मेटा इंडिया ने मार्क जुकरबर्ग की टिप्पणी के लिये माफी मांगी है, जिसमें उन्होंने 2024 के भारतीय चुनावों में NDA सरकार की हार का जिक्र किया था। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इस दावे को तथ्यात्मक रूप से गलत बताते हुये कड़ी आपत्ति जताई थी। मेटा ने इसे “अनजाने में हुई गलती” कहते हुये भारत के साथ अपने मजबूत संबंधों पर जोर दिया। मेटा CEO मार्क जुकरबर्ग ने “द जो रोगन एक्सपीरियंस” शो में दावा किया था कि कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों का अपनी सरकारों पर विश्वास टूट गया और 2024 में हुये चुनावों में कई देशों की सत्तारूढ़ पार्टियां हार गईं। इस संदर्भ में उन्होंने भारत का भी नाम लिया था। भाजपा नेताओं ने जुकरबर्ग के बयान को “भ्रामक और निराशाजनक” करार दिया। वहीं, मेटा को नोटिस भी भेजा गया था।
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Thursday, January 16, 2025
मुर्दाघर ले जाने से पहले शख्स की उंगलियां हिलने लगी, फिर…
जिस बुजुर्ग को मरा समझ लिया गया, वो शख्स जिंदा हो गया। मुर्दाघर ले जाने से पहले ही इस शख्स की सांसे चलने लगी। स्थानीय अखबारों में छपे शोक संदेश प्रकाशित हो जाने के चलते नाते-रिश्तेदारों का जुटान तक घर में हो गया था। अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी, लेकिन उनके जिंदा रहने की खबर से घर में खुशियां छा गई। लगभग 66 साल के पवित्रन को मुर्दाघर ले जाते वक्त अस्पताल के एक कर्मचारी ने उनकी उंगलियों में हल्की हरकत देखी और उनके रिश्तेदारों और डॉक्टरों को सूचना दी। एक अन्य कर्मचारी ने भी देखा कि पवित्रन की उंगलियां हिल रही थीं और उन्होंने उसे बुलाया। उनका तुरंत BP देखा गया, सामान्य पाया गया। अब बुजुर्ग पवित्रन को एक अस्पताल के ICU में भर्ती कराया गया है। उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने मीडिया को बताया कि वो इलाज में पूरा सपोर्ट कर रहे हैं, नाम पुकारने पर वह अपनी आंखें खोल रहे हैं। वहीं, लोगों को देख भी रहे हैं। यह बुजुर्ग शख्स केरल के कन्नूर शहर के कुथुपरम्बा के पास पचपोइका के रहने वाले हैं।
CM हेमंत सोरेन का जोर, खुल सकते हैं बंद ये 4 कोल ब्लॉक…
रांची: CM हेमंत सोरेन सरकार ने राज्य में बंद खदानों को खोलने पर जोर दिया है। सरकार द्वारा आवंटित 34 कोल ब्लॉकों को शुरू करने में आ रही परेशानी को दूर करने को लेकर आज हाई लेवल मीटिंग हुई। मुख्य सचिव अलका तिवारी ने अपने मातहत अधिकारियों को निर्देश दिया कि बंद कोल ब्लॉक जितनी जल्दी शुरू होंगे, उतनी ही जल्दी इलाके में आर्थिक गतिविधियां शुरू होंगी और रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे। वहीं राज्य सरकार के राजस्व में भी इजाफा होगा। मीटिंग में 34 में से 4 कोल ब्लॉक पलामू का राजहारा, हजारीबाग के बदाम, मोइत्रा जेएस डब्ल्यू एवं लातेहार का तुबेद से अविलंब खनन शुरू करने का निर्देश दिया गया। ये कोयला खदान सप्ताह भर के भीतर ऑपरेशनल हो जाने की उम्मीद है। वहीं अन्य 9 कोल ब्लॉकों की परेशानी जल्द दूर कर इसे चालू करा देने की संभावना जताई गई।
समय सीमा में परेशानी दूर होः सीएस
मीटिंग में यह गौर किया गया कि ज्यादातर आवंटित कोल ब्लॉकों को शुरू करने में जमीन अधिग्रहण, मुआवजा, फॉरेस्ट क्लियरेंस, रेट की गणना, भूमि हस्तांतरण, कोल ब्लॉक की जमीन से गुजरने वाले नाला, नदी और सड़क को लेकर दिक्कतें आ रही है। कुछ जगहों पर विधि व्यवस्था की भी समस्या है। जिसे देखते हुये मुख्य सचिव अलका तिवारी ने सभी संबंधित जिलों के DC को निर्देश दिया कि इन समस्याओं का समाधान एक समय सीमा के भीतर करें।
