झारखंड की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। पूर्व विधायक सीता सोरेन (Sita Soren) की झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) में वापसी की अटकलें जोर पकड़ रही हैं।
सीता सोरेन, जो पहले JMM में थीं, पार्टी से नाराज होकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गई थीं। लेकिन अब, उनकी ‘घर वापसी’ के संकेत मिलने लगे हैं। सूत्रों के अनुसार अप्रेल में वो JMM ज्वाइन कर सकती हैं। यहां ये भी बात सामने आ रही है कि कई भाजपा नेता हैं जिन्होंने JMM की सदस्यता लेने के लिए आवेदन दे रखा है। भाजपा के जो भी नेता झामुमो की सदस्यता लेना चाहते हैं, उस पर अगले महीने पार्टी के 13वें केंद्रीय महाधिवेशन में उनके नेता शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन द्वारा फैसला लिया जाएगा।
बाहा पूजा में शामिल होकर दिया बड़ा संदेश
सीता सोरेन ने 15 मार्च को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के पैतृक गांव नेमरा में आयोजित बाहा पूजा में शिरकत की। यह पहली बार था जब वह BJP में जाने के बाद किसी पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल हुईं।
इससे पहले वह हेमंत सोरेन और JMM के खिलाफ लगातार हमलावर रहीं, लेकिन हाल ही में उनके रुख में नरमी देखी गई है।
JMM की नेता और जिला परिषद सदस्य रेखा सोरेन ने भी संकेत दिया कि सीता सोरेन जल्द BJP छोड़ सकती हैं और JMM में लौट सकती हैं।
हालांकि, बाहा पूजा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) से उनकी दूरी बनी रही, लेकिन अन्य पारिवारिक सदस्यों के साथ उनकी मुलाकात ने चर्चाओं को और हवा दे दी है।
BJP में रहकर नहीं मिली अपेक्षित भूमिका
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि BJP में शामिल होने के बाद सीता सोरेन को वह राजनीतिक सफलता नहीं मिली, जिसकी उन्हें उम्मीद थी।
कुछ समय पहले धनबाद में एक शादी समारोह के दौरान उन्होंने हेमंत सरकार की तारीफ की थी, जिससे उनके बदले हुए रुख के संकेत मिल चुके थे।
क्या जल्द होगा कोई बड़ा ऐलान?
राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि सीता सोरेन जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकती हैं। हालांकि, अभी तक उन्होंने खुद इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। लेकिन बाहा पूजा में उनकी मौजूदगी और परिवार से बढ़ती नजदीकी साफ इशारा कर रही है कि वह JMM की ओर लौट सकती हैं।