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शनिवार, 12 अप्रैल 2025

बहरागोड़ा:-शनिवार को बहरागोड़ा महाविद्यालय मे डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर वक्तव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया

बहरागोड़ा संवाददाता:-देबाशीष नायक


 बहरागोड़ा महाविद्यालय में अवकाश के मध्य नजर शनिवार को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर वक्तव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता प्राचार्य डॉक्टर बालकृष्ण बेहरा ने कियाl डॉक्टर बेहरा ने कहां की डॉक्टर अंबेडकर जो की प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे उनके अथक परिश्रम के फल स्वरुप भारत को विश्व का सबसे वृहद संविधान प्राप्त हुआ जिसे 26 जनवरी को लागू करते हुए भारत को गणतंत्र घोषित किया गया था l बाबा साहब को सामाजिक कुरीतियों से स्वयं रूबरू होना पड़ा था उसे पीड़ा को उन्हें स्वयं झेलना पड़ा था इसलिए उन्होंने भविष्य के संतति को न झेलना पड़े इसकी व्यवस्था संविधान में की l संविधान निर्माता के साथ-साथ सामाजिक सुधार को कानूनी स्वरूप प्रदान करने का उन्होंने काम किया l भारतीय संविधान ने भारत के नागरिकों को जो अधिकार प्रदान किया उसका परिणाम है कि सबसे निचले प्रधान का व्यक्ति देश के सर्वोच्च पद पर विराजमान है l जिसे कल तक पद दलित कहा जाता था वह भारत की मुख्य व्यवस्था में गर्व से खुद को शामिल कर सका l सम्मान के साथ जीने का हक बाबा साहब की ही देन है l उन्होंने कहा था कि शिक्षा एक ऐसा अस्त्र है जिसके सहारे स्वयं के जीवन को हम बेहतर बना सकते हैं साथ ही समाज को भी बदल सकते हैं l महिला सशक्तिकरण उनकी ही दिया हुआ है l उन्होंने सशक्त एवं समृद्ध भारत की परिकल्पना की थी l विभिन्न संकायों के 11 विद्यार्थियों ने वक्तव्य प्रतियोगिता में भाग लिया जिसमें प्रथम स्थान शर्मिष्ठा घोष, द्वितीय स्थान तुरी ना Maity और तृतीय स्थान रुद्राभिषेक मानना ने प्राप्त किया l तीनों सफल प्रतिभागियों को मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया l कार्यक्रम का आयोजन एनएसएस की ओर से की गई थी l संचालन डॉक्टर डी राजन टी रविदास ने किया l कौशिक कुमार महतो, प्रोफेसर विजेता तिरु और डॉ मौर्य ने बेहतर प्रतिभागियों का चयन कियाl इस अवसर पर डी सिंह ने डॉ आंबेडकर की उपलब्धि और समकालीन भारतीय समाज में उन मूल्यों के महत्व पर प्रकाश डाला l मौके पर डॉक्टर महतो, डॉ टोपनो, प्रोफेसर बीरबल हेंब्रम और पूनम कुमारी उपस्थित था।

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