खरसावां के शहरी क्षेत्र, एवं देहरुडीह गांव में मां मंगला उषा पूजा विधि विधान से मां मंगला की पूजा अर्चना की गई। गांव देहरुडीह के प्रकाश मुखी के घर परिसर में किया गया। इस दौरान महिलाओं ने निर्जला उपवास कर मां मंगला उषा की पारंपरिक विधि विधान से पूजा अर्चना किया। 


महिलाओं ने अपने परिवार को सुख शांति समृद्धि की कामना की महिलाओं ने विदरे सीना धाट नदी से कलश में जल भरकर पारंपरिक गाजे बाजे के साथ मां मंगला की धट यात्रा कलश यात्रा निकाली गई इस दौरान विभिन्न मार्ग पर श्रद्धालुओं ने जगह-जगह रोक कर पूजा अर्चना की गई और मां मंगला का आशीर्वाद लिया घट यात्रा लेकर देहरुडीह के पूजा स्थल पहुंची और कलश को स्थापना कर पुजारी ने विशेष मंत्र उच्चारण के साथ पूजा शुरू कर दिया।
मौके पर प्रकाश मुखी ने बताया कि 1988 से मां मंगला की पूजा अर्चना होती आ रही है ऐसा मानता है कि मां मंगला की पूजा अर्चना के बाद ही श्रद्धालुओं के द्वारा जंगल के फल का ग्रहण करते हैं। जो भी भक्त मां मंगला के समझ अपने मन्नत मांगते हैं मां मनोकामना पूरा करते हैं। इधर खरसावां शहरी क्षेत्र के मां तारा मंदिर में भी मां मंगला का पूजा अर्चना विधि विधान पूर्वक किया गया।
एवं बाजार क्षेत्र के स्थित मां मंगला मंदिर में भी पूजा अर्चना विधि विधान पूर्वक संपन्न हुआ यह मंदिर मां मंगला का भक्ति किशोर राउत घर में भी सुबह से महिलाओं द्वारा भारी संख्या में पूजा अर्चना करते देखा गया। सरायकेला खरसावां रिपोर्टर सुशील कुमार।
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