आयोजन समिति के सक्रिय सदस्य सुनील कुमार मंडल ने बताया कि बरात की झांकी में शामिल प्राणी जगत के विभिन्न स्वरूप ने श्रद्धालुओं को आस्था में डूबो दिया. देवी देवताओं, ऋषि मुनियों, महात्माओं के साथ वन्य प्राणी वाला यह झांकी पौराणिक धार्मिक अवधारणाओं को गति देने के साथ साथ अलौकिक समां बांधने में सफल हुआ. समाजसेवियों व श्रद्धालुओं ने संयुक्त रूप से झांकी को धार्मिक ध्वज शिव पताका दिखा कर शिव मंदिर परिसर से रवाना किया. शिव बारात झांकी पूरे गांवों की यात्रा के बाद देर रात्रि पुनः महादेव मंदिर पहुंच भजन संकीर्तन में तल्लीन हो गया. बुधवार की रात्रि मंदिर परिसर में बनाये गये विवाह मंडप में शिव- पार्वती विवाह की अद्भुत प्रस्तुति सम्पन्न हुई. जहां पं चितरंजन शर्मा द्वारा वैदिक रीति के अनुसार विवाह कराया गया. झांकी में बैल, नंदी, ब्रह्मा, विष्णु, भूत-पिशाच आदि अलौकिक चित्रण पेश कर रहे थे ।
शिव बरात की झांकी धातकीडीह गांव का भ्रमण करते शिव पार्वती विवाह के पौराणिक दृश्य को भक्तों के हृदय में तरोताजा करने का प्रयास कर धार्मिक भावनाओं को पंख लगाने में सफल रहा।मांगलिक गीतों के बीच नर नारी श्रद्धालुओं ने जगह-जगह रथ पर सवार भोलेनाथ की आरती की. इस दौरान पूरा इलाका हर-हर महादेव के घोष से गुंजायमान हो उठा. झांकी के दौरान बनें शिव पार्वती को जनसहयोग से विवाह संबंधी उपहार दिए गए।
शिवपार्वती विवाह की झांकी व शोभायात्रा में धातकिडीह व आस पास गाँव के मधुसुदन मंडल, मनु मंडल, धनु मंडल, सत्य मंडल, अशोक महतो, नागेश्वर प्रधान, जगतकिशोर प्रधान, घासीनाथ प्रधान,हेमसागर प्रधान, समेत श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। समिति द्वारा भंडारा का आयोजन कर श्रद्धालुओं को भोजन कराया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री श्री सार्वजनिक शिव मन्दिर पूजा समिति सुनील मंडल, तपन कुमार मंडल, तापस शर्मा, दिलीप मंडल, सूरज , रूपक, रमेश, नरेश, सचिन , बचन , आशीष , हिमांशु , संजीत , बिनेश , अंशु , मानस, शिवा , प्रकाश , लालटू , आयुष,राज, कँहेया मंडल, बबलू महतो, बुद्धेश्वर् दास, अश्वनी नायक, हाबु नायक, आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई।
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