कार्तिक माह की अंतिम सोमवारी पर पूजा-अर्चना के लिए झारखंडधाम में सुबह तीन बजे से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया। हर-हर महादेव और हर-हर गंगे के जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया।
सुबह तीन बजे जैसे ही बाबा मंदिर के पट खुले, श्रद्धालु पूजा के लिए पहुंच गए। अपराह्न तीन बजे श्रद्धालुओं ने मंदिर के बगल में स्थित शिवगंगा में डुबकी लगाकर पूजा-अर्चना की। भीड़ की सूचना न होने के कारण प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंच सके। शुभ मुहूर्त में श्रद्धालुओं ने कथा, पूजन और मुंडन संस्कार जैसे पवित्र कार्य भी किए। जिले के विभिन्न प्रखंडों और अन्य जिलों से भी लोग यहाँ आए।
श्रद्धालुओं ने बाबा मंदिर के अलावा पार्वती मंदिर, हनुमान मंदिर, काली मंदिर, सरस्वती मंदिर, विश्वकर्मा मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी पूजा की। व्यवस्था बनाए रखने में नरेश पंडा, नकुल पंडा, नंदकिशोर पंडा, अंबिका पंडा, किशोर पंडा, अशोक पंडा, राहुल पंडा, सुरेश पंडा, शालिग्राम पंडा, और मंकू पंडा सहित अन्य पुरोहित सक्रिय रहे।
On the last Monday of the Kartik month, a crowd of devotees gathered at Jharkhand Dham from 3 AM for worship. Thousands of devotees performed the jalabhishek of Lord Shiva, filling the atmosphere with devotion through chants of "Har-Har Mahadev" and "Har-Har Gange."
As soon as the doors of Baba Temple opened at 3 AM, devotees arrived for worship. In the afternoon, around 3 PM, devotees took a holy dip in the Shivganga located next to the temple and offered prayers. Due to a lack of information about the crowd, administrative officials did not arrive. During the auspicious timing, many devotees performed sacred rituals like katha, worship, and mundan sanskar (tonsure ceremony). People from different blocks of the district and even from other districts came to participate.
Along with Baba Temple, devotees also worshiped at Parvati Temple, Hanuman Temple, Kali Temple, Saraswati Temple, Vishwakarma Temple, and other temples. Priests including Naresh Panda, Nakul Panda, Nandkishore Panda, Ambika Panda, Kishore Panda, Ashok Panda, Rahul Panda, Suresh Panda, Shaligram Panda, and Manku Panda were active in maintaining order.
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