से खिलाड़ियों के लिए बनेगा 25 शैय्या वाले खेल छात्रावास,
खेलकूद एवं युवाकार्य विभाग को प्रशासनिक स्वीकृति,
खरसावां
खरसावां के अर्जुना स्टेडियम परिसर में संचालित आवासीय फुटबॉल प्रशिक्षण केन्द्र के खिलाडियों के लिए 1,60,76,200 (एक करोड़ साठ लाख छिहत्तर हजार दो सौं) की लागत से 25 शैय्या वाले खेल छात्रावास का निर्माण होगा। जिसकी प्रशासनिक स्वीकृतिझारखण्ड सरकार पर्यटन, कला संस्कृति खेलकूद एवं युवाकार्य विभाग (कला, संस्कृति, खेलकूद एवं युवाकार्य प्रभाग) के द्वारा दी गई। जिसका व्यय का विकलन वित्तीय वर्ष 2024-2025 के योजना बजट मुख्य शीर्ष 4202 शिक्षा, खेलकूद कला तथा संस्कृति पर पूंजीगत परिव्यय उप मुख्य शीर्ष 03 खेलकूद तथा युवा सेवा लघु शीर्ष 796-जनजातीय क्षेत्र उपयोजना उप शीर्ष 22 स्वामी विवेकानन्द स्मारक सहित राज्य के विभिन्न खेल संरचनाओं का निर्माण एवं उन्नयन विस्तृत शीर्ष 05 निर्माण प्राथमिक इकाई 45 निर्माण कार्य इकाई मद में उपबंधित राशि से किया जायेगा।
खेल छात्रावास निर्माण के बाद स्थानीय खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण मिलना शुरू हो जाएगा। खिलाडी वह घर के करीब रहकर ही प्रशिक्षण ले सकेंगे। छात्रावास में रहते हुए अलग-अलग वर्ग की प्रतियोगिताओं में खेलने के अधिक अवसर प्राप्त होंगे। खेल छात्रावास में खिलाड़ियों को शासन की ओर से तमाम सुविधाएं दी जाती हैं। इसमें रहने वाले खिलाड़ियों पर ऐसे तमाम नियम लागू होते हैं, जिनका पालन न करने पर उन्हें छात्रावास से बाहर कर दिया जाता है। प्रवेश होने के बाद एक खिलाड़ी महज तीन सालों तक ही छात्रावास में रह सकता है। इससे अधिक समय तक रहने के लिए खिलाड़ियों को तीन सालों में स्टेट या राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर खुद को साबित करना होता है। इसके बाद वह पांच सालों तक छात्रावास में रहने का हकदार हो जाता है।
सरकार उठाती है खिलाड़ियों का खर्च
खेल छात्रावास में भर्ती होने वाले खिलाड़ियों का सारा खर्च सरकार उठाती है। खिलाड़ियों के खाने, रहने, पढ़ाई व खेल संसाधनों का खर्च सरकार देती है। छात्रावास में रहने वाले खिलाड़ी अपनी पसंद के विद्यालय से शिक्षा ले सकते हैं। सरकार पढ़ाई का भी खर्च उठाती है। इसके अलावा खेल किट भी दी जाती है।
खरसावांः फोटो संख्या 3 खरसावां का अर्जुना स्टेडियम।
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें