जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के भूगोल विभाग द्वारा स्नातकोत्तर सेमेस्टर - 4 की 65 छात्राओं का उत्तराखंड में शैक्षणिक भ्रमण 17 मार्च से 23 मार्च 2025 तक सफलतापूर्वक संपन्न हुआ । इस दौरान छात्राओं ने नैनीताल, कौसानी और रानीखेत के प्रमुख स्थलों का गहन अध्ययन किया ।
छात्राओं ने नैनीताल में नैनी झील का दौरा किया, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और नौका यान के लिए प्रसिद्ध है । इसके अलावा, उन्होंने नैनी देवी मंदिर का भी दर्शन किया, जो धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र है । माल रोड पर घूमते हुए उन्होंने स्थानीय बाजार और संस्कृति का भी अनुभव प्राप्त किया । गोलू देवता मंदिर , नीब करोली कैची धाम मंदिर , सरिता ताल , हिमालयन एडवेंचर पार्क आदि स्थलों का भी भ्रमण किया ।
कौसानी में छात्राओं ने अनासक्ति आश्रम का दौरा किया, जहां महात्मा गांधी ने ‘अनासक्ति योग’ लिखा था । इसके अलावा, कौसानी टी एस्टेट में चाय उत्पादन की प्रक्रिया को भी नजदीक से देखा । हिमालय की बर्फीली चोटी नंदा देवी का नजारा भी छात्रों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा । इसके साथ ही रानीखेत में छात्राओं ने कालिका मंदिर , गोल्फ कोर्स में प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया ।
भ्रमण के दौरान छात्राओं ने हिमालय क्षेत्र की स्थलाकृति, जलवायु परिवर्तन, पारिस्थितिकी एवं पर्यटन के प्रभावों का प्रत्यक्ष अध्ययन किया । इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था, कृषि प्रणाली और जल संसाधनों के प्रबंधन पर शोध भी किया । विश्वविद्यालय की माननीय कुलपति महोदया प्रो. (डॉ.) अंजिला गुप्ता ने इस शैक्षणिक यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि , " इस भ्रमण के द्वारा छात्राओं को कक्षा में पढ़ाए गए सिद्धांतों को वास्तविक जीवन में समझने का अवसर मिला । इस तरह के भ्रमण के माध्यम से प्राप्त अनुभव उनके शैक्षणिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ।
इस शैक्षणिक भ्रमण से छात्राएं न केवल उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता से परिचित हुईं , बल्कि उन्हें व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव भी प्राप्त हुआ जो उनके शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा । इस भ्रमण के दौरान भूगोल विभाग की शिक्षिका सुश्री प्रीति , श्रीमति आरती कुमारी एवं दर्शनशास्त्र की विभागाध्यक्ष श्रीमति अमृता कुमारी ने मार्गदर्शक के रूप में अहम भूमिका निभाई ।
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