सरायकेला जिले में ध्वस्त हो चुकी आयुष्मान भारत योजना के कार्य प्रणाली से क्षुब्ध सरायकेला नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष सह समाजसेवी मनोज कुमार चौधरी ने उपायुक्त को पत्र लिखकर आयुष्मान योजना की सुचारू एवं व्यवस्थित ढंग से संचालित करवाने की मांग की है।
पत्र के माध्यम से उन्होंने कहा कि वर्तमान में सरायकेला खरसावां जिले की आयुष्मान योजना पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है आयुष्मान भारत योजना के जिला समन्वयक निकेत कुमार गैर जिम्मेदारा व्यक्ति है उनके मोबाइल पर फोन करने पर फोन ही रिसीव नहीं किया जाता है,
जिसके कारण आम गरीब मरीज और उसके परिवार को काफी कठिनाइयो का सामना करना पड़ रहा है परिजनो जैसे तैसे कर्ज लेकर अपने मरीज का इलाज करवा रहे हैं यही कारण है कि प्रधानमंत्री का महत्वपूर्ण योजना आयुष्मान भारत योजना सरायकेला खरसावां जिले में पूरी तरह दम तोड़ती नजर आ रही है।
मरीज को मदद के लिए चलाई जा रही है इस योजना के तहत सरायकेला खरसावां जिला के शहरी क्षेत्र आदित्यपुर सहित अधिकांश प्राइवेट अस्पताले की इस योजना से टैग नहीं किया गया है जो समझ से परे है कुछ अस्पताल इस योजना से जुड़े हुए हैं वह भी मरीज को लूटने के उद्देश्य से आयुष्मान कार्ड पर इलाज करने में आना कानी करते हैं। इसी वजह से अब गरीब मरीजों को परेशानी बढ़ने लगी है हालात ऐसे हो गए हैं कि जिले में गरीब परिवार से आने वाले हृदय के रोगी, कैंसर रोगी, हड्डी के रोगी और अन्य कोई बीमारियों से ग्रस्त मरीज कर्ज लेकर जैसे तैसे अपने परिजनों का इलाज कराने को मजबूर हैं श्री मनोज चौधरी ने लिखा कि जिले में नया आयुष्मान कार्ड काफी धीमी गति से बनाया जा रहा है
इसके भी व्यवस्थित करते हुए गति देने की जरूरत है। अहम बात है कि जिले के मरीज और उनके परिवारों को यह पता नहीं है कि कौन सा अस्पताल में आयुष्मान योजना से जुड़े अस्पतालों को सूची सार्वजनिक करने की मांग की है। इसकी प्रतिलिपि उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव, एवं जिले के सिविल सर्जन को भी प्रेषित किया है।