रांची: सुबह की सुनहरी धूप रांची के समाहरणालय के आंगन में उम्मीदों की किरण बनकर आई। दूर-दराज़ से आये लोगों की आंखों में आशा की झलक थी। किसी की झुर्रियों में वक्त की मार छुपी थी, तो किसी के चेहरे पर न्याय की आस झलक रही थी। रांची के DC मंजूनाथ भजन्त्री अपने कार्यालय कक्ष में लगाये जनता दरबार में फरियादियों को सुने। डबल डीड, सीमांकन, भूमि विवाद, सड़क निर्माण जैसे हर एक समस्या उनके सामने रखी गई। DC पूरी गंभीरता से हर बात सुन रहे थे। उनकी नजरों में प्रशासनिक शक्ति का तेज था, और दिल में जनता की पीड़ा को समझने की गहराई।
तभी एक वृद्ध किसान कांपते हाथों से आगे बढ़ा। उसकी आंखों में वर्षों की बेबसी थी। उसने धीमे स्वर में अपनी जमीन से जुड़े अन्याय की बात रखी। SC साहेब ने ध्यान से सुना, अधिकारियों को तत्काल निर्देश दिये—”इसकी शिकायत का तुरंत निपटारा हो, अन्याय अब और नहीं सहा जायेगा।” यह सुनकर उस वृद्ध की आंखों में एक अलग चमक आ गई, जैसे वर्षों का बोझ उतर गया हो। जनता दरबार में आते-जाते लोग अबुआ साथी (9430328080) का ज़िक्र कर रहे थे। DC ने भी बताया, “अगर स्कूल में शिक्षक नहीं आते, सरकारी दफ्तरों में कोई गड़बड़ी हो, या कोई भी प्रशासनिक परेशानी हो, बस इस नंबर पर बताइये, कार्रवाई ज़रूर होगी।” आज यह जनता दरबार भरोसे की नई सुबह थी, जहां प्रशासन का हर फैसला न्याय की रोशनी में नहाया हुआ था।
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