श्री योग वेदांत सेवा समिति जमशेदपुर के तत्वावधान में मातृ-पितृ पूजन एवं शिक्षक के प्रति श्रद्धा का कार्यक्रम मॉडल स्कूल खरसावां में किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता आयोजक योग वेदांत के सदस्य अभय कुमार बेहेरा द्वारा किया गया। कार्यक्रम की विधि व्यवस्था एवं संचालन की प्रक्रिया में सहयोग योग वेदांत के सदस्य मनीष चंद्र जहरी, अर्जुन उरांव और अश्विनी कुमार प्रधान ने सामूहिक रूप से एक साथ किया।
मौके पर योग वेदांत के सदस्य अभय कुमार बेहेरा ने कहा कि मातृ-पितृ एवं गुरु श्रद्धा-भक्ति में अपनी भारतीय संस्कृति बालकों को छोटी उम्र में ही बड़ी ऊंचाइयों तक ले जाना चाहती है। इसमें सरल एवं छोटे-छोटे सूत्रों द्वारा ऊंचा, कल्याणकारी ज्ञान बच्चों के हृदय में बैठाने की सुंदर व्यवस्था है। हमारी शिक्षा परंपरा में मातृदेवो भव, पितृदेवो भव,आचार्यदेवो भव जैसी पाठ सिखाए जाते हैं। हमारे शास्त्र में भी कहा गया है कि माता-पिता एवं गुरु हमारे हितैशी हैं, अतः हम उनका आदर तो करें ही, साथ ही साथ उनमें भगवान के दर्शन कर उन्हें प्रणाम करें, उनका पूजन करें। आज्ञापालन के लिए आदरभाव पर्याप्त हैं, परंतु उसमें प्रेम की मिठास लाने के लिए पूज्यभाव आवश्यक है।
पूज्यभाव से आज्ञापालन बंधन रूप न बनकर पूजारूप पवित्र, रसमय एवं सहज कर्म हो जाएगा। कार्यक्रम के अंत में श्री योग वेदांत सेवा समिति को धन्यवाद देते हुए प्रभारी प्रधानाचार्या बासुमति मिश्रा ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ विद्यार्थियों के जीवन में अच्छे संस्कार की बहुत आवश्यक है। हमारे देश में भी आज वृद्ध आश्रम की भी प्रचलन शुरू हुए है, क्योंकि संस्कार की कमी के कारण माता-पिता को भी घर में रखना पसंद नहीं कर रहे हैं। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रभारी प्रधानाचार्या बासुमति मिश्रा, शिक्षिका शशिबाला बागे, शिक्षक जीडी महन्त, सतीश सेन प्रधान, चंदन कुमार महतो, प्रियतम सिंह, पुष्पा महतो, सुनीता महतो आदि का अहम योगदान दिया।
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