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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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The Saubhagya Bharat

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बुधवार, 10 दिसंबर 2025

आईएमएफ ने भारत के यूपीआई को दुनिया का सबसे बड़ा रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम माना…

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) को लेनदेन की मात्रा के आधार पर दुनिया के सबसे बड़े रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम के रूप में मान्यता दी है। यह जानकारी सरकार ने सोमवार को दी।



वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि यह तथ्य आईएमएफ की जून 2025 की रिपोर्ट ‘बढ़ते खुदरा डिजिटल भुगतान (इंटरऑपरेबिलिटी की वैल्यू)’ में दर्ज किया गया है।

यूपीआई वैश्विक सूची में शीर्ष पर

इसके अलावा, एसीआई वर्ल्डवाइड की ‘प्राइम टाइम फॉर रियल-टाइम 2024’ रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक रियल-टाइम भुगतान प्रणाली में 49% हिस्सेदारी और 129.3 अरब लेनदेन के साथ यूपीआई वैश्विक सूची में शीर्ष पर है।

ब्राजील 14% बाजार हिस्सेदारी और 37.4 अरब लेनदेन के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि थाईलैंड 8% हिस्सेदारी और 20.4 अरब लेनदेन के साथ तीसरे स्थान पर है। चीन 6% हिस्सेदारी और 17.2 अरब लेनदेन के साथ चौथे स्थान पर है।

यूपीआई समेत डिजिटल भुगतान प्रणालियों को अपनाने में सहायता प्रदान करने के लिए सरकार, आरबीआई और एनपीसीआई द्वारा समय-समय पर कई पहल की गई

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि छोटे व्यापारियों को यूपीआई समेत डिजिटल भुगतान प्रणालियों को अपनाने में सहायता देने के लिए सरकार, भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) द्वारा समय-समय पर कई पहल की गई हैं।

भीम-यूपीआई लेनदेन को प्रोत्साहित करने के लिए इंसेंटिव योजना

इन पहलों में कम मूल्य के भीम-यूपीआई लेनदेन को प्रोत्साहित करने के लिए इंसेंटिव योजना और पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड (पीआईडीएफ) शामिल हैं। इसके तहत टियर-3 से टियर-6 शहरों में डिजिटल भुगतान अवसंरचना- जैसे पीओएस टर्मिनल और क्यूआर कोड स्थापित करने के लिए बैंकों और फिनटेक कंपनियों को अनुदान दिया जाता है।

पीआईडीएफ के माध्यम से लगभग 5.45 करोड़ डिजिटल टचपॉइंट स्थापित

मंत्री ने बताया कि 31 अक्टूबर 2025 तक टियर-3 से टियर-6 केंद्रों में पीआईडीएफ के माध्यम से लगभग 5.45 करोड़ डिजिटल टचपॉइंट स्थापित किए जा चुके हैं। इसके अलावा, वित्त वर्ष 2024-25 तक करीब 6.5 करोड़ व्यापारियों के लिए 56.86 करोड़ क्यूआर कोड लगाए गए हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार, आरबीआई और एनपीसीआई ने देशभर में सार्वजनिक सेवाओं, परिवहन और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तक में रुपे और यूपीआई आधारित डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं।

झारखंड कैबिनेट की बैठक में 33 अहम प्रस्तावों पर मुहर

सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में सोमवार को झारखंड कैबिनेट की अहम बैठक संपन्न हुई। बैठक में विभिन्न विभागों से जुड़े कुल 33 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इन प्रस्तावों में शिक्षा, सड़क निर्माण, बांध सुरक्षा, वन्यजीव संरक्षण और प्रशासनिक फैसलों से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय शामिल हैं।

 *कैबिनेट में पारित प्रमुख प्रस्ताव

शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े निर्णय* 



बालूमाथ में डिग्री कॉलेज निर्माण के लिए 38 करोड़ रुपये की मंजूरी।

रिम्स के सरकारी सह प्राध्यापकों को पदोन्नति प्रदान की गई।

गोड्डा सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी को निलंबित करने का निर्णय।

