बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के रविवार को खंडामौदा गांव में स्थित धुमकुड़िया भवन में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के द्वारा मातृ पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मनोज कुमार गिरी जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप घाटशिला संकुल से लक्ष्मण लाल,मनोरंजन गिरी,मुखिया पंचानन मुंडा, शशांक शेखर पाल,इंद्रजीत दास, लक्षण गिरी, बालक जेना मुख्य रूप से शामिल हुए। सर्वप्रथम अतिथियों के द्वारा ओम,भारत माता व माता सरस्वती के फोटो चित्र पर दिप प्रज्वलित व पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम सुरु किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भैया-बहनों में माता-पिता के प्रति उनके कर्तव्य का बोध कराना तथा आज के आधुनिक समाज की बढ़ते कुरीतियों के दुष्प्रभाव से बचाना है.प्राचीन काल से ऐसी मान्यता है कि भगवान गणेश ने अपने माता-पिता की पूजा एवं उनकी परिक्रमा कर अपने माता-पिता की कृपा के पात्र बनें एवं सर्व देवों में भी श्रेष्ठ बन गये। तभी से ही भगवान गणेश की सर्वप्रथम पूजा की जाती है अर्थात् जिसपर माता- पिता की कृपा है,वे सर्वत्र पूजनीय हो जाते हैं। आज विद्यालय के सभी भैया बहनों ने अपने माताओं को तिलक लगाकर व माला पहनाया और पूजन कर आरती उतारी व चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त किया। ततपश्चात भैया बहनों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया।
मुख्य अतिथि मनोज गिरी ने कहा कि कहा कि भारतीय संस्कृति में माता-पिता को देव तुल्य माना जाता है। भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है। मंच पर उपस्थित विशिष्ट अतिथि लक्ष्मण लाल,मनोरंजन गिरी,मुखिया पंचानन मुंडा, शशांक शेखर पाल ने भी मातृ पूजन कार्यक्रम को संबोधित किया। इस मौके पर खंडामौदा सरस्वती शिशु विद्यामंदिर के प्राधानाचार्य तपन कुमार आचार्य,बिस्वजीत मुंडा, खकन मुंडा,धरम चांद मुंडा,कृष्णा बारीक,सागरी बेसरा,सागरिका बेहेरा,विजय बेरा,द्विजेन धड़ा,आदी लोग उपस्थित रहे.
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