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Saubhagya Bharat News

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मंगलवार, 11 नवंबर 2025

राजनगर : श्री श्री रास पूजा कमेटी कृष्णापूर के द्वारा आयोजित कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आठ दिवसीय रास पूजा एवं मेला का आयोजन।

राजनगर प्रखंड के ग्राम कृष्णापुर में श्री श्री रास पूजा कमेटी के द्वारा आयोजित कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आठ दिवसीय रास पूजा एवं मेला का आयोजन। मंदिर में विधि विधान के साथ राधा कृष्ण मूर्ति को स्थापित कर पुजारी ने मंत्र उच्चारण कर भक्तों ने परंपरागत ढंग से पूजा अर्चना की। पूजा करने के लिए हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ी।भक्तों ने श्रद्धापूर्वक पूजा अर्चना कर जीवन के रोग मुक्त एवं खुशहाली की कामना की। समिति की अध्यक्ष रविन्द्र दास ने कहा कि रास पूजा कमेटी वर्ष 1943 को स्थापित किया गया। प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा में रास पूजा परंपरागत तरीके से आयोजन किया जाता है। रास मेला झारखंड का एक प्रसिद्ध एवं इतिहासिक मेला है । मेला देखने के लिए आसपास , दूरदराज एवं झारखंड के अलावे बंगाल , उड़ीसा, बिहार एवं अन्य जिलों से लाखों दर्शकगण बूगी बूगी डांस झूला ,मौत का कुआ, बच्चों के झूले,नाव झूले , बिजली झूले, जादूगर , स्टूडियो ,मीना बाजार, देखने के लिए पहुंचते हैं । बच्चों से लेकर बड़े उम्र के लोगों में झूला में बैठकर आनंद लेते हैं। साथ में घरेलू सामान , खिलौने , कपड़े , सजावटी वस्तुएं और स्थानीय हस्तशिल्प की दुकान लगी है, ग्रामीणों के प्रिया व्यंजन खाजा दुकान आकर्षण केंद्र लगा है। मेला आठ नवंबर से पन्द्रह नवंबर तक यानी आठ दिनों तक रहेगा।





मेला को सफल संचालन के लिए कमेटी के सभी सदस्यगण , ग्रामवासी एवं राजनगर प्रशासन द्वारा पुख्ता व्यवस्था किया गया है। सुरक्षा के लिए पूरे मेला परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाए गए है।










सरायकेला–खरसावाँ: राज्य स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर “Run for Jharkhand” कार्यक्रम का उत्साहपूर्वक आयोजन

सरायकेला–खरसावाँ: राज्य स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर “Run for Jharkhand” कार्यक्रम का उत्साहपूर्वक आयोजन — उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक एवं उप विकास आयुक्त ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर किया शुभारंभ




झारखंड राज्य स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ (रजत जयंती वर्ष) के उपलक्ष्य में आज दिनांक 11 नवम्बर, 2025 को जिला मुख्यालय सरायकेला में “Run for Jharkhand” कार्यक्रम का आयोजन अत्यंत उत्साह एवं उल्लास के साथ किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ इंडोर स्टेडियम, सरायकेला से किया गया, जिसे उपायुक्त श्री नितिश कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री मुकेश लुणायत एवं उप विकास आयुक्त सुश्री रीना हांसदा ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दौड़ का समापन बिरसा मुंडा स्टेडियम, सरायकेला में हुआ।

बिरसा मुंडा स्टेडियम परिसर में 800 मीटर (बालक वर्ग) एवं 400 मीटर (बालिका वर्ग) की मैराथन दौड़ आयोजित की गई, जिसमें जिले के विभिन्न विद्यालयों के छात्र–छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

बालक एवं बालिका दोनों वर्गों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को ट्रॉफी एवं मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर उपायुक्त श्री नितिश कुमार सिंह ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि झारखंड राज्य स्थापना दिवस का यह रजत जयंती वर्ष हमारे लिए गौरव, एकता एवं प्रगति के संकल्प को पुनः सुदृढ़ करने का अवसर है।

उन्होंने कहा कि राज्य गठन के 25 वर्ष पूर्ण होने के इस विशेष अवसर पर जिले में 11 से 15 नवम्बर, 2025 तक विभिन्न सांस्कृतिक, खेलकूद एवं जनभागीदारी कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इन आयोजनों का उद्देश्य राज्य के सर्वांगीण विकास, सामाजिक एकता एवं जनसहयोग की भावना को और अधिक सुदृढ़ करना है।