सड़क निर्माण परियोजनाओं को मिली स्वीकृत

गोड्डा में सड़क निर्माण के लिए 127 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति।

साहेबगंज में पथ निर्माण हेतु 61 करोड़ की मंजूरी।

डाल्टेनगंज–चैनपुर पथ पर कोयल नदी पर पुल बनाने का निर्णय।

गुमला के बानो पथ के लिए 140 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति।

अन्य महत्वपूर्ण प्रस्ताव


वर्ष 2026 के सरकारी अवकाश कैलेंडर को मंजूरी।

बांध सुरक्षा अधिनियम के तहत राज्य बांध सुरक्षा समिति को स्वीकृति।

गिद्ध प्रजनन के लिए एमओयू पर मोहर।

एजी प्रतिवेदन को कैबिनेट की मंजूरी।

झारखंड सरकार का कहना है कि इन फैसलों से राज्य में आधारभूत संरचना को मजबूती मिलेगी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होंगी तथा वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में भी नई पहल को बढ़ावा मिलेगा।

बिहार: हलवाई के बैंक खाते में अचानक दिखे 600 करोड़, बौराया…

बिहार : बक्सर के हाता थाना क्षेत्र के बरका राजपुर गांव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक गरीब हलवाई जितेंद्र साह के बैंक खाते में अचानक 600 करोड़ रुपये दिखाई देने लगे। इस घटना ने उसे और बैंक कर्मचारी और गांव वालों को भी हैरान कर दिया। हलवाई जितेंद्र साह जब आम तर्ज पर अपने खाते का बैलेंस चेक कराने गया, तो पासबुक अपडेट पर स्क्रीन पर रकम दिखी ₹ 6,00,00,00,478.20 यानी 600 करोड़ रुपये। वहीं, उसके खाते में वास्तविक राशि मात्र ₹ 478.20 ही थी। इतने चौकाने वाले बैलेंस को देखकर CSP सेंटर पर मौजूद सभी लोग हैरान रह गये और तुरंत रिकॉर्डिंग सुरक्षित कर ली गई। घटना की सूचना मिलते ही बैंक ने सुरक्षा कारणों से उस खाते को फ्रीज कर दिया।वहीं, मामले की सूचना पुलिस और साइबर क्राइम यूनिट को भेजी गई। थानेदार पूजा कुमारी और उनकी टीम ने जांच शुरू कर दी है।



शुरूआती जांच में अब तक पुलिस और बैंक दोनों ही इसे तकनीकी त्रुटि (technical error / system glitch) या साइबर ग्लिच की आशंका जता रहे हैं। आधिकारिक बयान के अनुसार, “कैसे ₹478 वाले खाते में अचानक 600 करोड़ दिखाई दिये, यह जांच का विषय है।” वहीं कहा जा रहा है कि मामला जितना अकल्पनीय है, उतना ही खतरनाक भी हो सकता है, क्योंकि बैंकिंग सिस्टम में इस तरह की गड़बड़ी किसी भी ग्राहक के लिये भारी मुसीबत बन सकती है।यह पहली बार नहीं है कि किसी बैंक खाते में अचानक कई करोड़ रुपये दिखने की खबर सामने आई हो। 2025 में बिहार के कटिहार जिले में दो बच्चों के खातों में करोड़ों रुपये दिखने का मामला सामने आया था, जिसे बाद में ‘सिस्टम ग्लिच’ बताया गया था। देश के अन्य हिस्सों में भी बैंकिंग सिस्टम या साइबर त्रुटि को कारण बताते हुये इसी तरह के “गलत जमा- गलत बैलेंस” मामलों की खबर मिलती रही है।

आगे की कार्रवाई

बैंक और साइबर क्राइम यूनिट ने इस घटना को गंभीर मामला माना है और फुल तकनीकी ऑडिट + लॉग जांच शुरू कर दी है। खाते को फ्रीज किया गया है, अभी तक कोई पैसा निकल नहीं पाया है। अगर यह गड़बड़ी साबित हुई, तो यह न सिर्फ इस व्यक्ति के लिये बल्कि बैंकिंग सिस्टम की विश्वसनीयता के लिये चिंता का विषय बनेगी।

