चाकुलिया:
विश्वकर्मा सिंह
खुशियों व रंगों के त्योहार 'होली' से एक दिन पूर्व मनाये जाने वाले होलिका दहन का अपना एक विशेष महत्व है. आमतौर पर लोग होली के एक दिन पूर्व चौक-चौराहों पर कहीं बरकुला तो कहीं लकड़ी की अग्नि में होलिका दहन की परंपरा को पूरा करते है. वहीं मारवाड़ी समाज में होलिका दहन का एक विशेष स्थान है. समाज के लोगों द्वारा पूरे विधि विधान के साथ होलिका दहन की परंपरा को पूरा किया जाता है. इस दौरान चाकुलिया नगर पंचायत क्षेत्र के आनंद मार्ग स्कूल के समीप गुरुवार को मारवाड़ी समाज द्वारा होलिका दहन के पूर्व विशेष पूजा अर्चना की गई. उपस्थित महिलाओं ने बताया कि प्रत्येक घर में महिलाएं द्वारा उत्साह के साथ गोबर की बरकुला से होलिका तैयार किया गया और पूरे विधि विधान के साथ रात्रि में होलिका दहन कर समाज की कुरीतियों को दूर करने का संकल्प लिया. महिलाओं ने कहा कि दिन में होलिका को मौली धागा से रक्षा सूत्र बांधा जाता है और फिर रात्रि में होलिका दहन के पूर्व पंडित द्वारा विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर होलिका दहन किया गया. इसके बाद समाज के लोगों द्वारा होलिका दहन के दौरान निकलने वाले आग में चना, जो, गेहूं आदि को सेंककर प्रसाद के रूप में ग्रहण किया गया.