आगरा: "मुझे केवल एक बार उनका चेहरा दिखा दो, शिवम से मिलवा दो। शादी नहीं हुई तो क्या… मैं तो उन्हें अपना पति मान चुकी हूं। सब देखो, मेरे हाथों में रची मेहंदी में उनका नाम लिखा है।" ये बोल हैं रोती-बिलखती सीमा (बदला हुआ नाम) के। बीते 19 नवंबर को सीमा की शादी होने वाली थी। 20 को वह अपने शिवम के साथ विदा हो जाती।
लेकिन शादी से ठीक एक रोज पहले, खबर आई कि शिवम अब इस दुनिया में नहीं रहा। यह सुनकर सीमा को काठ मार गया। उसकी तबीयत बिगड़ गई और अब उसने खाना-पीना छोड़ दिया है। वह गहरे सदमे में है। परिवार के लोग उसे समझा रहे हैं, लेकिन वह बेसुध पड़ी है।
कुछ पड़ोसियों का कहना है कि सीमा बहुत अच्छी बच्ची है, उसके साथ ऐसा नहीं होना चाहिए था। शादी से ठीक एक दिन पहले यानी 18 नवंबर को, घर पर मेहमान डांस कर रहे थे। शिवम भी डांस कर रहा था। तभी अचानक शिवम बेहोश होकर गिर पड़ा। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं सके।
शिवम के घर में कोहराम मच गया। दूल्हे की मां बेहोश हो गईं। सभी रिश्तेदार गम में डूब गए। जिस घर से बारात निकलने वाली थी, उसी घर से अर्थी उठी। यह करुण दृश्य देखकर पूरा गांव रो पड़ा।
कंप्यूटर टीचर शिवम
शिवम आगरा के हाथरस में कोतवाली गेट इलाके के भोजपुर गांव का निवासी था। वह अपने परिवार में अकेला कमाने वाला था।
Agra: "Just let me see his face once, let me meet Shivam. So what if the wedding didn’t happen... I already consider him my husband. Look at my hands, his name is written in the mehendi on my palms." These are the words of Seema (name changed), sobbing uncontrollably. Seema was supposed to get married on November 19, and on the 20th, she would have left with Shivam as his bride.
But just a day before the wedding, the news arrived that Shivam was no more. On hearing this, Seema was paralyzed with shock. Her health deteriorated, and she has stopped eating or drinking. She is in deep trauma. Her family members are trying to console her, but she remains in a daze.
Some neighbors commented that Seema is a wonderful girl, and this shouldn’t have happened to her. A day before the wedding, on November 18, guests were dancing at their house. Shivam was also dancing. Suddenly, he collapsed and fell unconscious. He was rushed to the hospital, but the doctors couldn’t save him.
Grief engulfed Shivam’s home. His mother fainted. All the relatives were plunged into sorrow. The house that was supposed to host a wedding procession instead saw a funeral procession. The heart-wrenching scene left the entire village in tears.
Shivam, the Computer Teacher
Shivam was a resident of Bhojpur village in the Kotwali Gate area of Hathras, Agra. He was the sole breadwinner for his family.
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