दुमका: 80 हजार में बेच दी गई थी ये लड़की…

झारखंड: दुमका के सरैयाहाट थाना क्षेत्र के एक शांत से गांव में उस वक्त हलचल मच गई जब 14 साल की एक नाबालिग लड़की अचानक लापता हो गई। दादी की आंखों से नींद उड़ गई, घर वालों की आवाज बैठ गई, “सिलाई सीखने निकली थी, वापस नहीं लौटी।” किसे पता था कि मासूम को बहला-फुसलाकर बिहार के मोतीहारी में 80 हजार रुपये में बेच दिया गया है। लेकिन पुलिस ने फौरी कार्रवाई कर अंधेरे में छिपे सफेदपोश सौदागरों का चेहरा उजागर कर दिया। बीते 6 दिसंबर को गुमशुदगी की सनहा दर्ज होते ही थानेदार राजेंद्र यादव हरकत में आये। अनुसंधान ने संकेत दिया कि लड़की मुजफ्फरपुर में है। 



टीम रवाना ही हुई थी कि दादी रोती-रोती थाने पहुंचीं, “बेटी को बेच दिया है 80 हजार में, मोतिहारी के सगहरी गांव में अरुण सिंह के पास।” इसके बाद पुलिस टीम सीधे मोतीहारी पहुंची, अरुण सिंह के घर छापेमारी हुई और वहां से नाबालिग को सही-सलामत खोज निकाला गया। अरुण सिंह को वहीं से गिरफ्तार कर दुमका लाया गया। इधर, दूसरी पुलिस टीम ने मरकुंडा, बाबुडीह, गोड्डा के बक्सरा गांव में दबिश देकर तीन महिला आरोपियों चुड़की देवी, पार्वती देवी, पिंकी देवी उर्फ प्रियंका को गिरफ्तार कर लिया। चारों को आज सोमवार को जेल भेज दिया गया। थानेदार राजेंद्र यादव ने मीडिया से कहा कि “मानव तस्करी की जानकारी मिलते ही बिना देरी कार्रवाई की गई। लड़की को सुरक्षित परिजनों को सौंप दिया गया है। चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। यह मामला पूरी तरह उजागर हो चुका है।”

PUMA छोड़ विराट कोहली ने लगाया 40 करोड़ का निवेश…

भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार विराट कोहली ने आज एक बड़ा बिजनेस कदम उठाते हुये भारतीय स्पोर्ट्सवियर स्टार्टअप Agilitas Sports के साथ अपनी नई साझेदारी का ऐलान किया। साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2-1 से वनडे सीरीज जीतने और ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ बनने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया वीडियो के जरिये इस नई शुरुआत की पुष्टि की।कोहली ने इस साल की शुरुआत में जर्मन स्पोर्ट्सवियर कंपनी PUMA के साथ 2017 में हुई लगभग 110 करोड़ रुपये की अपनी लंबी साझेदारी खत्म कर दी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक PUMA ने कॉन्ट्रैक्ट रिन्यूअल के लिये करीब 300 करोड़ रुपये की पेशकश भी की थी, लेकिन कोहली ने इसे ठुकरा दिया और भारतीय स्टार्टअप Agilitas को चुना। Agilitas Sports एक फुल-लाइफसाइकल स्पोर्ट्सवियर कंपनी के रूप में मजबूत इकोसिस्टम तैयार कर रही है, जिसमें मैन्युफैक्चरिंग से लेकर रिटेल तक सब कुछ एक ही प्लेटफॉर्म पर होगा। कोहली जैसे ग्लोबल आइकन की एंट्री से ब्रांड को विश्वसनीयता और युवाओं में व्यापक पहुंच मिलने की उम्मीद है।



क्यों चुना Agilitas Sports?

