनकी जय तभी होगी जब वह उनके बताए गए मार्ग पर चलकर स्वच्छता को ही अपना धर्म समझेंगे।
जिला स्पोर्ट्स एसोसिएशन के कलाकारों ने बहुत ही खूबसूरत अंदाज से इस नाटक का मंचन किया और वहां उपस्थित दर्शक भाव विभोर हो उठे। गांधी जी की भूमिका में पिनाकी रंजन जबकि जमूरे के चरित्र में दयाल लेट प्रभावी रहे। कार्यक्रम में आम जनता के साथ-साथ विभिन्न विद्यालयों के छात्र छात्रा, शिक्षक, खिलाड़ी, आदर्श मध्य विद्यालय के प्राचार्य अब्दुल मजीद खान, राजकीय कन्या मध्य विद्यालय की प्राचार्य उमा कुमारी, सरस्वती शिशु मंदिर के आलोक दास, भाजपा के नगर अध्यक्ष नयन नायक सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।