उपायुक्त ने कहा कि झारखंड राज्य के गठन का मूल उद्देश्य यहाँ के नागरिकों, विशेषकर ग्रामीण एवं जनजातीय समुदायों के सामाजिक–आर्थिक सशक्तिकरण को सुनिश्चित करना था। राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन इस दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे शासन की नीतियों व दिशा–निर्देशों का पालन करते हुए अपने क्षेत्र में सकारात्मक योगदान दें, ताकि एक सशक्त, समृद्ध एवं समावेशी झारखंड का निर्माण किया जा सके।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री मुकेश लुणायत ने कहा कि झारखंड राज्य के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 11 से 15 नवम्बर, 2025 तक संपूर्ण राज्य में रजत जयंती उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में सरायकेला–खरसावाँ जिले में “Run for Jharkhand” कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया, जिसमें लोगों की उत्साहपूर्ण भागीदारी रही।

उन्होंने कहा कि आने वाले पाँच दिनों में भी जिले में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें सांस्कृतिक संध्या, फ्लैश मॉब, नुक्कड़ नाटक एवं मुख्य समारोह शामिल हैं।

पुलिस अधीक्षक ने सभी जिलेवासियों एवं प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि सभी लोग अपने-अपने क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य कर एक बेहतर झारखंड के निर्माण में योगदान दें।

कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के पदाधिकारी–कर्मी, शिक्षकगण, विद्यार्थी, खेलप्रेमी नागरिक एवं आमजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इस अवसर पर युवाओं में विशेष उत्साह एवं राज्य गौरव का भाव देखने को मिला।











बहरागोड़ा:-गुहियापाल पंचायत में 'बड़ी चोरी': 26 बिजली के खंभों से 11,000 वोल्ट का तार गायब......

बहरागोड़ा संवाददाता

बहरागोड़ा:बहरागोड़ा प्रखंड अंतर्गत गुहियापाल पंचायत में अज्ञात चोरों ने एक बड़ी और दुस्साहसिक चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। विगत रात्रि, एनएच 18 किनारे स्थित महिषपुर चौक से लेकर जामबोनी मैदान तक लगभग 26 बिजली के खंभों पर लगे 11,000 वोल्ट के बिजली के तार को शातिर चोरों ने काट कर चुरा लिया। साथ ही सीमेंट के बने कई खंभों को तोड़ दिया गया। इस हैरतअंगेज चोरी के कारण गुहियापाल पंचायत क्षेत्र के कई गाँवों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई है, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।ठंड की सुबह हुआ खुलासाः- ग्रामीणों ने बताया कि ठंड के मौसम के कारण जब वे सुबह जगे, तब उन्होंने खंभों पर तार को कटा हुआ और लटकता देखा। इस विशाल चोरी का पता चलते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। तुरंत ही उन्होंने इस घटना की सूचना बिजली विभाग को दी। पुलिस और विभाग ने शुरू की जाँचः- मामले की गंभीरता को देखते हुए, बिजली विभाग ने तत्काल बहरागोड़ा थाना पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही पुलिस दल मौके पर पहुंचा और अपने स्तर पर जाँच-पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इतनी बड़ी मात्रा में और इतने उच्च वोल्टेज के तार को काटना और ले जाना किस गिरोह का काम हो सकता है। भारी नुकसान और जल्द विद्युत बहाल का आश्वासन बिजली विभाग की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और खंभों व तार के अवशेषों की गहन जांच की। विभागीय अधिकारियों ने इस घटना में भारी नुकसान होने की पुष्टि की है। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि चोरी हुए तार को जल्द से जल्द बदलकर क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बहाल की जाएगी।

बहरगोड़ा: गुहियापाल पंचायत में 'बड़ी चोरी': 26 बिजली के खंभों से 11,000 वोल्ट का तार गायब

बहरगोड़ा:बहरगोड़ा प्रखंड अंतर्गत गुहियापाल पंचायत में अज्ञात चोरों ने एक बड़ी और दुस्साहसिक चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। विगत रात्रि, एनएच 18 किनारे स्थित महिषपुर चौक से लेकर जामबोनी मैदान तक लगभग 26 बिजली के खंभों पर लगे 11,000 वोल्ट के बिजली के तार को शातिर चोरों ने काट कर चुरा लिया। साथ ही सीमेंट के बने कई खंभों को तोड़ दिया गया। इस हैरतअंगेज चोरी के कारण गुहियापाल पंचायत क्षेत्र के कई गाँवों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई है, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।