Agilitas Sports की स्थापना अभिषेक गांगुली ने की है, जो PUMA इंडिया और साउथ ईस्ट एशिया के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर रह चुके हैं। कोहली के मुताबिक उन्हें कंपनी की मजबूत मैन्युफैक्चरिंग क्षमता, इंडस्ट्री की गहरी समझ, कुशल और अनुभवी टीम ने प्रभावित किया। कोहली ने कहा, “यह सिर्फ एक बिजनेस डील नहीं, बल्कि ऐसा मंच है जो लोगों को अपना सर्वश्रेष्ठ हासिल करने के लिये प्रेरित करता है। यह हमारे लोगों द्वारा बनाया गया है और भारत में ही निर्मित है।”

ब्रांड एंबेसडर नहीं, अब को-क्रिएटर

रेगुलेटरी फाइलिंग्स के अनुसार कोहली ने कंपनी में लगभग 40 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिससे उन्हें 1.94% हिस्सेदारी मिली है। इस साझेदारी के साथ उनकी भूमिका सिर्फ ब्रांड एंबेसडर की नहीं, बल्कि को-क्रिएटर और स्टेकहोल्डर की होगी। वह ब्रांड की रणनीति और दिशा तय करने में अहम भूमिका निभायेंगे।

One8 को मिलेगा नया रूप

कोहली का लोकप्रिय लाइफस्टाइल ब्रांड One8, जो पहले PUMA के साथ जुड़ा था, अब Agilitas के बिजनेस मॉडल के तहत आगे बढ़ेगा। योजना के मुताबिक, One8 की नई ब्रांड आइडेंटिटी तैयार होगी, नये फुटवियर और अपैरल कलेक्शन लॉन्च होंगे, रिटेल नेटवर्क को तेजी से विस्तार दिया जायेगा, ब्रांड को ग्लोबल स्तर पर ले जाने का लक्ष्य है।

बिहार: RJD नेता के घर फा’यरिंग मामले में एक्शन…

बिहार: भदईया पंचायत के रमैया गांव में RJD नेता अमरेश राय के घर फायरिंग, रोड़ेबाजी और गाली-गलौज के मामले में पुलिस ने एक आरोपी मनीष कुमार को गिरफ्तार किया है। आरोपी घटना के बाद फरार था और उसी गांव का रहने वाला है।

पुलिस ने आरोपी की पहचान फायरिंग का वीडियो और घटनास्थल पर मिले साक्ष्यों के आधार पर की। अब पुलिस मनीष कुमार के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है ताकि हथियार बरामद किया जा सके। इससे पहले इस मामले में तेज नारायण और उनके पुत्र सतीश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।



जानकारी के अनुसार, इस साल 19 अगस्त की रात कुछ लोगों ने अमरेश राय के घर पर धावा बोलकर गाली-गलौज की और फायरिंग की। घर के कैंपस में खड़ी स्कॉर्पियो पर पत्थर मारकर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस मामले में पुलिस ने मनीष कुमार समेत 20-25 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया था। घटना के पीछे रंगदारी और पारिवारिक विवाद को मुख्य कारण बताया जा रहा है। इस मामले में मारपीट समेत अन्य आरोपों के तहत 178/25 का मामला दर्ज किया गया है।

राँची: दोस्ती से प्लानिंग तक हुई जेल में, बाहर निकल ताबड़तोड़ किया कांड

राँची: रातू और आसपास के बाजारों में लगातार चोरी हो रही मोटरसाइकिलों के पीछे की कहानी जितनी साधारण दिखती थी, असल में उतनी थी नहीं। पुलिस की ताजा कार्रवाई ने एक ऐसे गिरोह का राज खोला है, जिसकी नींव किसी अंधेरी गली में नहीं, बल्कि जेल की ऊंची दीवारों के भीतर पड़ी थी। वहीं बनी दोस्ती, वहीं बना प्लान और बाहर आते ही एक के बाद एक वारदातें शुरू।



जेल से निकलते ही बन गया पूरा गैंग

8 दिसंबर को मिली गुप्त सूचना के बाद पुलिस ने जब पंडरा ओपी क्षेत्र से पहले जेल जा चुके राजहंस सिंह उर्फ कारू सिंह को पकड़ा, तो शुरुआत में लगा यह एक साधारण चोरी का मामला है। लेकिन पूछताछ आगे बढ़ी तो कहानी खुली। कारू ने बताया कि जेल में उसकी मुलाकात रंजन महतो, रामू सिंह और घुरन प्रधान से हुई थी। चारों ने वहीं तय किया था कि बाहर निकलते ही साथ काम करेंगे। काम कोई व्यवसाय नहीं, बल्कि चोरी था।

