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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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मंगलवार, 1 अप्रैल 2025

बहरागोड़ा:-मंगलवार को मां मंगला उषा की पूजा बड़े धूमधाम से मनाई गई

बहरागोड़ा संवाददाता:-देबाशीष नायक 


 बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के माटिहाना, रघुनाथपुर, चंडिअस, गोचंद्रपुर,खांडामौदा,पांचरुलिया व पारुलिया आदि समेत कोई गांव में मंगलवार को मां मंगला उषा की पूजा बड़े धूमधाम से मनाई गई। खांडामौदा में स्थित हेमसाघर तालाब से दोपोहर को 5 महिलाओं द्वारा उपवास व्रत रखकर घट डुबोकर गाजे बाजे के साथ पुजारी गदाधर नाईक द्वारा पूजा पाठ कर भक्तगण के साथ तालाब में मां मंगला उषा का आह्वान किया और सिर पर कलश के साथ पूजा स्थल लौटे तथा पूजा स्थल पहुंचते ही मां मंगला की पांव हल्दी पानी से धुलाया गया। मां के समक्ष एक जोड़ी कबूतर बली चढ़ाया गया फिर मां मंगला उषा की कलश स्थापना किया गया।पूजा-अर्चना कर अपने और परिवार के साथ क्षेत्र की खुशहाली की मंगल कामना की गई। रात को कई गांव को मंदिर प्रांगण में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी रखा गया है.

खरसावां, उत्कल सम्मेलनों जिला समिति एवं उड़िया शिक्षक शिक्षकों के द्वारा गीपबधु चौक प्रांगण में उत्कल दिवस धूमधाम से मनाया

खरसावां, उत्कल सम्मेलनों जिला समिति एवं उड़िया शिक्षक शिक्षकों के द्वारा खरसावां के गीपबधु चौक प्रांगण में मंगलवार को उत्कल दिवस धूमधाम से मनाया, इस दौरान सभी ने राजमहल चौक स्थित पंडित उत्कल मणी गीपबधु दास के प्रतिमा एवं उत्कल गौरव मधुसूदन दास के चित्र पर माल्यार्पण कर ओड़िया भाषा साहित्य संस्कृति के उत्थान का संकल्प लिया, इस दौरान उड़िया शिक्षक ने उत्कल जननी गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई, 
उत्कल दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कामाख्या प्रसाद षाड़ंगी ने कहा कि मातृभाषा अपनी सभ्यता संस्कृति के प्रति हमेशा मनीभाव रखना हम सभी का परम कर्तत्व है, समाज की विकास में तत्पर रहने वाले महापुरुष गोपाबंधु दास एवं उत्कल गौरव मधुसूदन दास ने अपना पूरा जीवन जनता को समर्पित कर दिया था, उत्कल सम्मेलनों जिला अध्यक्ष सुमंत मोहंती ने कहा कि
 पंडित गोपाबंधु दास एवं उत्कल गौरव मधुसूदन दास के अथक प्रयास से 1903 मैं उत्कल सम्मेलनों के गठन हुआ था इसके बाद 1 अप्रैल 1936 में स्वतंत्र ओडिशा प्रदेश के गठन में पंडित गीपबधु दास एवं उत्कल गौरव मधुसूदन दास ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी 
उत्कल दिवस कार्यक्रम का संचालन जिला पर्यवेक्षक सुशील षाड़ंगी ने किया, कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य अतिथि कामाख्या प्रसाद षाड़ंगी, सुमन चंद्र मोहंती, बिराजा पति, सुशील षाड़ंगी, अजय प्रधान, सपनमंडल, सुजीत हाजरा, रंजीत मंडल, जयजीत षाड़ंगी, चंद्रभानु प्रधान, सपना टोप्पो, रचिता मोहंती, कुंती मंडल, बबीता मंडल, सविता विषेई, वंदना दास, रश्मि रंजन मिश्रा, भारत चंद्र मिश्रा,कनिता दे,झुमी मिश्रा अर्चना प्रधान, सुष्मिता प्रधान, सपना नायक, शिवचरण महतो, सत्यव्रत चौहान आदि उपस्थित थे।

