नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी में अब एमटेक ( मास्टर ऑफ़ टेक्नोलॉजी ) की पढ़ाई हो सकेगी. एआइसीटीइ ने इसे लेकर मंज़ूरी दे दी है. अब तक यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग में डिप्लोमा व बीटेक की पढ़ाई होती थी. एआइसीटीइ से मान्यता मिलने के बाद इसी सत्र ( 2025-2027 ) से इसमें एडमिशन हो सकेगा. यूनिवर्सिटी प्रबंधन की ओर से बताया गया कि यह दो साल का कोर्स होगा. यूनिवर्सिटी प्रबंधन द्वारा इस कोर्स को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि विद्यार्थी को ना सिर्फ थ्योरी बल्कि इंडस्ट्री की जरूरतों के मुताबिक तैयार किया जा सके. इसे विद्यार्थी बी.टेक या बी.ई. (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग ) Bachelor of Engineering) के बाद कर सकते हैं.
इसमें विद्यार्थी किसी खास विषय (जैसे कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, सिविल, आदि) में गहराई से अध्ययन कर सकेंगे. नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार नागेंद्र सिंह ने बताया कि यूनिवर्सिटी में विद्यार्थियों को इस प्रकार से तैयार किया जाता है कि कोर्स पूरा होने से पहले ही उनके हाथों में नौकरी का ऑफर लेटर हो.
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इन विषयों में कर सकेंगे कोर्स
* कंप्यूटर एप्लिकेशन
* इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी
* मैकेनिकल इंजीनियरिंग
* पावर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड पावर सिस्टम्स
* सिविल ( स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग )
* इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग
* माइनिंग इंजीनियरिंग
* मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग
* मैकेनिकल इंजीनियरिंग ( थर्मल इंजीनियरिंग )
* कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग( आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग )
* कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग ( साइबर सिक्योरिटी )
* कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग ( नेटवर्क्स )
* सिविल इंजीनियरिंग ( ट्रांसपोर्टेशन इंजीनियरिंग)
* सिविल इंजीनियरिंग ( इंवायरमेंटल इंजीनियरिंग )
* पावर एंड एनर्जी सिस्टम
* मैकेनिकल इंजीनियरिंग ( प्रोडक्शन )
* कंट्रोल सिस्टम्स
* माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स एंड वीएलएसआइ टेक्नोलॉजी
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एमटेक करने से क्या होगा फायदा :
1. विशेषज्ञता : आप किसी एक क्षेत्र में एक्सपर्ट बन सकते हैं.
2. अच्छी नौकरी के अवसर: एमटेक करने के बाद आपको आर एंड डी (रिसर्च एंड डेवलपमेंट), पीएसयू (सरकारी कंपनियाँ), या कॉलेजों में प्रोफेसर बनने का मौका मिलता है.
3. सरकारी नौकरियाँ: बहुत सी सरकारी नौकरियों में एमटेक वालों को प्राथमिकता दी जाती है.
4. यूजीसी नेट पीएचडी या की तैयारी: अगर आप शिक्षा के क्षेत्र में जाना चाहते हैं तो एमटेक के बाद पीएचडी या यूजीसी कर सकते हैं.
5. उच्च वेतन : कई कंपनियाँ एमटेक ग्रैजुएट्स को बीटेक वालों से ज्यादा वेतन देती हैं.