गढ़वा: चार भैंस को मारकर खा जाने के बाद यह खुलासा हुआ है कि यह काम एक खूंखार बाघ का है। इसके बाद से इलाके के लोगों में डर-भय समा गया है। गढ़वा के भंडरिया थाना क्षेत्र के नौका गांव में बाघ के पैरों के छाप भी मिले हैं। नौका गांव में 3 भैंस और उसके बच्चे एवं रोदो गांव में एक भैंस को बाघ ने अपना निवाला बना लिया। बाघ की आतंक की गाथा जान-सुन गांव में पहुंची वन विभाग की टीम ने आशंका जताई है कि यह बाघ छत्तीसगढ़ से भटक कर यहां के जंगल में घुस आया है। इस बाघ को पलामू टाइगर रिजर्व के बरवाडीह के आसपास देखे जाने का दावा किया गया है।
आम लोगों को जंगल में घुसने पर अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है। कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बीते साल दो बार टाइगर दिखा है। कुछ माह पहले बड़गड़ थाना क्षेत्र के बहेराखांड़ में बाघ एक मवेशी को मारकर खा गया। इसके बाद भंडरिया के जंगलों में घुस गया है। कुछ ग्रामीणों का दावा है कि एक दिन पहले जंगल में कुछ चरवाहों ने इस बाघ को देखा है। पहले से ही जंगली हाथी और भालू से परेशान लोग अब बाघ के आंतक से खौफजदा हैं। भंडारिया के वन क्षेत्र प्रमंडल पदाधिकारी अजय टोप्पो ने बाघ द्वारा मवेशियों को मारने की घटना की पुष्टि की है। उनका कहना है कि बीते 30 दिसम्बर को भंडरिया से सटे नौका गांव में बाघ ने मवेशियों को मारा।उन्होंने कहा कि टाइगर रिजर्व की टीम ने यहां के जंगल में आकर जांच की है, यहां बाघ के होने का पता चला है।
Tiger Preys on Four in Garhwa, Spreads Fear Among Locals.
Garhwa: The revelation that a ferocious tiger is behind the killing of four buffaloes has instilled fear among the local population. Paw prints of the tiger have been found in the Nauka village of Bhawnathpur police station area in Garhwa district. The tiger has preyed on three buffaloes and a calf in Nauka village and one buffalo in Rodo village.
The Forest Department team, which arrived after learning about the tiger’s trail of terror, suspects that the tiger might have strayed from Chhattisgarh into the local forests. It is believed that this tiger was recently spotted near the Palamu Tiger Reserve in the Barwadih area. Locals have been advised to stay on alert while entering the forest.
Some residents claim to have seen the tiger twice this year. A few months ago, in the Baherakhand area of Bargarh police station, a tiger reportedly killed and ate livestock before moving into the forests of Bhawnathpur. Villagers claim that some herders saw the tiger in the forest a day before.
Already troubled by wild elephants and bears, people are now terrified of the tiger’s presence. Bhawnathpur Forest Division Officer Ajay Toppo confirmed the incidents of the tiger killing livestock. He stated that on December 30, the tiger attacked livestock in Nauka village near Bhawnathpur. The Tiger Reserve team has investigated the forest and confirmed the presence of a tiger in the area.
0 Comments:
Post a Comment