बहरागोड़ा:-गर्मी के दस्तक देने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल संकट गहराने लगा है।

बहरागोड़ा संवाददाता:-देबाशीष नायक


बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के साकरा पंचायत के शासन-गम्हारिया चौक में अवस्थित चापाकल कई महीना से खराब है. उधर चौक में अवस्थित दुकान या राहगीरों को पेयजल के लिए काफी मस्कत करना पड़ रहा है.चापाकल खराब होने से राहगीरों को पेयजल के लिए तरश रहे है, पर पंचायत प्रतिनिधि एवं प्रखंड अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं जा कहा है.पर खराब होने के बाद मरम्मत के अभाव में चापानल बेकार हो जाता है। खराब पड़ा चापाकल की सुधी ना ही अधिकारी लेते है और ना ही पंचायत प्रतिनिधि लेते है. बस खाली सूचना पहुंचा जाता है उन्हीं लोगो के पास I शासन-गम्हारिया चौक के पेयजल के लिए एक मात्र चापाकल ही सहारा बना हुआ था. सौभाग्य की बात है चौक में अवस्थित बजरंगबली मंदिर परिसर में पेयजल के लिए फिलहाल व्यवस्था है जो की दूसरे के घर से पानी टंकी तक पहुंचता है।

धातकीडीह उच्च विद्यालय के सेवानिवृत चार शिक्षक शिक्षिकाओं को दी गई भावभीन विदाई

सरायकेला :: विद्यालय परिवार उनके कार्यों को सदैव याद रखेगा। उनकी कुशल कार्यक्षमता व उत्कृष्ट योगदान हमारे लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। ये सेवानिवृत्त जरूर हुए हैं, पर सेवा के दायित्वों से नहीं। इनके मार्गदर्शन की हमें हमेशा अपेक्षा रहेगा। उक्त बातें सरकारी अनुदान प्राप्त उच्च विद्यालय धातकीडीह (सरायकेला) के सचिव मधुसुदन मंडल ने सोमवार को विद्यालय प्रांगण में आयोजित सेवानिवृत्त शिक्षक- शिक्षिका की विदाई समारोह को संबोधित करते हुए कहा। 
विद्यालय के वर्तमान प्रभारी प्रधानाध्यापक निराकार प्रधान ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज इस विदाई समारोह के मौके पर, हम सबके दिलों में एक ख़ुशी और दुःख का मिश्रण है – खुशी, गर्व, और कुछ हद तक उदासी भी है। खुशी इस बात की कि आपने अपनी शिक्षा का यह महत्वपूर्ण चरण पूरा किया, गर्व इस बात का कि आपने हमारे विद्यालय का नाम रोशन किया, और उदासी इस बात की कि अब आप हमारी दिनचर्या का हिस्सा नहीं होंगे, परंतु आपलोगों के साथ बिताए गए पल हमेशा याद रहेगा। 
इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं व विद्यार्थियों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। सभी ने उन्हें पुष्पमाला पहनाकर उनके सेवाकाल की चर्चा की। सेवानिवृत्त हुई शिक्षिका सुचित्रा महतो, प्रधानाध्यापक आनंद महतो, सहायक शिक्षक हीरालाल महतो, परेशनाथ महतो आदि को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। उन शिक्षकों को विद्यार्थियों ने गुरुदक्षिणा स्वरूप उपहार दी। 
इस मौके पर विद्यालय के सचिव मधुसुदन मंडल, प्रभारी प्रधानाध्यापक निराकार प्रधान, कृष्णपुर के सेवानिवृत प्रधनाध्यापक बुधराम गोप , सेवानिवृत शिक्षिका सुचित्रा महतो, शिक्षक आनंद महतो, हीरालाल महतो, परेशनाथ महतो,योगेश्वर महतो, सहायक शिक्षक दिनेश हो, ज्योति भारती, डाॅ सदानंद महतो, सहकर्मी सुभाष महतो, सुनील मंडल, युवा सामाजिक कार्यकर्ता हेमसागर प्रधान समेत सैकड़ों विद्यार्थी मौजूद थे।