मुख्य सचिव ने आवंटित कोल ब्लॉकों के प्रतिनिधियों को भी निर्देश दिया कि वे समय पर संबंधित विभागों और जिला प्रशासन को जरूरी कागजात उपलब्ध करायें, ताकि कोल ब्लॉकों को ऑपरेशनल करने में आ रही समस्याओं का समाधान किया जा सके। मीटिंग में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक राजीव लोचन बख्शी, वन एवं पर्यावरण सचिव अबू बक्कर सिद्दिकी, वित्त सचिव प्रशांत कुमार, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव चंद्रशेखर, खान सचिव जितेंद्र सिंह, खान निदेशक राहुल सिन्हा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी इलाके से रहस्यमय ढंग से गायब हुई पढ़े क्या हुआ
राँची:-राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी इलाके से रहस्यमय ढंग से गायब हुई दो सगी बहनों का पता चल गया है। रांची पुलिस ने दोनों को खोज निकाला है। दोनों का लोकेशन कर्नाटक है। दोनों बहनों के साथ उनका एक दोस्त भी है। पुलिस ने तीनों को अपनी कस्टडी में ले लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आज यानी बुधवार की देर रात तक सभी को रांची वापस ले आया जायेगा।
रांची: राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी इलाके से रहस्यमय ढंग से गायब हुई दो सगी बहनों का पता चल गया है। रांची पुलिस ने दोनों को खोज निकाला है। दोनों का लोकेशन कर्नाटक है। दोनों बहनों के साथ उनका एक दोस्त भी है। पुलिस ने तीनों को अपनी कस्टडी में ले लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आज यानी बुधवार की देर रात तक सभी को रांची वापस ले आया जायेगा।
रांची: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी 2025 से शुरू
रांची: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी 2025 से शुरू हो रहा है, जिसे राज्यपाल संतोष गंगवार ने मंजूरी दे दी है. यह बजट सत्र 24 फरवरी 2025 से शुरू होकर 27 मार्च 2025 तक चलेगा. इस बजट सत्र के पहले दिन नए सदस्यों के शपथ ग्रहण के अलावा राज्यपाल का अभिभाषण और शोक प्रकाश का कार्यक्रम होगा. बजट सत्र के पहले दिन 24 फरवरी 2025 को 11:30 बजे राज्यपाल का अभिभाषण होगा. जिसके बाद देश की दिवंगत विभूतियों को इस दिन याद कर श्रद्धांजलि देने के साथ सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी.
दो दिनों में 5.15 करोड़...महाकुंभ की 'महाभीड़' को ऐसे मैनेज कर रही यूपी पुलिस? समझिए पूरा सिस्टम
*प्रयागराज:* आस्था के महापर्व महाकुंभ में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ चुका है. दो दिन के अंदर ही प्रयागराज के संगम तट पर 5.15 करोड़ लोगों ने स्नान किया. इसमें सोमवार को पहले स्नान पौष पुर्णिमा पर 1.65 करोड़ लोगों ने संगम की डुबकी लगाई थी, वहीं मंगलवार 3.5 करोड़ लोगों ने अमृत स्नान किया. यह आबादी ऑस्ट्रेलिया जैसे देश की दोगुनी से भी ज्यादा है. अब सवाल यह है कि जब देश-विदेश से करोड़ों लोग एक साथ प्रयागराज में उमड़े हैं, तो उनकी सुरक्षा कैसे हो रही है? प्रयागराज में संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी कैसे रखी जा रही है? पुलिस किन तरीकों का इस्तेमाल कर महाकुंभ को सुरक्षा प्रदान कर रही है? आइए जानते है...
