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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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Wednesday, January 15, 2025

जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की एनसीसी कैडेट्स का गणतंत्र दिवस परेड के लिए चयन |

जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की एनसीसी कैडेट्स चांदमणि प्रधान एवं ‌हेमंती पातर का चयन इस वर्ष 26 जनवरी को नई दिल्ली के राजपथ पर आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस परेड के लिए हुआ है।यह न केवल जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के साथ झारखंड राज्य के लिए एक ऐतिहासिक एवं गौरवशाली क्षण है। गणतंत्र दिवस परेड देश की सबसे प्रतिष्ठित परेड है, जिसमें शामिल होना हर एनसीसी कैडेट का सपना होता है। इन्होंने कठिन प्रशिक्षण और अपने अनुशासन के बल पर यह स्थान प्राप्त किया है। इस संदर्भ में माननीय कुलपति प्रो०(डॉ० अंजिला) गुप्ता ने दोनों कैडेट्स छात्राओं को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि चांदमणि प्रधान एवं हेमंती पातर ने अपने परिवार तथा विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है, इनकी इस सफलता से पूरा विश्वविद्यालय परिवार गौरवान्वित महसूस कर रहा है।उनका चयन यह दर्शाता है कि समर्पण और मेहनत से हर सपना साकार किया जा सकता है। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के एनसीसी विभाग की गुणवत्ता और प्रशिक्षण के उच्च स्तर को दर्शाती है।
इस अवसर पर एनसीसी केयर टेकर ऑफिसर सुश्री प्रीति ने प्रसत्रता व्यक्त करते हुए कहा कि इन दोनों एनसीसी कैडेट्स की सफलता के पीछे उनकी कड़ी मेहनत, अनुशासन और लगन का परिणाम है। उन्होंने यह साबित किया है कि जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की छात्राएँ किसी भी चुनौती को स्वीकार करने और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में सक्षम हैं। उनकी यह उपलब्धि अन्य छात्राओं के लिए प्रेरणा बनेगी। गणतंत्र दिवस परेड के लिए चयन की प्रक्रिया अत्यंत चुनौतीपूर्ण होती है। इसमें कई चरणों की कठिन परीक्षाएँ, शारीरिक दक्षता, परेड कौशल और अनुशासन का आकलन किया जाता है। इन्होंने इस चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया को सफलतापूर्वक सम्पूर्ण किया है।
दोनों एनसीसी कैडेट्स ने अपनी सफलता का श्रेय अपने प्रशिक्षकों, विश्वविद्यालय प्रशासन और परिवार को दिया। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा है। राजपथ पर परेड करना देशभक्ति की भावना से भर देता है। इस उपलब्धि की खबर मिलते ही विश्वविद्यालय परिसर में हर्ष का माहौल है। विश्वविद्यालय के सभी जनों ने इन्हें शुभकामनाएँ दीं। एनसीसी विभाग ने इस उपलब्धि को विश्वविद्यालय के इतिहास में मील का पत्थर है । इनका चयन न केवल एनसीसी के मूल सिद्धांतों को सशक्त करता है, बल्कि विश्वविद्यालय के अन्य छात्राओं को भी प्रेरित करता है कि कड़ी मेहनत और समर्पण से हर लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

Monday, January 13, 2025

38वें अखिल भारतीय विश्वविद्यालय युवा महोत्सव के लिए जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की बिंगसती दत्ता का कथक नृत्य में चयन

 38वें अखिल भारतीय विश्वविद्यालय युवा महोत्सव (2024-25) के लिए जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की एमए इंग्लिश की छात्रा बिंगसती दत्ता का कथक नृत्य में चयन हुआ । उन्होंने पूर्वी क्षेत्रीय (ईस्ट जोनल) युवा महोत्सव में अपनी अद्वितीय प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर की उपलब्धि प्राप्त की। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय परिवार के साथ साथ झारखंड राज्य के लिए गर्व का विषय है। अब बिसंगति दत्ता 38 वें अखिल भारतीय विश्वविद्यालय युवा महोत्सव में राष्ट्रीय स्तर पर जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व करेंगी । इस अवसर पर जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की माननीय कुलपति प्रो०( डॉ०) अंजिला गुप्ता ने बिंगसती दत्ता को इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि - " नृत्य जैसी विधा मे अखिल भारतीय विश्वविद्यालय युवा महोत्सव में अपनी अद्वितीय प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए जो सफलता इन्होंने प्राप्त किया है। ये इनकी मेहनत, लगन और शास्त्रीय कला के प्रति समर्पण को दर्शाता हैं। इन्होंने विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है साथ ही साथ आने वाले समय में अन्य छात्राओं के लिए प्रेरणा दायक है।"
पूर्वी क्षेत्रीय (ईस्ट जोनल) युवा महोत्सव में बिंगसती दत्ता ने अपने कथक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। शास्त्रीय नृत्य के इस श्रेणी में कठिन प्रतिस्पर्धा के बावजूद उन्होंने अपनी प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन से शीर्ष स्थान प्राप्त किया। इस महोत्सव में झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, और ओडिशा के 18 विश्वविद्यालयों ने भाग लिया, जहां बिंगसती ने अपनी कला का प्रभावशाली प्रदर्शन किया।
  बिंगसती दत्ता की इस उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय के खेल और सांस्कृतिक विभाग की पूरी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तथा विभाग के चेयरमैन डॉ सनातन द्वीप ने कहा कि -"कथक नृत्य जैसे शास्त्रीय कला में बिंगसती दत्ता ने जो प्रदर्शन दिखाई वह अद्वितीय है। उनकी सफलता उनके मेहनत और विभागीय मार्गदर्शन एवं श्रीमती सुधा द्वीप के निर्देशन का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा, मिस प्रीति एवं श्री राजऋषि चक्रवर्ती ने भी सहयोग और प्रेरणा प्रदान की |