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शुक्रवार, 11 अप्रैल 2025

*मुंबई हमले का साजिशकर्ता तहव्वुर राणा आज पहुंचेगा भारत; तिहाड़ में तैयारी पूरी*

*नई दिल्ली* 

 मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले में मुख्य साजिशकर्ता तहव्वुर राणा को आज गुरुवार को अमेरिका से भारत लाया जा रहा है। राणा के प्रत्यर्पण से आतंकी हमले में पाकिस्तान सरकार की भूमिका उजागर होने की उम्मीद है। *हेडली का करीबी है राणा* पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक राणा पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकी डेविड कोलमैन हेडली का करीबी है। हेडली 26 नवंबर, 2008 के मुंबई आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है। हमले में छह अमेरिकियों समेत कुल 166 लोग मारे गए थे। हमलों को पाकिस्तानी आतंकियों ने अंजाम दिया था। राणा से पूछताछ में पाकिस्तानी आकाओं का सुराग मिलने की उम्मीद है।  *जान को खतरा बताकर प्रत्यर्पण से मांगी थी छूट* इससे पहले भी राणा ने बीमारी और भारत में अपनी जान को खतरा बताकर प्रत्यर्पण से छूट मांगी थी। फरवरी में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की थी कि उन्होंने राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। *तहव्वुर ने अपनाए कई हथकंडे* राणा ने 27 फरवरी को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की एसोसिएट न्यायाधीश व नाइंथ सर्किट की सर्किट जज एलेना कागन के समक्ष बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के लंबित मुकदमे पर रोक के लिए आपातकालीन आवेदन दिया था। गत माह की शुरुआत में ही जज कागन ने अर्जी खारिज कर दी थी। इसके बाद राणा ने फिर से अर्जी दी। 4 अप्रैल को इस पर सुनवाई हुई और सुप्रीम कोर्ट ने अपील खारिज कर दी। *राणा का प्रत्यर्पण मोदी सरकार की बड़ी सफलता: शाह* केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि राणा का प्रत्यर्पण मोदी सरकार की बड़ी सफलता है। सरकार का प्रयास भारत के सम्मान, भूमि व लोगों पर हमला करने वालों को न्याय के कठघरे में लाने का है। *राणा को लेकर आज गुरुवार दोपहर तक भारत पहुंचेगी टीम* राणा ने प्रत्यर्पण से बचने के आखिरी दांव के रूप में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। दो दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी थी। राणा को भारत लाने के लिए पहले से ही अमेरिका में भारतीय एजेंसियों की टीम पहुंच गई थी। फैसले के बाद टीम ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ राणा के प्रत्यर्पण की कागजी व कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कीं और हिरासत में ले लिया। राणा को लेकर टीम आज गुरुवार दोपहर तक भारत पहुंचेगी। *तहव्वुर राणा अमेरिकी जेल ब्यूरो की हिरासत में नहीं* मुंबई आतंकी हमले का आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा जेल ब्यूरो (बीओपी) की हिरासत में नहीं है। संघीय जेल ब्यूरो की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार तहव्वुर राणा 8 अप्रैल, 2025 तक बीओपी हिरासत में नहीं है। एजेंसी के एक अधिकारी ने बुधवार को पीटीआई को बताया कि राणा जेल ब्यूरो (बीओपी) की हिरासत में नहीं है। यदि किसी व्यक्ति को रिहा या बीओपी हिरासत में नहीं के रूप में सूचीबद्ध किया गया है और कोई सुविधा स्थान दर्ज नहीं किया गया है, तो कैदी अब बीओपी हिरासत में नहीं है। हालांकि, कैदी अभी भी किसी अन्य सुधारात्मक, आपराधिक न्याय प्रणाली या कानून प्रवर्तन इकाई की हिरासत में हो सकता है। वह पैरोल या निगरानी रिहाई पर भी हो सकता है। वेबसाइट पर कैदी लोकेटर जानकारी में तहव्वुर राणा का रजिस्टर नंबर '22829-424' और उसकी आयु, जाति और लिंग दर्ज है। भारत प्रत्यर्पित होने से बचने के लिए तहव्वुर राणा ने सारे हथकंडे अपनाए, लेकिन अमेरिका की अदालतों में उसकी कोई चाल सफल नहीं हुई। राणा के प्रत्यर्पण से आतंकी हमले में पाकिस्तान सरकार की भूमिका उजागर होने की उम्मीद है। मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पित किए जाने के बाद भारत पहुंचने पर तिहाड़ जेल में उच्च सुरक्षा वाले वार्ड में रखा जा सकता है।

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