रातू की सड़कों पर निशाना, बाजारों पर नजर

कारू की निशानदेही पर पुलिस ने दो मोटरसाइकिलें बरामद की। इसके बाद बिजुलिया चौक पर वाहन जांच में तीन और बाइक मिल गईं। गिरोह रातू और आसपास के बाजारों की रेकी करता था। मौका मिलते ही बाइक गायब कर देते थे। बरामद वाहनों में वह होंडा साइन भी मिली, जिसे 6 दिसंबर को दलादली सब्जी बाजार से चुराया गया था।

जेल में मुलाकात, बाहर आकर अपराध का गठजोड़

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि चारों आरोपी अलग-अलग मामलों में जेल गए थे। कोई जमीन कब्जा मामले में, कोई हत्या के आरोप में, कोई दुर्घटना के मामले में और कोई चोरी-लूट में। अलग-अलग दुनिया के ये चार लोग जेल में रोज मिलते थे। वहीं उनकी बातचीत अपराध की ओर मुड़ती गई और धीरे-धीरे एक प्लान बन गया। जेल से निकलने के बाद सबने अपना ठिकाना बदल लिया, लेकिन संपर्क नहीं टूटा। रातू और पंडरा क्षेत्र को उन्होंने आसान निशाना चुना। भीड़, बाजार और शाम की अफरा-तफरी उनके लिए सही मौका बन जाती थी।

कारू के धराते ही खुली पूरी कहानी

जब पुलिस ने कारू को पकड़ा, तो उसने बाकी तीन साथियों के नाम भी उगल दिए। इसके बाद बिजुलिया चौक पर चल रही जांच में तीन आरोपी बाइक सहित दबोच लिए गए। सभी ने चोरी की बात स्वीकार की। कारू सिंह के खिलाफ चौपारण और पंडरा ओपी में चोरी और हथियार रखने के मामले दर्ज हैं। रंजन महतो जमीन कब्जा मामले में आरोपी है। रामू सिंह पर हत्या और दुर्घटना से जुड़े गंभीर केस हैं। घुरन प्रधान बीएनएस की धाराओं में नामजद है। यह सिर्फ चोरी का गैंग नहीं, बल्कि ऐसे अपराधियों का समूह था जो खुद को फिर से सक्रिय बनाने की कोशिश में था। चारों अभी पुलिस के शिकंजे में हैं।

ये गाड़ियां हुई बरामद

बरामद बाइकें इस प्रकार हैं:

हीरो होंडा स्प्लेंडर (JH02K-0321)

पल्सर (JH01DJ-8489)

पल्सर (JH05AF-3251)

पल्सर (JH01ATT-0753)

होंडा साइन (JH01CF-9142)

रंग लाई इनकी मेहनत

पूरी कार्रवाई रुरल एसपी पिरवीण पुष्कर के नेतृत्व में डीएसपी अरविंद कुमार के देखरेख में की गई। रातू थानेदार राम नारायण सिंह के अलावा एसआई संतोष यादव, अनुरंजन कुमार, छोटू कुमार, विशेश्वर कुमार, महेश प्रसाद कुशवाहा, एएसआई जुल्फीकार अली, सुनील कुमार सिंह और सशस्त्र बल के जवानों की भूमिका सराहनीय रही।

पटना: डीए बढ़ा, नई योजनाओं को मंजूरी… जानें नीतीश कैबिनेट के 19 अहम फैसले

पटना में मंगलवार को हुई नीतीश कैबिनेट बैठक कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए राहत लेकर आई। सरकार ने महंगाई भत्ता 5 प्रतिशत बढ़ाने का फैसला किया है। यह बढ़ी हुई दर 1 जुलाई 2025 से लागू होगी। अब षष्ठम वेतनमान वाले कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को 252 प्रतिशत की जगह 257 प्रतिशत DA मिलेगा, जबकि पंचम वेतनमान वालों का DA 466 प्रतिशत से बढ़कर 474 प्रतिशत हो जाएगा। बढ़ा हुआ DA जल्द जारी होने की उम्मीद है। इससे लाखों परिवारों को सीधा आर्थिक फायदा मिलेगा।