ठंड की सुबह हुआ खुलासाः-

ग्रामीणों ने बताया कि ठंड के मौसम के कारण जब वे सुबह जगे, तब उन्होंने खंभों पर तार को कटा हुआ और लटकता देखा। इस विशाल चोरी का पता चलते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। तुरंत ही उन्होंने इस घटना की सूचना बिजली विभाग को दी।

पुलिस और विभाग ने शुरू की जाँचः-

मामले की गंभीरता को देखते हुए, बिजली विभाग ने तत्काल बहरगोड़ा थाना पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही पुलिस दल मौके पर पहुंचा और अपने स्तर पर जाँच-पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इतनी बड़ी मात्रा में और इतने उच्च वोल्टेज के तार को काटना और ले जाना किस गिरोह का काम हो सकता है।

भारी नुकसान और जल्द विद्युत बहाल का आश्वासनः-

बिजली विभाग की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और खंभों व तार के अवशेषों की गहन जांच की। विभागीय अधिकारियों ने इस घटना में भारी नुकसान होने की पुष्टि की है। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि चोरी हुए तार को जल्द से जल्द बदलकर क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बहाल की जाएगी।











शमी को लेकर BCCI ने किया नया खुलासा

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी मैदान पर पूरी जान झोंककर वापसी की तैयारी में लगे हैं। रणजी ट्रॉफी में अब तक 93 ओवर की गेंदबाजी कर उन्होंने अपनी फिटनेस और लय का प्रदर्शन किया है। इसके बावजूद, भारत के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में शुमार शमी की टेस्ट और वनडे टीम में दोबारा जगह पाना फिलहाल मुश्किल माना जा रहा है।



चोट से उभरने के बाद चयन में अनदेखी: 35 वर्षीय शमी ने भारत के लिए आखिरी मुकाबला इसी साल मार्च में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान खेला था। इसके बाद उन्हें किसी भी फॉर्मेट के लिए टीम में नहीं चुना गया। 2023 के वनडे वर्ल्ड कप के बाद वह एड़ी की गंभीर चोट के कारण लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहे और उन्हें सर्जरी भी करानी पड़ी।

अब जब भारतीय क्रिकेट नई दिशा में आगे बढ़ रहा है, ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि शमी के 197 अंतरराष्ट्रीय मैचों के रिकॉर्ड में और ज्यादा मैच जुड़ना कठिन हो सकता है।

चयनकर्ताओं से नाराज़ शमी, लेकिन बोर्ड का अलग दावा: शमी ने हाल ही में कहा कि चयनकर्ताओं ने उनसे कोई बातचीत नहीं की। वहीं बीसीसीआई के वरिष्ठ सूत्रों का दावा है कि चयनकर्ता और सपोर्ट स्टाफ समय-समय पर उनके संपर्क में रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार, इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ से पहले चयन समिति ने शमी से फिटनेस अपडेट मांगा और उनसे इंग्लैंड लायंस के खिलाफ भारत A के लिए एक मैच खेलने का अनुरोध किया ताकि उनकी मैच फिटनेस परख सकें। बताया जाता है कि शमी ने खुद कहा था कि उनका वर्कलोड अभी इतना नहीं बढ़ा कि वह लंबा स्पैल फेंक सकें, इसलिए उन्हें चयन के लिए न माना जाए।

फिटनेस और भूमिका को लेकर बनी दुविधा: टीम मैनेजमेंट मानता है कि शमी 50-ओवर क्रिकेट खेलने पर विश्वास रखते हैं, लेकिन अंतिम निर्णय चयनकर्ताओं का होगा। टेस्ट क्रिकेट में लंबे स्पेल फेंकने की उनकी क्षमता पर सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि रणजी में वह अभी भी छोटे-छोटे स्पेल डाल रहे हैं।









राँची:जेल में बंद IAS विनय चौबे पर नया केस

राँची: जेल में बंद आईएएस अधिकारी विनय चौबे की परेशानी लगातार बढ़ रही है। शराब घोटाला और हजारीबाग खासमहल (सेवायत) जमीन घोटाले के बाद अब वन भूमि घोटाले में भी उनका नाम सामने आया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने हजारीबाग में उनके कार्यकाल के दौरान हुए इस घोटाले की जांच पूरी कर उन्हें अभियुक्त बनाया है।