यूपी पुलिस ने महाकुंभ मेले में करोड़ों तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और उनकी सुगम आवाजाही के लिए हाईटेक इंतजाम किए हैं. पुलिस ने इसके लिए पारंपरिक तरीकों के साथ टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल किया है. महाकुंभ के पूरे मेला मैदान की निगरानी के लिए पुलिस ने 11 टेथर्ड ड्रोन और एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किया है. इनके जरिए क्राउड मैनेजमेंट के साथ ही साथ संदिग्ध गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है.
*क्या होते हैं टेथर्ड ड्रोन?*
टेथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल उन जगहों पर किया जाता है, जहां पारंपरिक ड्रोन से खतरा हो सकता है. ये ट्रोन एक तरह के केबल से जुड़े होते हैं, यह वायर इन ड्रोन्स को बिजली देने के साथ ही यह भी सुनिश्चित करता है कि ड्रोन तय किए गए स्थान पर ही रहें. इन ड्रोनों का इस्तेमाल वहां होता है, जहां हाई सिक्योरिटी की जरूरत होती है.
*कैसे काम करते हैं टेथर्ड ड्रोन?*
टेथर्ड ड्रोन लगातार 12 घंटे तक उड़ान भर सकते हैं. इन्हें इतने लंबे समय तक बिजली उन्हीं केबल से मिलती है, जो ग्राउंड स्टेशनों से जुड़े होते हैं. यह ड्रोन 120 मीटर तक उड़ान भरने और 3 किलोमीटर के पूरे एरिया को कवर करने में सक्षम होते हैं. इन ड्रोन्स को थर्मल और आईआर कैमरों से लैस किया जाता है, जिससे ये दिन और रात दोनों समय काम कर सकते हैं. इस तरह के ड्रोन्स रियल टाइम 4K इमेज और (36x ऑप्टिकल और 8x डिजिटल) जूमिंग कैपिसिटी की इमेज प्रदान करते हैं. महाकुंभ में चार-चार ड्रोन सुरक्षा विभाग और ट्रैफिक डायरेक्ट्रेट की तरफ से तैनात किए गए हैं. जबकि, तीन का ड्रोन का उपयोग यूपी ATS द्वारा किया जा रहा है.
*महाकुंभ में ये रोल निभा रहे ड्रोन*
क्राउड मैनेजमेंट
ट्रैफिक रेगुलेशन
संदिग्ध गतिविधियों की पहचान
इमरजेंसी रिस्पॉस रिस्टम
मैनपॉवर डिप्लॉयमेंट
*एंटी-ड्रोन सिस्टम भी कर रहा काम*
महाकुंभ में यूपी पुलिस ने एंटी-ड्रोन सिस्टम का भी इस्तेमाल किया है. इस सिस्टम ने अब तक 9 संदिग्ध ड्रोनों को मार गिराया है. दरअसल, महाकुंभ में हवाई खतरे को देखते हुए तीन एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किए गए हैं। दो आरएफ-आधारित सिस्टम 8 किलोमीटर के दायरे में संदिग्ध ड्रोन का पता लगा सकते हैं और 2 किलोमीटर तक उनके सिग्नल जाम कर सकते हैं। इसके अलावा रडार बेस्ड सिस्टम भी तैनात किया गया है, जो 15 किलोमीटर दायरे में संदिग्ध गतिविधियों की पहचान कर सकता है, साथ ही 3 किलोमीटर के दायरे में उन्हें निष्क्रिय कर सकता है.
धनबाद में सामूहिक विवाह समारोह संपन्न, टोटो पर निकली बरात, एक साथ 95 जोड़ों की करायी गयी शादी
*धनबाद :* सर्वधर्म सामूहिक विवाह समिति की ओर से बुधवार को गोल्फ ग्राउंड में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में 95 जोड़ों की शादी धूमधाम से हुई. शादी समारोह में कोलकाता से मनीषा अग्रवाल भी पहुंची.
उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर विवाह की जानकारी मिली. इसके अलावा उन्होंने बेटियों को साड़ियां व अन्य सामान उपहार स्वरूप दिये. समाज के गणमान्य लोगों के साथ किन्नर समाज की प्रदेश अध्यक्ष छमछम देवी व सचिव श्वेता किन्नर भी शामिल हुईं.
*सांसद विधायक समेत कई लोग हुए शामिल*
सभी ने नवविवाहित जोड़ों को ढेरों आशीष व उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी. मौके पर पूर्व सांसद पीएन सिंह, धनबाद सांसद ढुल्लू महतो, झरिया विधायक रागिनी सिंह, पूर्व मेयर इंदु सिंह, समिति के अध्यक्ष प्रदीप सिंह, भरत जी भगत, द्वारिका तिवारी, नौजवान कमेटी के सोहराब खान, समाज सेवी दिलीप सिंह, उदय प्रताप सिंह, आशाएं वीमेंस ग्रुप की सदस्य, आस्था एवं अन्य, वीमेंस ग्रुप की सदस्य, पंख एक नयी दिशा की सदस्य, शक्ति मंदिर कमेटी के पदाधिकारी व अन्य सहयोगी संस्था के सदस्य उपस्थित थे.
*किन्नर समाज ने दिये 51 हजार रुपये*
किन्नर समाज की प्रदेश अध्यक्ष छमछम देवी, सचिव श्वेता किन्नर ने भी विवाह समारोह में शामिल होकर जोड़ों को आशीर्वाद दिया. साथ ही इस नेक कार्य के लिए समिति को 51 हजार रुपये सहयोग राशि दी. समिति द्वारा उनका सम्मान किया गया.
*अतिथियों ने दिया संदेश*
मौके पर उपस्थित गणमान्य लोगों ने अपने संदेश में कहा कि सामूहिक विवाह से समाज में सकारात्मक संदेश जा रहा है. धनबाद ही नहीं पूरे राज्य में इस विवाह की चर्चा होती है. आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रदीप सिंह ने कहा कि वर्ष 2015 में दहेज मुक्त विवाह कराने का संकल्प लिया गया था. 51 जोड़ों से विवाह की शुरुआत हुई थी. आज 95 जोड़ों का विवाह कराया जा रहा है. अब तक 994 बेटियों का संसार बसाया जा चुका है.
*टोटो से निकली बरात*
सामूहिक विवाह को लेकर विवाह स्थल से टोटो से बरात निकाली गयी. पीला कुरता व सफेद पायजामा में सजे दुल्हा राजा सहबाले के साथ टोटो में सवार हुए. बरात के आगे बराती नाचते-गाते चल रहे थे. बरात बिजली ऑफिस, रणधीर वर्मा चौक, वीमेंस कॉलेज, कला भवन होते हुए वापस विवाह स्थल पहुंची. यहां बरातियों का स्वागत कर समधी मिलन कराया गया.
*अपने रीति-रिवाज के अनुसार हुआ सभी जोड़ों का विवाह*
कार्यक्रम में सभी जोड़ों का विवाह उनकी रीति-रिवाज से कराया गया.सभी दुल्हनों को ब्यूटीशियन द्वारा तैयार किया गया था. मंगल गीत गाये गये. वर वधू को आशीर्वाद दिये गये. वर-वधू ने एक दूसरे को वरमाला पहनायी. इस पल को किसी ने मोबाइल में तो किसी ने कैमरे में कैद किया. कार्यक्रम में हिंदू जोड़ों का विवाह गायत्री परिवार द्वारा कराया गया. इसके लिए आठ हवन कुंड बनाये गये थे. 150 आचार्यों ने विवाह संपन्न कराया. वहीं, 11 ईसाई जोड़े फादर की निगरानी में विवाह बंधन में बंधें. एक मुस्लिम जोड़े का निकाह जामा मस्जिद के इमाम मो निजामुद्दीन द्वारा कराया जाना था. लेकिन लड़की के पिता अस्पताल में भर्ती होने के कारण निकाह नहीं हो सका.