तीन नए विभागों का गठन

अपर मुख्य सचिव अरविंद चौधरी ने बताया कि सरकार ने तीन नए विभाग बनाने की मंजूरी दी है। अब राज्य में कुल 48 विभाग हो जाएंगे।

नए विभाग इस प्रकार हैं:

• युवा रोजगार और कौशल विकास विभाग

• उच्च शिक्षा विभाग

• सिविल विमानन विभाग


इसके साथ कुछ मौजूदा विभागों के नाम भी बदले गए

• पशु और मत्स्य संसाधन विभाग अब डेयरी मत्स्य और पशु संसाधन विभाग कहलाएगा।

• श्रम संसाधन विभाग अब श्रम संसाधन और प्रवासी श्रमिक कल्याण विभाग बनेगा।

• कला संस्कृति और युवा विभाग का नाम बदलकर कला और संस्कृति विभाग किया गया है।

सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को बड़ा लाभ

बैठक में सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को राहत देते हुए डीए में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई।

• षष्ठम वेतनमान वाले कर्मचारियों और पेंशनरों को अब 252 की जगह 257 प्रतिशत डीए मिलेगा।

• पंचम वेतनमान वाले कर्मचारियों को 466 की जगह 474 प्रतिशत डीए मिलेगा।

यह बढ़ोतरी 1 जुलाई 2025 से लागू होगी।


युवाओं के कौशल विकास से जुड़ा एमओयू

कैबिनेट ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड के साथ एमओयू की स्वीकृति भी दी है। इसके तहत युवाओं के लिए विद्यार्थी कौशल कार्यक्रम चलाया जाएगा।


नगर निकायों के बिजली बकाया के लिए राशि मंजूर

राज्य के नगर निकायों की पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों के बकाया भुगतान के लिए 400 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई।


एक अधिकारी को सेवा से बर्खास्त करने की मंजूरी

राज्य खाद्य निगम के पूर्व जिला प्रबंधक सुधीर कुमार को सेवा से बर्खास्त करने का फैसला भी कैबिनेट ने लिया।

वन्यजीव संरक्षण और जैविक उद्यान से जुड़े फैसले

• वाल्मीकि व्याघ्र फाउंडेशन और न्यास के लिए 15 करोड़ रुपये की कॉर्प्स फंड राशि स्वीकृत।

• संजय गांधी जैविक उद्यान के लिए एक नई प्रबंधन तथा विकास समिति और इसका निबंधन कराने की मंजूरी।

राज्य में रोजगार और उद्योग को बढ़ावा देने पर जोर

पहले कैबिनेट की बैठक में सरकार एक करोड़ नौकरी देने की दिशा में कई कदमों की स्वीकृति दे चुकी है। बिहार को टेक्नोलॉजी हब बनाने, डिफेंस कॉरिडोर और सेमीकंडक्टर पार्क जैसे बड़े प्रोजेक्टों पर काम के लिए एक उच्चस्तरीय समिति बनाई गई है।

चीनी मिलों को फिर से शुरू करने का फैसला

बिहार में बंद पड़ी 25 चीनी मिलों को दोबारा खोलने की दिशा में भी काम शुरू हो चुका है। इसके लिए भी एक उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है।

न्यू एज इकोनॉमी और सैटलाइट टाउनशिप योजना आगे बढ़ी

राज्य को न्यू एज इकोनॉमी के तहत एक ग्लोबल बैंकिंग और वर्कप्लेस हब बनाने के लिए शीर्ष समिति के गठन पर भी मंजूरी दी गई। इसके साथ राज्य में 11 सैटलाइट टाउनशिप विकसित करने की योजना को भी कैबिनेट ने सहमति दी है।

