सरायकेला: रविवार की देर रात नगर पंचायत क्षेत्र में हुई सड़क दुर्घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज चौधरी ने कहा की सरायकेला खरसावां केवल नाम मात्र का जिला है.यहां कहीं भी जिला स्तरीय कोई सुविधा नहीं.जिले में आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है लेकिन प्रशासन इसपर अंकुश लगाने में विफल हो रहा है.उन्होंने कहा कि कल रात हुई सड़क दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. ऊपर वाले की कृपा रही की इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.लेकिन ये जरूरी नहीं की हर बार कोई क्षति न हो.
उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से सड़क दुर्घटनाओं में अपने परिजन और परीचितों की मौत देखने और सहने की हिम्मत खत्म हो गई है. प्रशासन द्वारा सड़क सुरक्षा समिति के बैठक के नाम पर केवल कोरम पूरा किया जाता रहा है. सरायकेला स्थित राज्यकीय उच्च पथ काफी व्यस्त सड़क है
सरायकेला की मुख्य सड़क पर पूरे कोल्हान का लोड है ऊपर से श्री सीमेंट कंपनी की हजारों गाड़ियां, लोह अयस्क की हजारों गाड़ियां एव अन्य उधोगो की हजारों गाड़ियां से प्रतिदिन कई लोग घायल और कई लोगों की जान जा रही है मेरे द्वारा लगातार सरायकेला स्थित राजकीय उच्च मार्ग में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत अस्थायी नो एंट्री एवं स्थायी समाधान हेतु रिंग रोड की मांग की जा रही है जिसका शिकायत लोकायुक्त झारखंड से की थी लोकायुक्त के निर्देश पर प्रशासन द्वारा लागू नो एंट्री केवल सरकारी दस्तावेज बनकर रह गई. हमारी मांगों में पहल करते हुए प्रशासन को सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए गंभीरता से कार्य करें ताकि भविष्य में जान माल की रक्षा हेतु सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे.
चौधरी ने कहा की प्रशासन अविलंब इसपर रोक लगाए अन्यथा क्षेत्र की जनता अपनों की जान माल की सुरक्षा के लिए सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होगी.