*दिये गये उपहार*
नवविवाहित जोड़ों को शक्ति मंदिर की ओर से चुनरी, साड़ी, माता रानी के आशीर्वाद स्वरूप दिया गया. विवाह में कई संस्थाओं ने सहयोग किया. संस्था की तरफ से इन्हें बर्तन सेट, ट्रंक, कंबल, बेडसीट और अन्य सामान दिये गये. ड्रोन कैमरा से विवाह के हर रस्म की रिकॉर्डिंग की गयी.
*विदाई पर नम हुई आंखें*
विवाह संपन्न होने के बाद विदाई के पहले बेटियों को खोइचा भरा गया. उन्हें शादी का सर्टिफिकेट समिति की ओर से दिया गया. खोइछा में चावल, हल्दी, मिठाई, पैसे दिये गये. विदा होते वक्त बेटियों के साथ उनके परिजन, समिति के सदस्य सभी की आखें नम हो गयीं.
*एक-दूजे के हुए अजय व रेखा*
गया के रहनेवाले अजय कुमार व रेखा कुमारी तीन साल से एक-दूसरे को पसंद करते थे. घरवालों की रजामंदी से सामूहिक विवाह में पवित्र बंधन में बंधे. दोनों ने कहा कि एक ही मंच पर इतने जोड़ों के साथ जयमाला करना सुखद लगा. समिति का कार्य बहुत सराहनीय है
*सपने सच हुए*
पूर्वी टुंडी के रहनेवाले इमानुएल सोरेन व कृपावती मुर्मू ने बताया कि हम दोनों एक-दूसरे को दो साल से पसंद कर रहे हैं. समिति ने हमारे सपने को सच कर दिया. परिवारवालों का भी आशीर्वाद मिला है. दोनों ने कहा कि हम एक हो गये, इसके लिए समिति को धन्यवाद.
*कभी सोचा भी न था*
सिंदरी के रहनेवाले प्रभु नारायण व तारा कुमारी ने कहा कि हमारे बीच प्रेम का अंकुर कुछ महीने पहले फूटा था. कभी सोचा भी नहीं था इतने भव्य तरीके से हमारा विवाह होगा. टोटो पर बरात निकलेगी और हजारों लोग शामिल होंगे. सामूहिक विवाह के बारे में सुना था, इसका हिस्सा बनकर हम खुश हैं.
*छतीसगढ़ से आयी राधा बाई*
छत्तीसगढ़ की रहने वाली राधा बाई व जामताड़ा के देवेंद्र मुर्मू लेट से पहुंचे. जिस कारण सादे कपड़ों में ही उनका जयमाला कराया गया. उन्होंने कहा कि मंच पर इतने जोड़ों के साथ वरमाला करना अच्छा लगा. भव्य आयोजन के साथ विवाह संबंधी रस्मों रिवाज पूरे किये गये. समिति का आभार, जिसने परिवार वालों की रजामंदी से हमें मिलाया.