बिहार सरकार ने बनाए 3 नए विभाग, रोजगार बढ़ाने की बड़ी तैयारी

पटना में मंगलवार शाम हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में बिहार सरकार ने तीन नए विभागों के गठन पर मुहर लगा दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में युवाओं को रोजगार देने, पढ़ाई को बेहतर बनाने और विमानन सेवाओं का विस्तार करने पर जोर दिया गया।



कौन से नए विभाग बने

सरकार ने युवा रोजगार और कौशल विकास विभाग, उच्च शिक्षा विभाग और सिविल विमानन विभाग बनाने का निर्णय लिया। इन विभागों के जरिए युवाओं को कौशल प्रशिक्षण और नौकरी से जुड़े अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही राज्य में एयर कनेक्टिविटी और विमानन सुविधाओं को और मजबूत किया जाएगा।


चुनावी वादे की दिशा में कदम

सरकार का कहना है कि इन नए विभागों का गठन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस वादे का हिस्सा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगले पांच साल में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार दिया जाएगा। नए विभाग इस लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेंगे।


क्यों जरूरी थे ये नए विभाग

अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि अभी 45 विभाग काम कर रहे हैं, लेकिन बढ़ती सरकारी योजनाओं और जिम्मेदारियों को देखते हुए तीन नए विभाग बनाना जरूरी हो गया था। इन विभागों की मदद से काम तेजी से होगा और योजनाओं में प्रभाव बढ़ेगा।


तीन मौजूदा विभागों के नाम भी बदले

कैबिनेट ने कुछ विभागों के नाम भी बदले हैं।


पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग अब डेयरी, मत्स्य एवं पशु संसाधन विभाग कहलाएगा।

श्रम संसाधन विभाग का नाम बदलकर श्रम संसाधन और प्रवासी श्रमिक कल्याण विभाग कराया गया है।

कला, संस्कृति और युवा विभाग का नाम अब कला और संस्कृति विभाग हो गया है।

सरकार का दावा

सरकार का कहना है कि यह प्रशासनिक बदलाव रोजगार, शिक्षा और विमानन सेवाओं के विकास में बड़ी भूमिका निभाएंगे। इससे राज्य में प्रशासन अधिक व्यवस्थित होगा और युवाओं को बेहतर अवसर मिलेंगे।

राँची: सीएम हेमंत थपथपा गये U-14 चैंपियंस की पीठ

राँची : झारखंड की अंडर-14 बालक फुटबॉल टीम मंगलवार को विधानसभा पहुंची, जहां खिलाड़ियों ने सीएम हेमंत सोरेन से भेंट की। सीएम ने सभी खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और सहयोगी टीम को जीत की बधाई देते हुए कहा कि राज्य के युवा खेल के क्षेत्र में लगातार नई पहचान बना रहे हैं।





सीएम ने खिलाड़ियों के जज्बे की सराहना की

सीएम ने बातचीत के दौरान कहा कि झारखंड में खेल के लिए बड़ी संभावनाएं मौजूद हैं और सरकार कोशिश कर रही है कि हर प्रतिभाशाली खिलाड़ी को सही मार्गदर्शन और सुविधाएँ मिलें। उन्होंने यह भी कहा कि युवा खिलाड़ी राज्य का गौरव बढ़ा रहे हैं और उनकी मेहनत आने वाले समय में और बड़ी सफलताओं का रास्ता खोलेगी।

SGFI चैंपियनशिप में झारखंड का शानदार प्रदर्शन

यह मुलाकात मध्य प्रदेश के उमरिया में 1 से 6 दिसंबर 2025 तक आयोजित SGFI राष्ट्रीय स्कूली फुटबॉल चैंपियनशिप में झारखंड की जीत के बाद हुई। फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। मैच बराबरी पर छूटने के बाद निर्णय पेनल्टी शूटआउट से हुआ, जहाँ झारखंड ने पंजाब को 6-5 से हराकर खिताब अपने नाम किया। खिलाड़ियों ने बताया कि यह जीत टीम भावना और लगातार अभ्यास की वजह से मिली।

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