नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के परिसर में 76 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति मदन मोहन सिंह और विशिष्ट अतिथि के रूप में कुलपति प्रो. डॉ. पी.के. पाणि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आरंभ में गणमान्य अतिथियों द्वारा सयुंक्त रूप से विश्वविद्यालय के मुख्य प्रांगण, नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल और विश्वविद्यालय के मुख्य क्रीड़ा परिसर में झंडोत्तोलन किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सुरक्षा समिति से जुड़े हुए गृहवाहिनी के जवानों द्वारा झंडे को सलामी दी गई। नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी दल के बैंड समुह द्वारा प्रस्तुति सह सांस्कृतिक गतिविधियों का संचालन भी किया गया।
राष्ट्र और नागरिक एक-दूसरे के परस्पर सहयोगी: कुलपति मदन मोहन सिंह
गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य पर अपने संबोधन वक्तव्य में कुलाधिपति मदन मोहन सिंह ने कहा " एक भारतीय होने के दृष्टिकोण से निश्चित ही आज का दिन हम सबके लिए सम्मान का दिन है। गणतंत्र होने का अर्थ स्वतंत्र होने से तुलना में अधिक महत्वपूर्ण है। हम सबको इस तथ्य को समझना होगा कि एक संप्रभु राष्ट्र का उत्तरदायित्व अपने नागरिकों के प्रति और नागरिकों का उत्तरदायित्व अपने राष्ट्र के प्रति परस्पर सहयोग से ही पूरा हो सकता है।"
कार्यक्रम में कुलपति प्रो. डॉ. पी.के. पाणि ने अपने संबोधन में कहा " राष्ट्र निर्माण में शिक्षक समुदाय के व्यक्तियों की एक अलग और विशेष भूमिका होती है। यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि हम सब इस प्रोफेशन से जुड़े हैं। इस 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर हम यह आशा करते हैं कि नेताजी सुभाष परिवार शिक्षा के क्षेत्र में अपनी प्रतिबद्धता को पूर्ण करने की दिशा में हरसंभव प्रयास करेगा।"
कार्यक्रम में नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. डॉ. आचार्य ऋषि रंजन, कुलसचिव नागेंद्र सिंह, अकादमिक अधिष्ठाता प्रो. प्रो. दिलीप शोम, प्रशासनिक विभाग के अधिष्ठाता प्रो.नाज़िम खान, परीक्षा नियंत्रक प्रो. मोईज़ अशरफ, विभिन्न विभाग संकायों के अधिष्ठाता, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, विभिन्न शिक्षकेत्तर और गैर शिक्षकेत्तर कर्मचारी और बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित रहे।