आइए मिलिए भारत के सबसे लंबे परिवार से, इनके कपड़ों से लेकर जूतों तक का साइज़ नहीं मिलता बाजार में आसानी से
महाराष्ट्र
पुणे---भारत में लंबे व्यक्तियों को अमिताभ बच्चन से कंपेयर किया जाता है, क्योंकि बिग बी दिखने में काफी लंबे प्रतीत होते हैं। वैसे देखा जाए तो भीड़भाड़ वाली जगहों पर भी लंबे व्यक्तियों का पहचान में आना काफी आम से बात हो गई है। क्योंकि ना चाहते हुए भी हमें कोई ना कोई लंबा शख्स भीड़ में दिखाई दे जाता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे परिवार के बारे में बता रहे हैं, जिसके पूरे के पूरे सदस्य हैं लंबाई में सबसे ऊंचे हैं। जी हां, भारत की यह कुलकर्णी फैमिली इतनी लंबी है कि अब इनके नाम का वर्ल्ड रिकॉर्ड बन चुका है। तो चलिए आपको मिलाते हैं भारत की सबसे लंबी फैमिली से और बताते हैं इनसे जुड़े कुछ दिलचस्प बातें।
कुलकर्णी परिवार का हर सदस्य है बेहद लंबा
बताते चलें कि कुलकर्णी परिवार असल में महाराष्ट्र के पुणे का रहने वाला है जोकि दुनिया भर में अपनी लंबाई के चलते सुर्खियों में छाया हुआ है। इस परिवार में 52 वर्षीय शरद कुलकर्णी जिनकी लंबाई 7 फुट 1.5 इंच है और उनकी 46 वर्षीय पत्नी संजोत जो कि 6 फीट 2.6 इंच लंबी है, अपनी दो बेटियों (6 फ़ीट लंबी) के साथ रहते है। गौरतलब है कि इनकी बड़ी बेटी मुरुगा 22 वर्ष की हैं जिनकी लंबाई 6 फीट है, जबकि सानिया छोटी बेटी है और केवल 16 साल की है। उनकी लंबाई 6 फुट 4 इंच है। इस परिवार के मुखिया शरद कुलकर्णी जी हैं, जो कि सारे परिवार का जिम्मा उठाते हैं। मजे की बात यह है कि इस पूरी फैमिली के सदस्यों की लंबाई आपस में जोड़ दी जाए तो यह पूरा परिवार 26 फीट का माना जा सकता है।
जूतों का साइज मिलना है मुश्किल
आपको यह जानकर हैरत होगी कि सबसे लंबे कुलकर्णी परिवार के सदस्यों को कई तरह की समस्याएं झेलनी पड़ती है इनकी कपड़ों की फिटिंग से लेकर जूतों तक के साइज मिलना काफी मुश्किल हो जाते हैं। ऐसे में बड़े पैरों के साइज के चलते इन्हें विदेश से अपने चप्पल और जूते मंगवाने पड़ते हैं.
पब्लिक ट्रांसपोर्ट में आती है दिक्कतें
कुलकर्णी परिवार को पब्लिक ट्रांसपोर्ट यूज करना बिल्कुल भी पसंद नहीं है, क्योंकि इससे उनकी यात्रा में काफी तरह की समस्याएं आती हैं। परिवार का कहना है कि उन्हें पैदल चलना ज्यादा कंफर्टेबल फील होता है और अक्सर ही इन्हें सड़क पर पैदल चलते देखा जाता है। इसके अलावा यह परिवार अपनी कस्टमाइज स्कूटी का भी इस्तेमाल करता है।
फैमिली के नाम दर्ज है वर्ल्ड रिकॉर्ड
आपको बताते चलें कि अपनी लंबाई के चलते कुलकर्णी फैमिली का नाम ‘लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में शामिल हो चुका है। इस रिकॉर्ड को दोनों पति-पत्नी ने मिलकर बनाया था दोनों की शादी 1989 में हुई थी। उस समय दोनों को भारत के सबसे लंबे कपल का दर्जा दिया गया था। वही इस कपल की जब दो बेटियां पैदा हुईं तो दोनों की हाइट भी पेरेंट्स से मिलती-जुलती ही निकली। ऐसे में अब यह पूरा परिवार लंबाई में सबसे आगे माना जाता है और सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चित रहता है
कदीर का बादशाह : मजबूरी में खरीदी लॉटरी, जीत गया 12 करोड़, इसके बाद…
केरला----- तकदीर का फसाना अरमान की चिताएं जलाने वाला होता है, तो तकदीर को बादशाहत देने वाला भी हो सकता है। उर्दू के प्रख्यात शायर शकील बदायूनी ने लिखा है- ‘तकदीर का फसाना जाकर किसे सुनाएं, इस दिल में जल रही हैं अरमान की चिताएं।’, मगर जीवन की बगिया में अगर तकदीर का फसाना अरमान के फूल खिलाने लगे, तो बात इसके विपरीत हो ही जाती है। केरल के सदानंद के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। मजबूरी ने एक लॉटरी खरीदवाई और वह बन गए 12 करोड़ के मालिक।
