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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Saubhagya Bharat News

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The Saubhagya Bharat

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Sunday, January 26, 2025

समस्त क्षेत्रवासियों एवं झारखंडवासियों साथ साथ पूरे देशवासियों को गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं !

समस्त क्षेत्रवासियों एवं झारखंडवासियों साथ साथ पूरे देशवासियों को गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं !

समस्त क्षेत्रवासियों एवं झारखंडवासियों साथ साथ पूरे देशवासियों को गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं !

समस्त क्षेत्रवासियों एवं झारखंडवासियों साथ साथ पूरे देशवासियों को गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं !

Saturday, January 25, 2025

समस्त क्षेत्रवासियों एवं झारखंडवासियों साथ पूरे देशवासियों को गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं !

26 जनवरी 2025 की शुभकामनाएं व हार्दिक बधाई 
गणतंत्र दिवस विशेषांक ~

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माननीय कुलपति द्वारा दीक्षांत समारोह के संदर्भ में सभी कमिटियों के साथ बैठक का आयोजन

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के चार फरवरी 2025 को होने जा रहे दूसरे दीक्षांत समारोह के प्रबंधन की सुदृढ़ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शनिवार 25 जनवरी को माननीय कुलपति प्रो० डॉ अंजिला गुप्ता की अध्यक्षता में अधिकारियों और शिक्षकों की बैठक बुलाई गई । इस बैठक में माननीय कुलपति ने सुनिश्चित किया कि दीक्षांत समारोह की तैयारियाँ उत्कर्ष पर हैं।  बैठक में छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. किश्वर आरा, कुलसचिव श्री राजेंद्र जायसवाल, परीक्षा नियंत्रक रमा सुब्रमण्यम, वित्त पदाधिकारी डॉ. जावेद अहमद, विकास पदाधिकारी डॉ. सलोमी कुजूर, स्पोर्ट्स और कल्चर कमिटी के चेयरमैन डॉ. सनातन दीप, आइक्यूएसी डायरेक्टर डॉ. रत्ना मित्रा और सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष एवं शिक्षकगण मौजूद थे । इससे पहले भी दीक्षांत समारोह के तैयारी के संदर्भ में कई बैठकें हो चुकी हैं। माननीय कुलपति ने सभी कमिटियों के कार्यों का जायजा लिया । विश्वविद्यालय प्रबंधन के द्वारा सभी दायित्वों के निर्वहन की योजना सुनिश्चित की जा रही है । समारोह 4 फरवरी को होना सुनिश्चित किया गया है जिसमें राज्यपाल सह कुलाधिपति डॉ. संतोष गंगवार की उपस्थिति अपेक्षित है । इस दौरान स्नातक, स्नातकोत्तर, पी.जी. वोकेशनल, बी.एड. और एम.एड. की छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा । सन् 1953 में स्थापित इस संस्थान ने कई सशक्त हस्तियाँ देश को दी हैं, और इसी उम्मीद के तहत विश्वविद्यालय प्रबंधन संपूर्ण ऊर्जा और उत्साह के साथ दीक्षांत समारोह की तैयारियों में जुटा हुआ है कि यहां से सम्मानित होकर निकली छात्राएं अपना भविष्य उज्ज्वल कर विश्वविद्यालय और देश का नाम ऊँचा करेंगी । 
25 जनवरी दीक्षांत समारोह के पंजीकरण की प्रक्रिया की अंतिम तिथि थी । समारोह का आयोजन विश्वविद्यालय के सिदगोड़ा कैंपस में ही किया जाएगा । इस दौरान कुल 32 गोल्डमेडलिस्ट छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा । 
'ओवरऑल बेस्ट ग्रेजुएट' का खिताब गणित विभाग की मुस्कान महतो को दिया जाएगा वहीं स्नातक 2021 - 24 बैच की अन्य गोल्ड मेडलिस्ट छात्राओं की सूची इस प्रकार है । 
मानविकी संकाय - वर्षा प्रजापति (हिंदी) 
सामाजिक विज्ञान संकाय - अर्पिता दत्ता (इतिहास) 
विज्ञान संकाय - मुसकान महतो (गणित) 
वाणिज्य संकाय - प्रीति कुमारी (अकाउंट्स) 
व्यावसायिक संकाय - रिया कुमारी सिंह ( कंप्यूटर एप्लीकेशन )