एसीबी ने कोर्ट में रिमांड की अर्जी दी: एसीबी ने कांड संख्या 11/2025 दर्ज की है और चौबे को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया है। इस पर मंगलवार को सुनवाई हो सकती है। एजेंसी ने इस मामले में प्राथमिक जांच पूरी कर ली थी, जिसमें चौबे की संलिप्तता पाई गई।

73 लोग बने आरोपी, विधायक और अधिकारी भी शामिल: एसीबी ने इस केस में कुल 73 लोगों को आरोपी बनाया है। इनमें चौबे के करीबी विनय सिंह, उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह, हजारीबाग विधायक प्रदीप प्रसाद, तत्कालीन सीओ शैलेश कुमार और ब्रोकर विजय सिंह शामिल हैं।

सितंबर में एसीबी ने विनय सिंह को गिरफ्तार किया था, जबकि शैलेश कुमार और विजय सिंह को पिछले महीने पकड़ा गया। एजेंसी अब भी स्निग्धा सिंह की तलाश कर रही है।

जमीन का म्यूटेशन अवैध तरीके से हुआ: एसीबी की जांच के अनुसार, विवादित भूमि विनय सिंह और उनकी पत्नी के नाम पर म्यूटेट की गई थी। इसमें तत्कालीन डीसी विनय चौबे और कुछ स्थानीय अधिकारियों की भूमिका पाई गई। यह जमीन हजारीबाग सदर अंचल के थाना नंबर 252 में है। इसमें खाता नंबर 95 (प्लॉट नंबर 1055, 1060, 848 – 28 डिसमिल) और खाता नंबर 73 (प्लॉट नंबर 812 – 72 डिसमिल) शामिल हैं। यह भूमि बभनवे मौजा के हल्का नंबर 11 में स्थित है।

जमीन पर शोरूम का संचालन: फिलहाल इस जमीन पर नेक्सजेन नामक शोरूम चल रहा है, जो विनय सिंह और उनकी पत्नी के कब्जे में है। एसीबी का कहना है कि सबूतों और गवाहों के बयानों से चौबे की भूमिका साफ तौर पर सामने आई है।

तीन मामलों में आरोपी बने विनय चौबे: इस नए मामले के बाद विनय चौबे अब तीन अलग-अलग मामलों में आरोपी हो गए हैं। पहले से ही वह शराब घोटाले और खासमहल जमीन घोटाले में जेल में हैं। अब वन भूमि घोटाले ने उनकी कानूनी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।








कॉलेज तेरे बाप की धर्मशाला नहीं है…” – अपमान से आहत छात्र ने खुद को आग लगाई, मौ~त

मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश):

डीएवी कॉलेज बुढ़ाना में एक दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है। कॉलेज के बीए द्वितीय वर्ष के छात्र उज्ज्वल राणा (22 वर्ष) ने कथित तौर पर फीस न जमा कर पाने पर प्राचार्य और पुलिस की प्रताड़ना से आहत होकर कॉलेज परिसर में ही खुद को आग लगा ली।

जानकारी के अनुसार, उज्ज्वल ने कॉलेज प्राचार्य प्रदीप कुमार से कुछ दिन की मोहलत मांगी थी ताकि गन्ने का भुगतान मिलने के बाद वह फीस जमा कर सके। आरोप है कि इस पर प्राचार्य ने उसे ताना मारते हुए कहा – “कॉलेज तेरे बाप की धर्मशाला नहीं है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, छात्र और प्राचार्य के बीच कहासुनी बढ़ गई। आरोप है कि प्राचार्य ने उसे धक्का देकर ऑफिस से निकाला और पीटीआई संजीव कुमार से पिटवाया। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया, जहां एसआई नंद किशोर और सिपाही ज्ञानवीर व विनीत ने भी छात्र के साथ दुर्व्यवहार किया।

अपमानित छात्र कॉलेज से बाहर नहीं गया। उसने वहीं पेट्रोल डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। जब आग की लपटों में घिरा उज्ज्वल मदद के लिए चिल्ला रहा था, तो आरोप है कि प्राचार्य ने छात्रों से कहा — “जो बचाने जाएगा, उसे कॉलेज से निकाल दिया जाएगा।”

