सरायकेला :: होली पर सरायकेला प्रखण्ड अन्तर्गत मुरुप गाँव स्थित अर्जुन पुस्तकालय के युवा विद्यार्थीगण केमिकल रंग का वहिष्कार करेंगे और प्राकृतिक रंग का स्तेमाल करेंगे। पुस्तकालय के अध्यक्ष हेमसागर प्रधान ने विद्यार्थियों को प्राकृतिक रंग उपलब्ध कराया। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि होली का पर्व खुशियों व हर्षोल्लास का पर्व होता है। होली पर केमिकल रंग, भंग घोलने का काम कर सकते हैं।
इसलिए खतरनाक रसायन युक्त गुलाल व रंग का इस्तेमाल करने से बचें। मिलावटी रंग काया खराब करने के साथ किसी को भी त्वचा रोगी बना सकता है। इस रंग के इस्तेमाल से शरीर पर चकत्ते तो पड़ेंगे ही साथ ही खुजली व अल्सर का खतरा भी बढ़ जाएगा।
आगे उन्होंने युवाओं को सलाह दी है कि सावधानी ही बचाव है। प्राकृतिक रंगाें से होली खेलें, नहीं तो हर्बल गुलाल से काम चलाएं। रंग खेलने से पहले शरीर पर नारियल का तेल या क्रीम जरूर लगा लें। इसके अलावा आंखों का भी ख्याल रखें। मौके पर शिबू प्रमाणिक, विकास प्रमाणिक, मृत्युंज प्रमाणिक, धनंजय प्रमाणिक आदि उपस्थित थे।
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