Advertisement

Advertisement

Advertisement

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

The Saubhagya Bharat

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

गुरुवार, 24 अप्रैल 2025

आदित्यपुर:-इसरो के प्रयास से औद्योगिक क्षेत्र की कंपनी सील करने आयी बैंक टीम, वापस लौटी 7 दिनों की मोहल्लत......

आदित्यपुर संवाददाता


आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र अंतर्गत गम्हरिया 4th फेज स्थित इंडिगो कंपनी के अंदर संचालित एवरेस्ट इंजीनियरिंग कंपनी के बैंक लोन लेने के पश्चात एनपीए होने की स्थिति में गुरुवार को कंपनी प्रतिनिधि बैंक सील करने पहुंचे। इस बीच आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की उद्यमी संगठन इंडस्ट्रियल स्टेबिलिटी एंड रिफॉर्म आर्गेनाइजेशन ,इसरो की टीम अध्यक्ष रूपेश कतरियार के नेतृत्व में मौके पर पहुंच बैंक की टीम के साथ वार्ता कर 7 दिनों का मोहल्लत मांगा.घंटो चले वार्ता के बाद टीम मान गयीं। अध्यक्ष रूपेश कतरियार ने मौके पर बताया कि कंपनी की आर्थिक स्थिति ठीक नही होने के कारण कंपनी एनपीए हो गई थी और फिलहाल प्रोडक्शन कार्य भी बंद था। हालांकि सरफेसी एक्ट के तहत बैंक यह कार्रवाई करने पहुंची थी। मौके पर मजिस्ट्रेट के रूप में गम्हरिया अंचल के निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह एवं पुलिस में भी तैनात किए गए थे। सामान्य स्थिति एवं शांतिपूर्ण वातावरण में वार्ता होने के बाद टीम चली गयी. इस मौके पर इसरो की टीम में संदीप मिश्रा, विकास गर्ग ,समीर सिंह, अवनीत मुतरेजा, दिनेश जायसवाल, मुकेश शर्मा ,उत्तम कुमार, सौरभ चौधरी, पंकज झा, सरोज कांत झा, अशोक सतपति, सरोज नायक, राजीव शुक्ला, अनुराग पाठक, अरविंद तिवारी, इंद्रजीत सिंह सोखी ,विनय सिंह आदि उपस्थित थे।

इंजीनियर्स का हब है बिहार का ये गांव, एक साथ 40 स्टूडेंट्स ने क्रैक किया IIT-JEE एग्जाम!

*पटना :* बिहार के इस गांव की प्रसिद्धि इतनी है कि दूसरे राज्यों के छात्र भी यहां रहकर इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम यानी जेईई मेन्स और जेईई एडवास्ड की तैयारी करते हैं और सफल होते हैं. हर साल 40 से 60 छात्र जेईई मेन्स पास करते हैं और अपने गांव का नाम रोशन करते हैं.
बिहार का पटवा टोली गांव इंजीनियर्स का हब यूं ही नहीं कहा जाता है. गया जिले के मानपुर प्रखंड में स्थित पटवा टोली गांव के 40 छात्रों ने जेईई मेन्स सेशन-2 2025 क्रैक किया है. इनमें से 18 छात्र मई में होने वाली जेईई एडवांस्ड परीक्षा में हिस्सा लेंगे.
*बुनकरों का गांव, इंजीनियर्स का हब*
पटवा टोली गांव, जो पहले बुनकरों के गांव के नाम से जाना जाता था, अब इंजीनियर्स के हब के रूप में मशहूर है. बिहार के इस गांव की प्रसिद्धि इतनी है कि दूसरे राज्यों के छात्र भी यहां रहकर इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम यानी जेईई मेन्स और जेईई एडवास्ड की तैयारी करते हैं और सफल होते हैं. हर साल 40 से 60 छात्र जेईई मेन्स पास करते हैं और अपने गांव का नाम रोशन करते हैं.

वरिष्ठ पत्रकार और प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला- खरसावां के कोषाध्यक्ष संजीव कुमार मेहता के सेहत में तेजी से सुधार , सभी सदस्य ने दिया एकता का परिचय

सरायकेला: जिले के वरिष्ठ पत्रकार और प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला- खरसावां के कोषाध्यक्ष संजीव कुमार मेहता के सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है. दो दिन अचेत रहने के बाद तीसरे दिन उनकी चेतना वापस लौटी है. उसके बाद परिजनों और पत्रकारों ने राहत की सांस ली है. डॉक्टरों ने बताया कि एक दो दिनों में उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी. गुरुवार को श्री मेहता ने अपने परिजनों एवं शुभचिंतकों से बात की इस दौरान वे सामान्य नजर आए. थोड़ी कमजोरी महसूस कर रहे हैं.

मालूम हो कि बीते मंगलवार को संजीव मेहता अपने घर में ही अचानक सेंसलेस हो गए थे. परिजनों ने आनन- फानन में उन्हें टीएमएच में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने ब्रेन हेमरेज की बात कहते हुए ईलाज शुरू किया. डॉक्टरों ने बताया कि ऐसे केस में रिकवरी की संभावना दस प्रतिशत होता है. अगला 24 घंटा महत्वपूर्ण है. तत्काल 90 हजार रुपए जमा कराने की बात कही. परिजनों के पास पैसे थे नहीं क्योंकि जो भी पैसे का हिसाब किताब था श्री मेहता खुद रखते थे. उसके बाद प्रेस क्लब के सदस्यों ने आपात बैठक बुलाई और तत्काल क्राउड फंडिंग कर 50 हजार रुपए जुटाए और अस्पताल में जमा कराया. उसके बाद शुरू हुआ दुआओं का दौर. जैसे- जैसे समय बीतता गया टीएमएच के कुशल डॉक्टरों के अथक प्रयास और श्री मेहता के शुभचिंतकों एवं प्रेस क्लब के पत्रकारों की दुआ अपना रंग दिखाने लगा. अंततः गुरुवार को अच्छी खबर सामने आई और संजीव मेहता का सेंस पूरी तरह से वापस लौट आया. अब वे स्वस्थ्य है और घर वापसी के लिए बेचैन हैं. उनके स्वास्थ होने पर परिजनों और पत्रकारों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है.

अध्यक्ष ने जताया ईश्वर और टीएमएच के डॉक्टरों का आभार

संजीव मेहता के स्वास्थ्य में सुधार होने की सूचना मिलते ही प्रेस क्लब के अध्यक्ष मनमोहन सिंह ने ईश्वर और टीएमएच के डॉक्टरों का आभार जताया. साथ ही क्लब के समर्पित पत्रकारों के प्रति भी उन्होंने कृतज्ञता जताई. उन्होंने कहा कि हम एक गहरे सदमे से उबरे हैं. अचानक से ऐसी परिस्थिति आन पड़ी जिसके लिए हम पत्रकार तैयार नहीं थे मगर प्रेस क्लब के जीवट पत्रकारों एवं शुभचिंतकों ने असंभव सा लग रहे लक्ष्य को आसान बना दिया. हमारे सबसे अनुभवी साथी आज हमारे बीच पूर्ण रूपेण स्वस्थ होते दिख रहे हैं इसके लिए सभी धन्यवाद के पात्र हैं. हमारा हर साथी इस बुरे दौर में अपने साथी के लिए खड़ा रहा यह किसी भी पत्रकार संगठन के लिए नजीर है. मुझे गर्व है कि मैं ऐसे संगठन का मुखिया हूं.