उनके गीतों में मिथिला और बिहार की संस्कृति जीवंत होती थी.शुक्रवार को सुपौल के गांधी मैदान में एक शोक सभा का आयोजन किया गया. सभा में बड़ी संख्या में शहरवासी शामिल हुए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर शारदा सिन्हा की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया. सभा में उपस्थित लोगों ने सुपौल की बेटी को उनकी प्रतिभा के सम्मान में सरकार से भारत रत्न और शहर में बने नए टाउन हॉल भवन का नामकरण शारदा सिन्हा के नाम पर करने की मांग की.
Sharda Sinha, Supaul's beloved daughter, illuminated the name of her district not just in Bihar but across the country through her music. Her songs vividly brought to life the culture of Mithila and Bihar.
On Friday, a condolence meeting was held at Supaul's Gandhi Maidan, where a large number of residents paid their respects. A two-minute silence was observed for the peace of Sharda Sinha's soul. The attendees demanded the government confer the Bharat Ratna and rename the new town hall building after Sharda Sinha, honoring her exceptional talent.
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