स्नातकोत्तर, पी.जी. वोकेशनल, बी.एड. और एम.एड. 2022 - 24 सत्र की गोल्ड मेडलिस्ट छात्राओं की सूची इस प्रकार है ।

गौरी सतपती - बांग्ला
शौमिनी दास - अर्थशास्त्र
रिया सिंह - अंग्रेजी
नेहा कुमारी - हिन्दी 
बिनिता कुमारी - इतिहास 
प्रीति कुमारी - गृह विज्ञान 
सताब्दी चटर्जी - संगीत 
अंशिका कुमारी - दर्शनशास्त्र 
पामिका झा - राजनीति विज्ञान 
अंजली कुमारी - मनौविज्ञान 
सीमा महतो - संस्कृत 
द्रक्षा रूमां - उर्दू 
मिलि सन्यासी - योगा 
अंशु वर्मा - वाणिज्य 
सबिहा ज़रीन खानम - बायोटेक 
मिस्सी सलबा बोबोंगा - बॉटनी 
सुजाता लक्ष्मी सिंह - कैमिस्ट्री
अमिषा प्रिया - मैथ्स 
अन्नुश्री प्रसाद - फिजिक्स 
सृष्टि लाल - जुलॉजी 
निशा कुमारी - एम.बी.ए.
रजनी कुमारी - एम.एल.आई.एससी. 
मिलन जोशी - एम.एड. 
अंशु कुमारी - एम.सीए.
प्रियंका भकत - बी.एड.

Friday, January 24, 2025

अभिनेता श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ सहित 13 लोगों के खिलाफ हरियाणा के सोनीपत जिले के मुरथल पुलिस स्टेशन.....


अभिनेता श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ सहित 13 लोगों के खिलाफ हरियाणा के सोनीपत जिले के मुरथल पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी और विश्वासघात के मामले में FIR दर्ज कराई गई है. ये FIR सोनीपत निवासी विपुल अंतिल ने दर्ज करवाई है. मामला इंदौर में रजिस्टर्ड एक कंपनी ‘ह्यूमन वेलफेयर क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी’ के प्रमोशन से जुड़ा है जो लोगों के करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गई. श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ पर इनवेस्ट के लिए अपील करने वाली कंपनी का प्रमोशन करने का आरोप लगाया गया है. कंपनी के इस इवेंट में सोनू सूद भी चीफ गेस्ट के तौर पर मौजूद थे*

कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लंदन में विरोध का सामना करना पड़ रहा है

कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लंदन में विरोध का सामना करना पड़ रहा है. लंदन में कई जगह ‘इमरजेंसी’ दिखाई जा रही थी. इस दौरान कुछ लोगों ने फिल्म देख रहे दर्शकों को डराया और धमकी दी. कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने इसकी कड़ी निंदा की है. उन्होंने गृह सचिव से मामले में दखल देने की सिफारिश की है. बॉब ब्लैकमैन के मुताबिक ‘इमरजेंसी’ देखने पहुंचे लोगों को धमकाया गया है. बॉब ब्लैकमैन उत्तर-पश्चिम लंदन निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और कथित खालिस्तान समर्थकों ने इसी इलाके के लोगों को फिल्म देखने पर धमकी दी है.*

1.96 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस मिला है. महज 16-17 हजार रुपये महीने कमाकर अपने परिवार का पेट पालने वाले युवक,.. को