कुछ छात्रों ने जोखिम उठाकर उसे बचाने की कोशिश की, जिनके हाथ और बैग तक जल गए। गंभीर रूप से झुलसे उज्ज्वल को पहले बुढ़ाना, फिर मेरठ, और अंततः दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 80 प्रतिशत जलने के कारण उसने दम तोड़ दिया।

मरने से पहले उज्ज्वल ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया जिसमें उसने प्राचार्य और पुलिसकर्मियों पर मारपीट, गाली-गलौज और मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए। उज्ज्वल ने कहा, “मैंने गरीब छात्रों के हक की बात की थी, इसलिए मुझे डराया और धमकाया गया। अगर मैं मरता हूं, तो जिम्मेदार प्राचार्य और पुलिसकर्मी होंगे।”


वीडियो सामने आने के बाद इलाके में आक्रोश फैल गया। जाट महासभा के नेतृत्व में कॉलेज के बाहर धरना और प्रदर्शन हुआ। “उज्ज्वल को इंसाफ दो” के नारे गूंज उठे। स्थानीय नेताओं, छात्र संगठनों और युवाओं ने पुलिस और कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए।

उधर, कॉलेज प्रबंधक अरविंद गर्ग ने मीडिया से कहा कि आरोप निराधार हैं और छात्र से केवल आधी फीस जमा कराने की बात कही गई थी। वहीं, प्राचार्य प्रदीप कुमार ने कहा कि उन्होंने खुद पुलिस को बुलाया था और कोई मारपीट नहीं की गई।

मृतक छात्र बागपत जिले के भड़ल गांव का निवासी था। परिवार के अनुसार, उज्ज्वल पढ़ाई में होनहार और बेहद शांत स्वभाव का था। उसकी बहन सलोनी राणा ने कहा,

“मेरे भाई ने मौत नहीं चुनी, सिस्टम ने उसे मरने पर मजबूर किया।”


वेटरन एक्टर धर्मेंद्र की हेल्थ पर आया बड़ा अपडेट

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और हिंदी सिनेमा के ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र पिछले कुछ दिनों से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी तबीयत को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार तरह-तरह की खबरें फैल रही हैं, जिसके बाद उनके फैंस काफी चिंतित नजर आए।



हालांकि, ताज़ा जानकारी के मुताबिक धर्मेंद्र की टीम ने अब उनकी सेहत को लेकर अपडेट दिया है और अपुष्ट रिपोर्ट्स को अफवाह बताया है।

टीम बोली—चिंता की जरूरत नहीं, डॉक्टरों की निगरानी में हैं धर्मेंद्र

सूत्रों के अनुसार, शुरुआती दिनों में धर्मेंद्र को अस्पताल में रूटीन मेडिकल चेकअप के लिए भर्ती किया गया था, लेकिन उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण डॉक्टर अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं। टीम ने बताया कि धर्मेंद्र इलाज पर अच्छी प्रतिक्रिया दे रहे हैं और डॉक्टर लगातार उनकी सेहत पर नजर रख रहे हैं।

फिलहाल परिवार या अस्पताल की ओर से आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।

परिवार की चुप्पी से बढ़ी बेचैनी

हालांकि टीम ने सकारात्मक अपडेट दिया है, लेकिन परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान न आने के कारण फैंस की चिंता बरकरार है। सोशल मीडिया पर लोग धर्मेंद्र की सलामती की दुआ कर रहे हैं और हालात सामान्य होने की उम्मीद जता रहे हैं।

छह दशकों से हिंदी सिनेमा का चमकता सितारा

धर्मेंद्र को फैंस प्यार से ‘ही-मैन’ कहते हैं। वह 60 से अधिक वर्षों से फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय रहे और अब तक 300 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं। साल 1960 में ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से डेब्यू करने वाले धर्मेंद्र ने ‘आई मिलन की बेला’, ‘फूल और पत्थर’, ‘आए दिन बहार के’, ‘शोले’ और कई सुपरहिट फिल्मों में यादगार भूमिकाएं निभाईं।

उन्होंने 1973 में आठ और 1987 में लगातार सात सुपरहिट फिल्में दीं—जो अब भी भारतीय सिनेमा में एक रिकॉर्ड है।

