देश के श्रद्धेय महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिन के अवसर पर नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष मनोज चौधरी के नेतृत्व में सरायकेला के प्रबुद्ध जनों ने पुष्पांजलि और माल्यार्पण किया ।
सरायकेला नगर के मुख्य बाजार में स्थित महात्मा गांधी के प्रतिमा पर मनोज चौधरी कई गणमान्य प्रबुद्ध जनों ने उक्त कार्यक्रम में शिरकत की इस अवसर पर मनोज चौधरी द्वारा गांधी जी के भारत उन्नयन कार्यक्रम के विभिन्न दृष्टिकोण पर विषय रखा गया, इसके उपरांत सिविल कोर्ट चौक पर लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण की गई जहां उनके प्रतिमा और प्रतिमा स्थल के आसपास की साफ सफाई नहीं थी काफी गंदगी बिखरी हुई थी जिसे देख कर उन्होंने गहरा अफसोस जताया और नगर पंचायत के प्रशासक के प्रति रोष व्यक्त किया।
इस प्रकार महापुरुषों को नजर अंदाज करना स्वीकार्य नहीं, तदनुपरांत प्रतिवर्ष गांधी जयंती पर खादी से निर्मित वस्तुओं के प्रोत्साहन के लिए श्री चौधरी के खादी ग्रामोद्योग की दुकान पर पहुंचे वहां पर भी महात्मा गांधी की तस्वीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की एवं उपस्थित प्रबुद्ध जनों को मनोज चौधरी के द्वारा गांधी जयंती के सुअवसर पर खादी से निर्मित वस्तु भेंट की गई खादी के विषय पर श्री चौधरी ने कहा कि खादी केवल एक कपड़ा नहीं, बल्कि स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है जो भारतीय स्वदेशी आंदोलन का एक प्रमुख हिस्सा बना, जिसने लोगों को अपने कपड़े खुद बनाने के लिए प्रेरित किया
उक्त कार्यक्रमों में मुख्य रूप से राजा सिंहदेव, चिरंजीवी महापात्र, परशुराम कवि, रवि सतपति, मुरारी सिंह, प्रदीप आचार्य, अमलेश सिन्हा, मनोरंजन साहू, अविनाश कवि, टिकन पटनायक, शिवेंदु मोहंती, त्रिलोकी साहू, अविनाश कवि, राजा पटनायक, देवराज सारंगी, विकास दरोगा, कृष्णा राना, विक्रम मोदक, चंदन कुमार गुप्ता, गोपाल पानी छोटेलाल साहू, मंटू आचार्य, उत्तम मोहंती एवं काफी संख्या में प्रबुद्ध जन उपस्थित थे।
On the birth anniversary of revered Mahatma Gandhi and Lal Bahadur Shastri, former chairman of the municipal council, Manoj Chaudhary, led intellectuals from Saraikela in paying floral tributes to the statues of these national leaders. At the main market in Saraikela, Manoj Chaudhary and several dignitaries gathered to honor Gandhi's statue.
Manoj Chaudhary discussed various aspects of Gandhi's vision for India's development. Later, at the Civil Court Square, they paid floral tributes to Lal Bahadur Shastri's statue, expressing dismay at the neglect and filth surrounding it. Chaudhary criticized the municipal administration for this negligence.
To promote khadi products, Chaudhary visited his khadi store, where he paid respects to Gandhi's photograph. He gifted khadi items to the gathered intellectuals, emphasizing that khadi represents independence, self-reliance, and India's swadeshi movement.
Prominent attendees included Raja Singhdev, Chiranjeev Mahapatra, Parshuram Kavi, Ravi Satpathy, and many others.
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