गुजरात के पाटन जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. अहमदाबाद में मिस्त्री का काम करने वाले दूदखा गांव निवासी युवक को बेंगलुरु GST विभाग से 1.96 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस मिला है. महज 16-17 हजार रुपये महीने कमाकर अपने परिवार का पेट पालने वाले युवक के लिए यह एक बड़ा झटका है. सुनील सथवारा एक साधारण मिस्त्री है, जो छोटे-मोटे काम करके परिवार का खर्च चलाता है. बेंगलुरु से GST विभाग द्वारा 1.96 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस देखकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई. जब उसने इस नोटिस को लेकर वकील से संपर्क किया और वकील ने ऑनलाइन GST नंबर चेक किया तो पता चला कि सुनील सथवारा के नाम पर 11 कंपनियां संचालित हो रही हैं, जो देश के अलग-अलग राज्यों में हैं. उत्तर प्रदेश के अयोध्या, अलीगढ़, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, महाराष्ट्र के नागपुर, कर्नाटक, तमिलनाडु और अंडमान निकोबार जैसे राज्यों में इन कंपनियों का संचालन हो रहा है. सुनील और उसके परिवार ने इस पूरे मामले में गृह विभाग और क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई है. उनका कहना है कि उनके दस्तावेजों का फर्जी तरीके से उपयोग किया गया है.

इसरो की मिशन गगनयान के लिए बड़ी उपलब्धि, अंतरिक्ष में मानव रहित मिशन के लिए भेजा क्रू


*क्रू मॉड्यूल का सफलतापूर्वक लिक्विड प्रपल्शन सिस्टम के साथ एकीकरण पूरा*

दिल्ली----भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के लिक्विड प्रपल्शन सिस्टम्स सेंटर (एलपीएससी) ने गगनयान परियोजना के तहत पहले मानव रहित मिशन (जी 1) के लिए क्रू मॉड्यूल का सफलतापूर्वक लिक्विड प्रपल्शन सिस्टम के साथ एकीकरण पूरा कर लिया है। 21 जनवरी 2025 को इसे श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रवाना किया गया। गगनयान अंतरिक्ष में मानव मिशन भेजने की क्षमता हासिल करने की दिशा में इसरो का पहला प्रयास है। इसरो गगनयान परियोजना के तहत मानवयुक्त चालक दल को रवाना करने से पहले अंतरिक्ष में एक मानवरहित मिशन भेजने की योजना बना रहा है।


क्रू मॉड्यूल को अंतरिक्ष रवाना किया
इसरो ने एक बयान में कहा, “ मंगलवार को इसरो के लिक्विड प्रपल्शन सिस्टम्स सेंटर (एलपीएससी) ने लिक्विड प्रपल्शन सिस्टम के एकीकरण को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद गगनयान के पहले मानवरहित मिशन के लिए क्रू मॉड्यूल को अंतरिक्ष रवाना किया।” इसरो के अनुसार, क्रू मॉड्यूल प्रपल्शन सिस्टम (सीएमपीएस) एक बाई-प्रोपेलेंट आधारित रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम (आरसीएस) है, जिसे क्रू मॉड्यूल के तीन अक्षों – पिच, यॉ और रोल – के सटीक नियंत्रण के लिए डिजाइन किया गया है। यह नियंत्रण सेवा मॉड्यूल के पृथक्करण के बाद से लेकर वायुमंडल में पुनः प्रवेश और पैराशूट आधारित धीमी गति प्रणाली के सक्रिय होने तक जारी रहेगा।


भारत की मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता एक और कदम आगे बढ़ी
इस सिस्टम में बारह 100एन थ्रस्टर्स, उच्च दबाव गैस बॉटल्स के साथ प्रेशराइजेशन सिस्टम और प्रोपेलेंट फीड सिस्टम शामिल है। इसरो के अधिकारियों ने बताया कि 100एन थ्रस्टर्स छोटे रॉकेट मोटर्स होते हैं, जो अंतरिक्ष यान को प्रपल्शन प्रदान करते हैं। विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) द्वारा डिजाइन किया गया क्रू मॉड्यूल अपराइटिंग सिस्टम (सीएमपीयू) भी एलपीएससी में क्रू मॉड्यूल में एकीकृत किया गया है। इसरो ने कहा कि क्रू मॉड्यूल अब वीएसएससी में एवियोनिक्स पैकेज असेंबली, इलेक्ट्रिकल हार्नेसिंग और परीक्षण जैसे और एकीकरण कार्यों से गुजरेगा। इसके बाद इसे बेंगलुरु स्थित यू आर राव सैटेलाइट सेंटर (यूआरएससी) भेजा जाएगा, जहां ऑर्बिटल मॉड्यूल के अंतिम चरण का एकीकरण किया जाएगा। इसरो की इस उपलब्धि से भारत की मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता में एक और कदम आगे बढ़ाया गया है। गगनयान परियोजना का यह पहला मानव रहित मिशन इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य की ओर एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