2012 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

जमशेदपुर: तमंचे के दम पर लूटे दस लाख, भागते-भागते दागी गोलियां

जमशेदपुर के बिरसानगर इलाके में सोमवार को हथियारबंद अपराधियों ने एक ठकेदार के दफ्तर में धावा बोल दिया। ठेकेदार उस वक्त मजदूरों के भुगतान के लिए कैश गिन रहे थे, तभी तीन युवक अंदर घुस आए। अपराधियों ने पिस्टल तानकर ठेकेदार और कर्मचारियों को धमकाया। इसके बाद टेबल पर रखे बैग में भरे 10 लाख रुपये लूट लिए। 


लूट के बाद तीनों बदमाश बाहर निकले और कॉम्प्लेक्स के बाहर खड़ी बाइक से भाग निकले। फरार होते वक्त अपराधियों ने दो राउंड हवाई फायरिंग की, जिससे आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसे पुलिस खंगाल रही है। घटना की जानकारी मिलते ही बिरसानगर थाना पुलिस और सिटी डीएसपी सुनील चौधरी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आसपास के इलाकों में नाकेबंदी कर अपराधियों की तलाश शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान की जा रही है।









झारखंड सरकार की नई पहल : इन छात्रों को मिलेगी JEE-NEET की मुफ्त कोचिंग

राँची: छोटानागपुर की पहाड़ियों और पलामू के गांवों से लेकर सरायकेला और गुमला के टोले तक, कई ऐसे होनहार बच्चे हैं जिनके सपनों में IIT और AIIMS की चमक है, पर आर्थिक तंगी उन्हें उस राह पर चलने नहीं देती। झारखंड सरकार अब इन्हीं सपनों को साकार करने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले रही है। राज्य के अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने “झारखंड अनुसूचित जनजाति शिक्षण उत्थान कार्यक्रम” शुरू किया है। इस योजना के तहत JEE और NEET की तैयारी करने वाले जनजातीय छात्रों को निःशुल्क आवासीय कोचिंग दी जाएगी, वो भी देश की प्रसिद्ध संस्था मोशन एजुकेशन, कोटा के सहयोग से।



गरीब घर के होनहारों के लिए उम्मीद की किरण: कल्पना कीजिए, खूंटी के किसी छोटे से गांव में पढ़ने वाला छात्र या गुमला की छात्रा, जो विज्ञान में अव्वल है लेकिन कोचिंग के महंगे खर्च से उनका परिवार पीछे हट जाता है। अब वही बच्चे रांची में रहकर विशेषज्ञ शिक्षकों से पढ़ सकेंगे, टैबलेट पर डिजिटल सामग्री से अभ्यास कर सकेंगे और डॉक्टर या इंजीनियर बनने का सपना हकीकत में बदल सकेंगे।

सरकार की पहल: परियोजना निदेशक और योजना के अध्यक्ष संजय कुमार भगत बताते हैं, “यह केवल एक कोचिंग प्रोग्राम नहीं, बल्कि अवसरों की खिड़की खोलने वाली पहल है। हम चाहते हैं कि किसी भी बच्चे की प्रतिभा सिर्फ इसलिए पीछे न रह जाए क्योंकि उसके पास साधन नहीं हैं।”

कैसे मिलेगा मौका: राज्यभर के इच्छुक छात्र इस योजना के लिए www.jharkhandshikshanutthan.com वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 19 नवम्बर 2025 शाम 5 बजे तक तय की गई है। कुल 300 छात्रों का चयन किया जाएगा, जिन्हें रांची के हिंदपीढ़ी स्थित मल्टीपर्पस हॉल-कम-ट्रेनिंग सेंटर में रहकर पढ़ाई का पूरा अवसर मिलेगा।

कोचिंग, रहना, पढ़ना… सबकुछ मुफ्त: चयनित छात्रों को मुफ्त में कोचिंग, हॉस्टल की सुविधा, ई-कॉन्टेंट युक्त टैबलेट और पुस्तकालय की व्यवस्था दी जाएगी। लड़के और लड़कियों के लिए अलग छात्रावास बनाए गए हैं।

सफलता की राह पर झारखंड के बच्चे: झारखंड के कई जिलों में शिक्षा की नई लहर दौड़ पड़ी है। गांवों के शिक्षक अब अपने विद्यार्थियों को इस योजना के बारे में बता रहे हैं। कई माता-पिता, जो पहले अपने बच्चों को बड़े शहरों में भेजने से हिचकते थे, अब कहते हैं, “सरकार साथ दे रही है तो हमारा बच्चा भी डॉक्टर बनेगा।”








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