Advertisement

Advertisement

Sunday, October 27, 2024

जमशेदपुर में मालिकाना हक के मुद्दे पर रघुवर दास की नीतियों पर कांग्रेस का सवाल

जमशेदपुर : कांग्रेस के प्रत्याशी डा. अजय कुमार ने कहा है कि जमशेदपुर की जनता यह जानना चाहती है कि रघुवर दास ने मालिकाना हक दिलाने के लिए मुख्यमंत्री रहते क्या प्रयास किए।

 डा. अजय कुमार ने कहा कि रघुवर दास 25 वर्षों तक जमशेदपुर पूर्वी के विधायक रहे. जनता के समर्थन से मुख्यमंत्री तक का सफर तय करने वाले रघुवर दास ने सिर्फ अपने सत्ता सुख के लिए लोगों को 25 वर्षों तक मालिकाना के नाम पर गुमराह करते रहे। उन्होंने कहा कि रघुवर दास की सरकार में जमशेदपुर में लोगों को अतिक्रमण के नाम पर उजाड़ा गया। चुनाव से पहले जनता से मालिकाना हक दिलाने का वादा किया गया था ।
 लेकिन रघुवर दास मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही वे वादा भूल गए, वे टाटा कंपनी की दलाली करने लगें ।

 टाटा सबलीज की बात करने लगे. जब सबलीज देना ही था तो फिर इन वस्तियों को लीज से बाहर क्यो करवाए ? उन्होंने बताया कि रघुवर सरकार द्वारा मालिकाना हक देने के बदले में
 केवल 10 डिसमिल जमीन पर लीज का अधिकार देने का निर्णय ही मालिकाना हक के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा बनी। डा. अजय ने कहा कि मालिकाना हक केवल जमशेदपुर की समस्या नहीं बल्कि यह पूरे प्रदेश की एक बड़ी महत्वपूर्ण समस्या है. यदि लोगों ने समर्थन दिया तो मालिकाना हक के लिए एक आयोग गठित कर इस समस्या के समाधान के लिए गंभीरता से प्रयास किया जाएगा।

Congress Questions Raghubar Das's Policies on Property Rights in Jamshedpur
Jamshedpur: Congress candidate Dr. Ajay Kumar has said that the people of Jamshedpur want to know what efforts Raghuvar Das made during his tenure as Chief Minister to get ownership rights. Dr. Ajay Kumar said that Raghuvar Das was the MLA of Jamshedpur East for 25 years. Raghuvar Das, who reached the position of Chief Minister with the support of the people, kept misleading the people in the name of ownership for 25 years just for the sake of his power. He said that in the government o Raghuvar Das,
people were displaced in the name of encroachment in Jamshedpur. Before the elections, the people were promised to get ownership rights. But as soon as Raghuvar Das took oath as Chief Minister, he forgot his promise, he started acting as a broker for Tata Company. He started talking about Tata sublease.
When sublease was to be given, then why did he get these colonies out of lease? He said that the decision of the Raghuvar government to give lease rights on only 10 decimals of land in lieu of ownership rights became the biggest hurdle in the way of ownership rights. Dr. Ajay said that ownership rights are not just a problem of Jamshedpur but it is a very important problem of the entire state. If people support, then a commission will be formed for ownership rights and serious efforts will be made to solve this problem.

0 Comments:

Post a Comment