जिंदगी को भीतर से समझिए, यह दार्शनिक आपको नए तरीके से समझाएगा…

 इस दुनिया की सबसे बड़ी सच्चाई यह है की जन्म ही मृत्यु का प्रमाण पत्र है। जो आया है, सो जाएगा- राजा, रंक फकीर। ऐसा हमारी परंपरा में अक्सर कहा जाता है। बेशक जो आएगा सो तो जाएगा ही, लेकिन आने वाला जो करके गया, वह कभी समाप्त नहीं हो सकता है। हम दुनिया की महान हस्तियों को इसलिए उसके जन्मदिवस और मृत्यु दिवस पर याद कर लेते हैं, क्योंकि उसने अपने जीवन में कुछ ऐसा किया रहता है। भारत की धरती पर जितने विवादास्पद लोगों के नाम हम आज कभी-कभार लिया करते हैं, उनमें आचार्य रजनीश या यूं कहें जो बाद में ओशो बन गए, उन्हें कोई नहीं भूल सकता। ओशो का जीवन यह प्रमाण है कि कोई साधारण से साधारण व्यक्ति जिंदगी को भीतर से ठीक से समझे तो वह शिखर तक पहुंच सकता है।

34 साल पहले हुई थी मौत


आधुनिक हिंदी के कवि रामधारी सिंह दिनकर ने एक जगह कहा है कि शिखर पर चढ़ने की कोशिश तो सभी करते हैं, मगर लाखों में कुछ ही शिखर पर चढ़कर मरते हैं। बेशक आचार्य रजनीश अपने विचार और दर्शन के शिखर पर पहुंचकर पूरी दुनिया में छा गए। आज से 34 साल पहले जिस शख्स का निधन 58 साल की उम्र में हो गया था, आज भी विचारों के धरातल पर बहुत सारे सवालों के जवाब ढूंढने के लिए उपयोगी बना हुआ है। उनकी मौत का कारण विवादास्पद है कहा जाता है कि उन्हें अमेरिका में जहर दिया गया था, जिसके कारण धीरे-धीरे वह मौत की ओर चले गए।


सेक्स की बताई नई थ्योरी

मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में आज से 82 साल पहले आचार्य रजनीश का जन्म हुआ था। वह बचपन से ही अलग स्वभाव के थे। पढ़ाई लिखाई में मन नहीं लगता था लेकिन वैसे काम करते थे जिसे वर्जित माना जाता था। घर का नाम चंद्र मोहन था। अपने जीवन के करियर को उन्होंने एक लेक्चरर के रूप में प्रारंभ किया, लेकिन पढ़ते-पढ़ते दर्शन के सागर में गोते लगाने लगे और वहीं से प्रारंभ हुआ एक साधारण व्यक्ति के दार्शनिक बनने का प्रोसेस। पहले वह अपना नाम बदलकर आचार्य रजनीश बनते हैं और प्रवचन देना शुरू कर देते हैं। वह दर्शन की गहराइयों में पहुंचकर बाद में ओशो कहलन लगते हैं, जिसका मतलब होता है जीवन के सागर में अपने आप को डुबो देना।