सब्जी वाले के पास नहीं था छुट्टा
जानकारी के अनुसार, सदानंद को 500 रुपये का छुट्टा कराना था। इसके लिए उन्होंने मजबूरन एक लॉटरी का टिकट खरीदा। इस लॉटरी के टिकट ने उनकी किस्मत बदल दी। वह मजबूरी में खरीदे गए इस टिकट से करोड़पति बन गए। दरअसल में सब्जी खरीदने के लिए घर से निकले थे। उनके पास 500 रुपये का एक नोट था। सब्जी वाले के पास छुट्टा नहीं था, इसलिए मजबूरी में उन्हें लॉटरी का एक टिकट खरीदना पड़ा, तब जाकर वह सब्जी ले पाए।
कुछ घंटे में ही बदल गई किस्मत
कुछ घंटे बाद ही उनकी किस्मत तब बदल गयी, जब उन्हें पता चला कि वे जैकपॉट जीते हैं। जैकपॉट में सदानंद पूरे 12 करोड़ रुपये जीते। हालांकि सदानंद ने पहले भी कई बार लॉटरी खरीदी, मगर कभी भी उनकी किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया था, मगर अब तो बादशाह ही बना दिया।
बिहार में NEET-UG में फर्जीवाड़ा, CBI ने 8 आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया नया मामला*
बिहार के पूर्णिया में NEET-UG 2024 परीक्षा में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है, जिसके बाद CBI ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नया केस दर्ज किया है.
बिहार के पूर्णिया में NEET-UG 2024 परीक्षा में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है, जिसके बाद CBI ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नया केस दर्ज किया है. अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि यह मामला बिहार पुलिस से CBI को राज्य सरकार के अनुरोध पर सौंपा गया. जांच में यह खुलासा हुआ कि परीक्षा में चार उम्मीदवारों की जगह अन्य लोग परीक्षा दे रहे थे, जो बड़ा फ्रॉड साबित हो सकता है.
SRDAV पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल का आरोप
SRDAV पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल ने आरोप लगाया कि 5 मई 2024 को आयोजित इस प्रतिष्ठित मेडिकल प्रवेश परीक्षा में चार फर्जी उम्मीदवारों ने असली उम्मीदवारों की जगह परीक्षा दी. FIR के मुताबिक, भोजपुर के नितीश कुमार ने मुजफ्फरपुर के आशीष कुमार की जगह परीक्षा दी. जालोर (राजस्थान) के कमलेश कुमार ने सीवान के धीरज प्रकाश की जगह, बेगूसराय के सौरभ कुमार ने सीतामढ़ी के तथागत कुमार की जगह और सीतामढ़ी के मयंक चौधरी ने मुजफ्फरपुर के दीपक कुमार सिंह की जगह परीक्षा दी.
CBI ने दर्ज किया मामला
CBI ने इस मामले में आठ लोगों के खिलाफ फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में मामला दर्ज किया है. यह मामला विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि NEET-UG परीक्षा का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा किया जाता है, जो MBBS, BDS, AYUSH और अन्य मेडिकल कोर्सों में प्रवेश के लिए एक महत्वपूर्ण द्वार है. इस परीक्षा का आयोजन 5 मई 2024 को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर किया गया था, जिसमें 23 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे, और 14 विदेशी केंद्र भी इसमें शामिल थे.
पेपर लीक और राजनैतिक दबाव
बिहार पुलिस को पहले पेपर लीक के बारे में सूचना मिली थी, जिसके बाद जांच शुरू हुई. यह मामला जल्द ही एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया, जिससे सरकार पर दबाव बढ़ा. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच CBI को सौंप दी, जिसने बिहार सहित अन्य राज्यों से मामलों की जांच शुरू की. CBI ने 23 जून 2024 को इस मामले में अपनी पहली FIR दर्ज की थी और अब तक कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर जांच जारी है.