आदित्यपुर : श्रीश्री दुर्गा पूजा कमिटी, प्रवीण सेवा संस्थान द्वारा एम टाईप मैदान, आदित्यपुर में बनवाए गए भव्य और आकर्षक पूजा पंडाल को कलश स्थापना की पूर्व संध्या (महालया अमावश्या के दिन) पर देर शाम दर्शकों के लिए खोल दिया गया. उसके बाद पूजा पंडाल को देखने के लिए दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ी.
दर्शकों की भारी भीड़ को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा. इससे पूर्व पूजा पंडाल का उदघाटन मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित ओलंपियन (निशानेबाजी) सह जमुई (बिहार) की विधायक श्रेयशी सिंह ने फीता काटकर किया. उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए श्रेयशी सिंह ने कहा कि पिता स्व दिग्विजय सिंह जी की मृत्यु के बाद जब मैं पूर्व विधायक अरविंद सिंह से उनके जमुई स्थित आवास पर मुलाकात की थी, तब अभिभावक के रुप में उन्होंने मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया था.
पिता स्व दिग्विजय सिंह तथा माँ पुतुल सिंह से प्राप्त संस्कार के साथ मैंने बिहार का प्रतिनिधित्व किया और राष्ट्र मंडल खेलों में रजत पदक प्राप्त किया उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के कोमन्वेल्थ गेम में स्वर्ण पदक प्राप्त किया. आधी आबादी का नारा पूरा हुआ, बेटियों को मिले सम्मान
श्रेयशी सिंह ने कहा कि मेरे लिए बिहार और झारखंड दोनों प्यारा है. उन्होंने नारी को सम्मान देने तथा बेटियों को आगे बढ़ने देने की अपील भी की. इस दौरान लघु नाटिका महिषासुर मर्दिनी का प्रदर्शन भी हुआ, जिसे उपस्थित लोगों ने खूब सराहा. वहीं, कलाकारों के द्वारा फोक नृत्य सहित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पारंपरिक लोकनृत्य सहित भी प्रदर्शित किया गया.
पश्चिम बंगाल के कारीगरों ने तैयार किया हैं भव्य पंडाल
मेचेदा, बंगाल से आये माँ पार्वती डेकोरेटर के कारीगरों के द्वारा दिन-रात मेहनत करके म्यांमार के गोल्डन टेंपल स्वरूप के पूजा पंडाल को तैयार किया गया हैं जो बौद्ध धर्म की थीम पर आधारित हैं। आकृति की पूजा पंडाल बनवाया गया है, जो कि स्वतः दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. पंडाल के चारों तरफ वॉल राइटिंग समेत पोस्टर में बुद्ध की अमृतवाणी को प्रसारित गया है.
वहीं, हरियाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दो माह पूर्व हीं पंडाल के चारों तरफ हरे-भरे पौधे लगाए गए हैं. पंडाल में सर्व-धर्म संभाव के संदेश को बखूबी से दर्शया भी गया है. बुद्धिज्म अर्थात बौद्ध धर्म की थीम पर आधारित इस भव्य पंडाल में दर्शकों को भारतीय सभ्यता और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी. साथ हीं पंडाल परिसर में गौतम बुद्ध की जीवनी का प्रदर्शन होगा.
इस अवसर पर पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह, विनायक सिंह, ए के श्रीवास्तव, रविंद्र नाथ चौबे, बिरेंद्र सिंह, जगदीश नारायण चौबे, सरयू पासवान, ऋषि मिश्रा, चंदन सिंह, मजदूर नेता भगवान सिंह, छबि महतो, विहिप नेता भगवान सिंह, मनोज सिंह, रिपुसुदन दूबे, प्रसिद्ध नारायण सिंह, दशरथ उपाध्याय, विनीता अविनाश, समरेंद्र नाथ तिवारी, रणवीर सिंह, अरुण सिंह, शशि मिश्रा, धर्मनाथ शर्मा, सोखेन हेम्ब्रम, दलवीर सिंह आदि उपस्थित थे.
The grand Durga Puja pandal opened for the audience by gold medalist shooter and Jamui MLA Shreyashi Singh, drawing a large crowd of devotees.
Adityapur: The magnificent and attractive puja pandal constructed by the Shree Shree Durga Puja Committee and Praveen Seva Sansthan at M-Type Ground, Adityapur, was opened to the public on the eve of Kalash Sthapana (Mahalaya Amavasya) last evening.
Following the opening, a huge crowd of spectators gathered to view the pandal, making it quite a challenge to manage the large influx. Before this, the pandal was inaugurated by the chief guest, Olympian (shooter) and Jamui (Bihar) MLA Shreyashi Singh, who cut the ribbon. Addressing the attendees, Shreyashi Singh shared that after the death of her father, the late Digvijay Singh, she met former MLA Arvind Singh at his residence in Jamui, where he encouraged her to move forward as a guardian.
With the values instilled in her by her father and mother, Putul Singh, she represented Bihar and won a silver medal at the Commonwealth Games, followed by a gold medal at the Commonwealth Games in Australia.The slogan of empowering half the population achieved, respect for daughters.
Shreyashi Singh expressed her love for both Bihar and Jharkhand. She appealed for respect for women and urged support for daughters to advance. During the event, a short play titled "Mahishasur Mardini" was performed, which was well received by the audience. Additionally, a vibrant cultural program featuring folk dances and traditional performances was showcased.The grand pandal is crafted by artisans from West Bengal.The craftsmen from Mecheda, Bengal, worked tirelessly to create the puja pandal resembling the Golden Temple of Myanmar, which is based on Buddhist themes. The pandal's design is naturally drawing spectators' attention.
Surrounding the pandal, wall writings and posters feature the Buddha's teachings. Moreover, with an aim to promote greenery, plants were planted around the pandal two months prior. The message of interfaith harmony is also beautifully depicted in the pandal.
This grand pandal, inspired by Buddhism, showcases glimpses of Indian civilization and culture, along with an exhibition on the life of Gautam Buddha. Present at the event were former MLA Arvind Kumar Singh, Vinayak Singh, A.K. Srivastava, Ravindra Nath Chaubey, Birendra Singh, Jagdish Narayan Chaubey, Saryu Paswan, Rishi Mishra, Chandan Singh, labor leader Bhagwan Singh, Chhabi Mahto, VHP leader Bhagwan Singh, Manoj Singh, Ripusudan Dubey, Prasiddh Narayan Singh, Dashrath Upadhyay, Vinita Avinash, Samarendra Nath Tiwari, Ranveer Singh, Arun Singh, Shashi Mishra, Dharmanath Sharma, Sokhen Hembrom, Dalbir Singh, and others.
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