इस तरह बढ़ते गए फॉलोअर्स

जिस शख्स ने ‘संभोग से समाधि कर की ओर’ की बात कही हो उसे कोई अच्छा कैसे मान सकता है। लेकिन धीरे-धीरे उसकी मान्यताओं को मानने वालों की संख्या 100 से 1000 हजार से लाख और लाख से करोड़ तक में पहुंचे गई। वास्तव में इस विवादास्पद व्यक्ति ने ऐसे विषय को स्थापित किया जो भारतीय समाज में वर्जित माना जाता है, लेकिन उसकी सच्चाई से कोई इनकार नहीं कर सकता है। प्रेम को पवित्र माना जाता है लेकिन ओशो ने पहली बार साबित किया कि वास्तव में सेक्स से प्रेम का प्रारंभ होता है। प्रेम श्रद्धा, भक्ति के मार्ग पर आगे बढ़ते हुए समाधि की स्थिति में पहुंच जाता है। मतलब साफ है कि कोई बड़ा से बड़ा साधु या महात्मा सेक्स की अनुभूति के बिना परम भक्त की स्थिति में नहीं पहुंचता है। अगर ओशो को गहराई से समझना है तो आपको उन्हें पढ़ना होगा। ध्यान योग, प्रथम और अंतिम मुक्ति, मैं मृत्यु सिखाता हूं, प्रेम-पंथ ऐसो कठिन, कृष्ण स्मृति जैसी किताबों को पढ़कर आप ओशो को समझ सकते

कांगो में तीन सगी बहनों को एक ही लड़के से हुआ प्यार तो लड़के ने तीनों से एक साथ कर लिया विवाह

शादी की जोड़ियां तो भगवान के घर से ही बनती हैं। यह कहावत दुनियाभर में प्रचलित है। लेकिन अफ्रीकी देश कांगो से शादी का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आप आश्चर्यचकित हो जाएंगे। दरअसल, यहां तीन सगी बहनों को एक ही लड़के से प्यार हो गया। गजब तो तब हुआ, जब तीनों ने कथित तौर पर उसे एक साथ प्रपोज किया, और लड़के ने भी सबका प्रपोजल स्वीकार कर लिया। फिर क्या… लड़के ने तीनों बहनों से एक साथ शादी कर ली। अब उनकी तस्वीरें और शादी की ये अनोखी कहानी इंटरनेट पर खूब वायरल हो रही है।

पहले हुई थी एक बहन से मुलाकात


‘न्यूयॉर्क पोस्ट’ की एक खबर के मुताबिक तीन सगी बहनों (नताशा, नताली और नादेगे) से विवाह करने वाले लड़के का नाम लुविजो है। उसकी उम्र 32 साल है। बताया गया कि शख्स की मुलाकात सबसे पहले नताली (Natalie) से सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। इसके बाद वो उसकी अन्य दो बहनों Nadege (नादेगे) और Natasha (नताशा) से मिला, और उनके साथ भी रिलेशनशिप में आ गया।

तीनों से शादी की बात पर चौंक गया

तीनों बहनों ने Afrimax English से कहा- ‘जब हमने लुविजो को बताया कि उसे हम तीनों को उससे शादी करनी है, तो वह हक्का-बक्का रह गया। हालांकि, वो पहले से ही हम सभी के प्यार में था, इसलिए शादी के लिए मना नहीं कर सका। हम तीनों भी उससे बहुत प्यार करते हैं।


लड़के के माता -पिता शादी से नहीं थे खुश

इस शादी से लड़के के पेरेंट्स खुश नहीं थे। दूल्हे ने बताया, ‘मेरे माता-पिता समझ नहीं पा रहे थे कि मैं क्या कर रहा हूं। उन्होंने इस विवाह पर नाराजगी जाहिर की। बाद में, वे शादी में भी नहीं आए।’ लुविजो ने कहा कि मैं तीनों से शादी करके खुश हूं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दूसरे क्या सोचते हैं। मैं बस इतना कह सकता हूं कि प्यार की कोई सीमा नहीं होती है।


तीनों बहन शादी से हैं बहुत खुश

लुविजो ने कहा कि ऐसा लगता है कि मैं कोई सपना देख रहा हूं! बता दें, यह शादी कांगो के पूर्वी हिस्से में दक्षिण कीवू में हुई। इस शादी पर बहनों ने कहा कि वे बचपन से ही एक दूसरे के साथ चीजें शेयर करती थीं। इसलिए उन्होंने पति शेयर करने का भी फैसला किया। एक बहन ने कहा कि उन्हें लगा था कि भगवान उन्हें अलग-अलग पति देकर एक-दूसरे से अलग कर देगा मगर ऐसा नहीं हुआ।