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Tuesday, October 22, 2024

दुमका की पूर्व विधायक लुईस मरांडी JMM में शामिल..कुणाल षाड़ंगी और गणेश महली ने भी थामा तीर धनुष का दामन

रांची: भाजपा सरकार में मंत्री और दुमका की पूर्व विधायक लुईस मरांडी झामुमो में शामिल हो गईं. उनके साथ गणेश महली और कुणाल षाड़ंगी भी झामुमो में शामिल हुए. सीएम हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन की मौजूदगी में सभी ने झामुमो का दामना थामा.झामुमो में शामिल होने से पहले लुईस मरांडी ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया. 
अपने इस्तीफे में लुईस ने बीजेपी पर अनदेखी समेत कई आरोप लगाए. दरअसल, 19 अक्टूबर को बीजेपी ने अपने 66 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी. इनमें कई नेता जो टिकट की उम्मीद लगाए बैठे थे उन्हें टिकट नहीं मिला. भाजपा की लिस्ट जारी होने के बाद ऐसे नेताओं ने बगावती तेवर अख्तियार कर लिए हैं.
तभी से चर्चा थी कि लुईस मरांडी बीजेपी से नाराज हैं, क्योंकि उन्हें दुमका से टिकट नहीं दिया गया है.वहीं, दूसरी तरफ लुईस मरांडी की दुमका सीट को सुनील सोरेन को दे दिया गया है. सुनील सोरेन दुमका से सांसद थे, लेकिन उनका टिकट काटकर सीता सोरेन को दिया गया. हालांकि सीता सोरेन लोकसभा चुनाव झामुमो के नलिन सोरेन से हार गईं.अब उन्हें जामताड़ा से टिकट दिया गया है.भाजपा में गुटबाजी चरम पर- लुईस मरांडीलुईस मरांडी के द्वारा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह को भेजे गए इस्तीफा में संगठन के अंदर गुटबाजी चरम पर होने और पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता को दरकिनार करने का आरोप लगाया है.उन्होंने लिखा है कि पार्टी के अंदर गुटबाजी चरम पर पहुंच गई है और इसी का नतीजा है कि दुमका जैसी प्रतिष्ठित सीट पर भाजपा एक बार जीत हासिल करने के बाद लगातार हार का सामना कर रही है. पार्टी संगठन में अनुशासन की धज्जियां उड़ाई जा रही है समर्पित कार्यकर्ताओं के आस्था वह निष्ठा पर शक किया जा रहा है उनकी भावनाओं को खुले मंचों से अनादर किया जा रहा है.

Former Dumka MLA Louise Marandi joins JMM; Kunal Sarangi and Ganesh Mahali also embrace the bow-and-arrow symbol

Ranchi: Former minister in the BJP government and ex-MLA from Dumka, Louise Marandi, has joined the Jharkhand Mukti Morcha (JMM). Along with her, Ganesh Mahali and Kunal Sarangi also joined the party. All three leaders were inducted into the JMM in the presence of Chief Minister Hemant Soren and Kalpana Soren.
Before joining JMM, Louise Marandi resigned from the BJP, accusing the party of neglect and other issues in her resignation letter. On October 19, the BJP announced the names of 66 candidates, leaving out several leaders who were expecting tickets. This triggered discontent among many leaders, and Marandi’s rebellion had been speculated since then.Reportedly, Louise Marandi was upset as she was denied a ticket from Dumka. Instead, the Dumka seat was given to Sunil Soren. Soren, who was previously an MP from Dumka, had lost to JMM’s Nalin Soren in the Lok Sabha elections. Subsequently, BJP fielded Seeta Soren from that seat. However, after her defeat, Seeta Soren was given a ticket to contest from Jamtara.In her resignation letter addressed to BJP state president Babulal Marandi and organizational secretary Karmveer Singh, Louise Marandi expressed discontent over rising factionalism within the party.She claimed that factionalism had reached its peak within the organization, resulting in BJP’s repeated losses in Dumka after a lone victory. She also alleged that discipline within the party had collapsed and that the dedication and loyalty of committed workers were being questioned. Furthermore, she accused the party of publicly disrespecting the sentiments of loyal workers.

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